इस सप्ताह संसद के दोनों सदनों में नागरिकता संशोधन बिल (CAB) पारित होने को लेकर सोशल मंचो पर पूर्वोत्तर, विशेष रूप से असम और देश के अन्य हिस्सों में व्यापक पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की तस्वीरें साझा की जा रही है | सोशल मीडिया पर वायरल उपरोक्त तस्वीर में हम एक सड़क और उसके ऊपर के फ्लाईओवर पर एक अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों का जमावड़ा देख सकतें है | इस तस्वीर को साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह तस्वीर मुंबई के मोहम्मद अली रोड से है जहाँ नागरिकता संशोधन बिल के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन करते हुए इस समुदाय के लोगों को देखा जा सकता है |
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुआत में हमें इस तस्वीर का स्क्रीनग्रैब लेकर यांडेक्स रिवर्स इमेज सर्च से की, जिसके परिणाम से हमें १० नवंबर २०१९ को यह वीडियो यूट्यूब पर उपलब्ध मिला | वीडियो के शीर्षक में लिखा गया हिया कि “अल्हम्दुलिल्लाह लाखों पैगंबर प्रेमी की भीड़ जस्ने जुलुस मना रहे है.. चिट्टागोंग में |” चिट्टागोंग, बांग्लादेश में स्थित एक शहर है, और ”जश्ने जूलूस” एक धार्मिक सभा है |
नीचे आप सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर और यूट्यूब पर उपलब्ध वीडियो के स्क्रीनशॉट की तुलना देख सकते है | इससे हमें पता चलता है कि तस्वीर मुंबई के मोहम्मद अली रोड की नही बल्कि चिट्टागोंग बांग्लादेश से है |
ढाका ट्रिब्यून द्वारा २९ अक्टूबर २०१९ को प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, ईद-ए-मिलादुन्नबी रविवार, १० नवंबर, २०१९ को बांग्लादेश भर में मनाया जाना था | चटगांव में धार्मिक समारोहों की खोज करने पर, हमें उसी स्थान पर अन्य एंगल से वीडियो मिले जो ईद ए मिलाद अन नबी, पैगंबर के जन्मदिन के जश्न को दर्शाता है |
इसके पश्चात हमें इस जुलुस के तस्वीरों को फेसबुक पर कीवर्ड्स सर्च करते हुए ढूँढा, जिसके परिणाम से हमें अहमद कादरी नामक फेसबुक यूजर द्वारा प्रकाशित तस्वीरें मिलीं, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “दुनिया का सबसे बड़ा जश्ने जुलुस ईद ए मिलाद उन-नबी चटगाँव बांग्लादेश में मनाया गया, अवध ए रसूल, हुज़ूर केबला, अल्लामा सैयद मुहम्मद तहजीब शाह द्वारा नेतृत्व किया गया | #Organised_by: अंजुमन ई रहमानिया अहमदिया सुन्निया ट्रस्ट। चटगाँव बांग्लादेश | # 2k19 |”
फैक्ट क्रेस्सन्डो ने अहमद कादरी से संपर्क, जिन्होंने हमें बताया कि “यह तस्वीरें चटगाँव बांग्लादेश से है | पवित्र ईद मिलादुन्नबी (RA) के अवसर पर रविवार, १० नवंबर २०१९ को एशिया में सबसे बड़े पारंपरिक उत्सव अंजुमन-ए-रहमानिया अहमदिया सुन्निया ट्रस्ट द्वारा जुलूस का आयोजन किया गया था | जुलूस का नेतृत्व अल्लामा सैयद मुहम्मद ताहिर शाह (MGA) ने किया था | यह तस्वीर उसी जुलुस में ली गयी है |” साथ ही उन्होंने हमें इस जुलुस की अन्य तस्वीरे भी हमें उपलब्ध करायीं |
अहमद कादरी द्वारा इ-मेल में भेजीं गयी तस्वीरों को आप नीचे देख सकते है |
अहमद कादरी द्वारा भेजी गयी तस्वीरों की लोकेशन (CDI अवेन्यू) को हमने गूगल मैप्स के माध्यम से ढूँढ कर निकाला | गूगल मैप्स पर उपलब्ध लोकेशन की तस्वीरे ब्रिज बनने के पहले से है, परंतु हम बिल्डिंग को देखकर इस बात की पुष्टि कर सकते है कि यह तस्वीरें बांग्लादेश के चिट्टागोंग की है | नीचे आप दोनों तस्वीरों की समानता देख सकते है |
फैक्ट क्रेस्सन्डो ने मोहम्मद अली रोड के पास पाईधुनी पुलिस स्टेशन के पी.एस.ई जाधव से बात किया, उन्होंने हमें इस बात की पुष्टि की कि मोहम्मद अली रोड में ऐसा कोई विरोध प्रदर्शन नही हुआ है | साथ ही उन्होंने हमें बताया कि इस क्षेत्र कोई भी प्रदर्शन का कोई खबर नही है, क्षेत्र की स्थिति सामान्य है |
निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | यह तस्वीर मुंबई के मोहम्मद अली रोड में नागरिकता संशोधन बिल के विरुद्ध हुए विरोध प्रदर्शन की नही है बल्कि यह तस्वीर बांग्लादेश के चिट्टागोंग में ईद-ए- मिलाद- उन नबी के अवसर पर निकाले गये जुलुस का है |
Title:बांग्लादेश के जुलुस की तस्वीर मुंबई से CAB के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन के नाम से हुई वायरल |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
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