किसानों द्वारा भाजपा विधायक अरुण नारंग की पिटाई के वीडियो को शिया नेता वसीम रिजवी का बताया जा रहा है|

False Political

उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी को कुरान के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक बयानों व उनके द्वारा कुरान से २६ छंदों को हटाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दाखिल एक जनहित याचिका दायर करने के बाद से ही वे मुस्लिम धर्मगुरुओं व मुस्लिम समुदाय के निशाने पे हैं, इसी सन्दर्भ में सोशल मीडिया पर एक वीडियो जिसमें पुलिस की मौजूदगी में एक व्यक्ति की पिटाई करते हुए कुछ लोगों का को देखा जा सकता है, इस वीडियो को वायरल कर यह दावा किया गया है कि वसीम रिजवी को कुरान के खिलाफ दिए गए आपत्तिजनक बयानों को लेकर व मुस्लिमों की धार्मिक भावनाओं को आघात करने के चलते पंजाब में सिखों द्वारा वसीम रिजवी की पिटाई की गई है व उनके कपड़े फाड़ दिए गए हैं

पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि 

“पंजाब_न्यूज़ वसीम रिजवी को सिखों ने पंजाबी पिटाई कर दी |”

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

फैक्ट क्रेसेंडो ने पाया कि वायरल वीडियो में दिख रहा शख्स पंजाब बीजेपी विधायक अरुण नारंग है जिनको किसानों व किसान समर्थकों द्वारा किसान बिलों के विरोध में पीटा गया था, इस वीडियो का वसीम रिजवी से कोई सम्बन्ध नहीं है|

जाँच की शुरुवात हमने गूगल पर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर से संबंधित कीवर्ड सर्च कर न्यूज़ रिपोर्ट को ढूँढकर की, जिसके परिणाम से हमें कोई ऐसी न्यूज़ रिपोर्ट नही मिली जो इस बात कि पुष्टि करे की पंजाब में सिखों द्वारा वसीम रिज़वी को पीटाई की गई हो |

तद्पश्चात हमने उपरोक्त वायरल वीडियो को इन्विड वी वेरीफाई टूल के माध्यम से छोटे कीफ्रेम्स में तोड़कर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने से की, जिसके परिणाम से हमें २८ मार्च को मीडिया रिपोर्ट्स द्वारा अपलोड किया गया उसी वीडियो का एक लंबा वर्शन मिला | इंडिया टुडे के आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट पर इस वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा गया है कि “ विरोध कर रहे किसानों ने बीजेपी विधायक की पिटाई की, पंजाब के मुक्तसर में उनके कपड़े फाड़ दिए |”

रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना २७ मार्च को हुई, जब भाजपा के अबोहर विधायक अरुण नारंग एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करने के लिए मलोट गए थे | वह और भाजपा के अन्य स्थानीय नेता प्रदर्शनकारी किसानों के एक समूह से घिरे हुए थे | उन पर काली स्याही फेंकी गई और प्रदर्शनकारियों ने इन नेताओं की पिटाई की और अरुण नारंग के कपड़े फाड़ दिए |

तद्पश्चात फैक्ट क्रेसेंडो ने मलौत के डी.एस.पी जसपाल सिंह से संपर्क किया जिन्होंने हमें बताया कि “इस घटना के साथ वासिम रिज़वी से कोई संबंध नही है | वीडियो में विधायक अरुण नारंग को देखा जा सकता है | प्रदर्शनकारी इस बात पर अड़े थे कि वे भाजपा विधायक को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की अनुमति नहीं देंगे, और इसलिए, उन्हें बाद में पुलिस द्वारा सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया |”

इस घटना के बारें सीएमओ पंजाब के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट भी किया गया था | २७ मार्च २०२१ को किये गये ट्वीट में लिखा गया है कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिंह भाजपा के अबोहर के विधायक की घटना का निंदा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निवेदन करते है कि किसान बिल से जुड़ी समस्याओं का जल्द ही कोई हल ढूंढे ताकि ऐसी घटना दोबारा ना हो |

https://twitter.com/CMOPb/status/1375825524606394370

आर्काइव लिंक

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वीडियो के साथ किये जा रहे दावे को गलत पाया है | वायरल वीडियो में दिख रहा शख्स पंजाब बीजेपी विधायक अरुण नारंग है न कि शिया नेता वसीम रिजवी |

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Title:किसानों द्वारा भाजपा विधायक अरुण नारंग की पिटाई के वीडियो को शिया नेता वसीम रिजवी का बताया जा रहा है|

Fact Check By: Aavya Ray 

Result: False