कुछ लोगों के आपस में झगड़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि केदारनाथ में हिंदुओं को मुस्लिम घोड़े-खच्चर वाले मार रहे हैं।
वायरल वीडियो के साथ यूज़र ने लिखा है- गजब की दादा गिरी केदारनाथ धाम की यात्रा श्रद्धालुओं के साथ में मारपीट करके अपमानित करने वाले -, घोड़े खच्चर पर यात्रीयों को बैठने के लिए जिहादी जबरदस्ती दबाब बना रहे हैं, डरा रहे हैं कि यात्री पैदल यात्रा नहीं कर सकते हैं केवल घोड़े खच्चर पर बैठने वालों को ही जाने दिया जायेगा, हमारे भगवान के तीर्थ से इन जिहादियों का पेट भर रहा है, रोजी रोटी चल रही है और हमें ही मार रहे हैं, अपने ही देश में क्या हाल हो गया है हम सनातानियो का- इस विडियो को हर ग्रुप में डालना है, ताकि प्रशासन की नींद उड़े – सुरक्षा बलों को सच्चाई का पता चले – हर भारतीय को इस शर्मनाक करतूत की सच्चाई का पता चलना चाहिए ।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के बारे में जानने के लिए अलग अलग की-वर्ड का इस्तेमाल किया। परिणाम में हमें नवभारत टाइम्स की एक रिपोर्ट मिली। इस खबर में वायरल वीडियो से मिलती जुलती तस्वीर मौजूद है।
13 जून 2023 को प्रकाशित इस खबर के अनुसार, “महिपालपुर दिल्ली निवासी तनुका पौंडार ने कोतवाली सोनप्रयाग में पुलिस को शिकायत दी है। वे बाबा केदारनाथ के दर्शन करने आए थे। 10 जून को जब वह गौरीकुंड से केदारनाथ धाम की यात्रा पर जा रही थीं तो भीमबली पुल के पास उनको एक घोड़ा गिरा हुआ दिखा। उसकी हालत गंभीर थी। इस पर उन्होंने वहां मौजूद लोगों से मदद मांगी, लेकिन किसी ने मदद नहीं की।
वहां पर एक व्यक्ति अन्य घोड़ों को पीट रहा था। उन्होंने इसका विरोध किया तो कई घोड़ा संचालक वहां पहुंच गए और गाली-गलौच करते हुए उनसे मारपीट करने लगे। आरोप है कि इस दौरान घोड़ा संचालकों ने डंडों से उनकी और अन्य यात्रियों की पिटाई की। साथ ही उनको उत्तराखंड से बाहर जाने को कहा।
तनुका ने 12 जून को पुलिस को यह शिकायत दी है। पुलिस ने इस मामले में पांच घोड़ा संचालकों के खिलाफ केस दर्ज कर अंकित सिंह, सन्तोष कुमार, रोहित कुमार और गौतम को गिरफ्तार कर लिया था।
इस खबर को यहां, यहां और यहां पर भी देखा जा सकता है।
जागरण समाचार की वेबसाइट पर 13 जून को छपी खबर के मुताबिक पुलिस ने घटना को लेकर मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई भी की जा रही है। आरोपियों की पहचान अंकित सिंह, संतोष कुमार, रोहित कुमार सभी निवासी जयकंडी, थाना अगस्त्यमुनि, जिला रुद्रप्रयाग और गौतम सिंह निवासी ग्राम जाखन भरदार थाना, जिला रुद्रप्रयाग के रूप में हुई है। मामले में एक नाबालिग भी शामिल है।
रुद्रप्रयाग पुलिस (आर्काइव) ने एक ट्वीट के माध्यम से जानकारी दी कि केदारनाथ धाम फुटपाथ पर तीर्थयात्रियों के साथ मारपीट करने वाले सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, और एक अन्य ट्वीट में आरोपियों के नाम अंकित सिंह, संतोष कुमार, रोहित कुमार और गौतम बताए गए हैं। रुद्रप्रयाग पुलिस ने कहा कि इस घटना में एक नाबालिग भी शामिल है, लेकिन उन्होंने नाबालिग के नाम का खुलासा नहीं किया।
रुद्रप्रयाग के एसपी विशाखा अशोक भदाने ने 14 जून 2023 को घटना का विवरण देते हुए एक वीडियो भी जारी किया।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि वायरल पोस्ट पुराना है और किया गया दावा गलत है। केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों पर हमला करने वाले घोड़ा संचालकों का घटना में साम्प्रदायिकता से कोई मतलब नहीं है। इसमें आरोपी और पीड़ित एक ही समुदाय के हैं।
Title:केदारनाथ में यात्रियों से मारपीट का मामला पुराना, नहीं है कोई सांप्रदायिक एंगल…
Fact Check By: Sarita SamalResult: False
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