
हाथरस कांड चर्चित होने के पश्चात सोशल मंचों पर इस प्रकरण से जोड़ कर काफी वीडियो, तस्वीरें व मैसेज वायरल किये जा रहें हैं, जिनमें से अधिकतर दावे या तो झूठे हैं या फिर भ्रामक, फैक्ट क्रेसेंडो ने पूर्व में भी ऐसे कई गलत व भ्रामक खबरों की सच्चाई आप तक पहुँचाई है। इन दिनों सोशल मंचो पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें आपको कई लोग नज़र आएंगे। उस वीडियो में वे लोग तालियाँ बजाकर एक लड़की का स्वागत करते हुए नज़र आयेंगे, कुछ लोग उस लड़की के पाँव भी छूँ रहे है। जैसे- जैसे वह लड़की आगे बढ़ती जा रही है, कुछ लोग उसे फूल दे रहे है, कुछ महिलाएँ उस लड़की के सर पर फूल डालते हुए नज़र आ रही है। इस वीडियो के साथ जो दावा वायरल हो रहा है उसके मुताबिक वीडियो में दिख रही लड़की हाथरस कांड की पीडिता है।
वायरल हो रहे वीडियो के शीर्षक में लिखा है,
“हाथरस की बेटी मनीषा वाल्मिकी पढ़ाई मे टॉपर भी थी ओर जो स्वागत हुआ देखने लायक था। ये वो ही बेटी हैं जिसका गेंगरेप कर के जीभ काटकर और आँखे एवं शरीर को जख्म करके हत्या कर दी थी। आवाज उठाना मेरा कर्तव्य हैं।“

इस वीडियो को सोशल मंचो पर काफी साझा किया गया है।

अनुसंधान से पता चलता है कि…
वीडियो हाथरस कांड की पीडिता से सम्बंधित नहीं है। वीडियो में दिख रही लड़की का नाम नाज़िया खान है जो कि हैदराबाद स्थित एक ई- कॉमर्स कंपनी की कर्मचारी है। |
उपरोक्त वीडियो की जाँच हमने इनवीड टूल के माध्यम से यांडेक्स रीवर्स इमेज सर्च के ज़रिये की, तो हमें एक यूट्यूब चैनल मिला जहाँ यह वीडियो प्रसारित किया हुआ है। इस यूट्यूब चैनल का नाम एम.डी.आदिल फयाज़ है।
इसके पश्चात हमने इस नाम की खोज फेसबुक पर की तो हमें वहाँ इस नाम से एक अकाउंट मिला। उस अकाउंट की जाँच करने पर हमें उसमें वही तस्वीर मिली जो तस्वीर उस यूट्यूब चैनल पर प्रोफाइल पिक्चर है। उस तस्वीर को गौर से देखने पर आपको उसमें सेफ शॉप नाम दिखेगा।
उस नाम को ध्यान में रखते हुए कीवर्ड सर्च के माध्यम से हमें इसी नाम से एक वैबसाइट मिली। उस वैबसाइट को देखने पर हमें पता चला कि सेफ शॉप एक ई- कॉमर्स कंपनी है।
हमने उस कंपनी को संपर्क करने की कोशिश की तो हमें उस कंपनी के एक पूर्व अधिकारी ने वायरल हो रहे वीडियो में दिख रही लड़की की पहचान बतायी, उन्होंने हमें उस लड़की के इंस्टाग्राम अकाउंट का लिंक भेजा। जब हमने उसके इंस्टाग्राम का अकाउंट देखा तो हमें पता चला कि उस लड़की का नाम नाज़िया खान है।
इसके पश्चात उस लड़की के नाम को ध्यान में रखते हुए हमने कीवर्ड सर्च के माध्यम से जाँच की तो हमें यूट्यूब पर उस लड़की के कई वीडियो मिले। उनमें से एक वीडियो में उस लड़की ने उसके जीवन के बारे में सब बताया है। इस वीडियो में आपको एक तस्वीर दिखेगी जिसमें उस लड़की के बचपन की तस्वीर पर उसका नाम नाज़िया लिखा है।
वीडियो में नाज़िया ने वायरल हो रहे वीडियो के बारे में बताया है। उसने कहा कि वह लीडरस् क्लब की कोर ट्रेनिंग के लिए गयी थी जहाँ लोगों ने तालियों से उसका स्वागत किया था। उसने यह भी बताया कि वह ट्रेनिंग उसने नवंबर 2017 में ली थी। आप उसे ट्रेनिग के बारे में 8.15 से लेकर 10.30 तक सुन सकते है।
इस वीडियो को देखकर हमें यह भी पता चला कि नाज़िया खान एक प्रेरक वक्ता भी है।
तदनंतर हमने सेफ शॉप कंपनी के एक कर्मचारी से संपर्क किया तो उसने हमें इस बात की पुष्टि की कि वायरल हो रहे वीडियो में दिख रही लड़की हाथरस कांड की पीडिता नहीं है। सेफ शॉप के पर्ल पद्वी के कर्मचारी साई कुमार द्वारा हमें बताया गया कि,
“वायरल हो रहे वीडियो में दिख रही लड़की नाज़िया खान है। वे सेफ शॉप कंपनी में कार्यरत है। वे हैदराबाद में रहती है। उनका हाथरस में हुए कांड से कोई संबन्ध नहीं है। हमारे कंपनी में उनकी पद्वी डायमंड की है। हमारी दो दिन पहले ही मीटिंग थी उसमें हमारी नज़िया के साथ बातचीत भी हुई थी। वीडियो में दिख रहा दृष्य एक ट्रेनिंग कार्यक्रम का है। ऐसे कई कार्यक्रमों में मैं भी शामिल हुआ हूँ।“
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त दावे को गलत पाया है। वाईरल हो रहा वीडियो हाथरस कांड की पीडिता का नहीं है बल्की यह वीडियो नाज़िया खान नामक एक लड़की का है।

Title:हाथरस पीडिता के नाम से ग़लत लड़की का वीडियो वायरल किया गया है ।
Fact Check By: Rashi JainResult: False
