एक सभा को संबोधित करने के दौरान डोनाल्ड ट्रंप को थप्पड़ मारे जाने के दावे से वायरल हो रहा वीडियो फर्जी है, असल में वीडियो 2016 का है जिसे एडिट कर के हाल के दावे से गलत आधार पर साझा किया जा रहा है।
इन दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प सुर्खियों में छाये हुए हैं, जिसकी वजह है उनकी तरफ से हाल ही में घोषित की गई टैरिफ पॉलिसी। वैसे भारत पर भी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 26 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, जिसे फिलहाल 9 जुलाई तक के लिए रोक दिया गया है। इसी संदर्भ से जोड़ कर इंटरनेट पर ट्रंप पर एक वीडियो काफी वायरल हुआ है, जिसमें ट्रंप एक सार्वजानिक जनसभा के दौरान मंच से संबोधन करते दिखाई देते हैं तभी एक शख्स उनको पीछे से हाथ उठाकर मारता हुआ दिखाई देता। यह वीडियो शेयर करते हुए इसे हाल की घटना बताया जा रहा है और दावा किया जा रहा है कि मंच पर सभी के सामने ट्रंप पर को थप्पड़ मार दिया। वहीं पोस्ट को इस कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है…
दुनिया के सबसे ताकतवर इंसान अमेरिकी राष्ट्रपति #डोनाल्ड #ट्रंप के भरे मंच पर मारा गुद्दी में मारा जोरदार #थप्पड़ खैर थप्पड़ तों हमार नीतीश चच्चा कों भी पड़े है
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने जांच की शुरुआत में वीडियो से फ्रेम्स लेकर उसे गूगल लेंस से सर्च किया। परिणाम में हमें CBS News के यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो का मूल वीडियो अपलोड किया हुआ मिला। 12 मार्च 2016 को अपलोड किए गए इस वीडियो को वंडालिया के ओहायो में हुई रैली का बताया गया है। दिखाई देता है कि जब ट्रंप मंच पर संबोधन दे रहे थें तब उनके पीछे कोई भी लड़का नहीं दिखता है। मंच की ओर हलचल महसूस होते ही सीक्रेट सर्विस ट्रंप की ओर दौड़ पड़ती और उन्हें सुरक्षा के घेरे में लेती है। इससे पता चलता है कि वीडियो एडिटेड है।
आगे हमें इस वीडियो के बारे और भी मीडिया रिपोर्ट्स मिली जिनके हवाले से पता चला कि वायरल वीडियो पुराना है और एडिटेड है। 12 मार्च 2016 को छपी एनबीसी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ओहायो के डेटन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एक रैली को संबोधित कर रहे थे। तभी एक प्रदर्शनकारी ने मंच पर चढ़ने की कोशिश की थी। वहीं इस रिपोर्ट में डेटन एयरपोर्ट पुलिस विभाग के प्रमुख माइक एटर के हवाले से यह बताया गया था कि डोनाल्ड ट्रंप की वांडालिया, ओहायो रैली में मंच पर चढ़ने की कोशिश करने वाले व्यक्ति की पहचान थॉमस डिमासिमो के रूप में हुई थी, जिसे अशांति फैलाने और दहशत पैदा करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस रिपोर्ट में घटनाक्रम के वीडियो को भी शेयर किया गया है जिसे हम देख सकते हैं।
पड़ताल करने पर हमें इस घटना की अलग एंगल से लिए गए वीडियो भी मिले। इनमें नौ साल पहले द गार्जियन की वेबसाइट पर छपी वीडियो रिपोर्ट में देखा जा सकता है। इसके साथ ही एबीसी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर भी इसी घटना के दूसरे एंगल वाले वीडियो को भी देखा जा सकता है, जिसमें वह शख्स मंच पर चढ़ने की कोशिश करता हुआ दिखाई देता है और सुरक्षा गॉर्ड द्वारा पकड़ लिया जाता है।
अंत में हमने इस वीडियो पर और अधिक स्पष्टीकरण के लिए वायरल वीडियो और हमें मिली मूल वीडियो के बीच विश्लेषण किया। साफ़ तौर पर पता चलता है कि डोनाल्ड ट्रंप के मंच पर एक शख्स ने चढ़ने की कोशिश की थी और उसी वीडियो को एडिट किया गया है। वीडियो को निम्न में देखें।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से पता चलता है कि, सभा को संबोधित करने के दौरान डोनाल्ड ट्रंप को एक शख्स द्वारा पीछे से मारने के दावे से वायरल वीडियो फर्जी है। यह हाल का वीडियो नहीं है। क्यूंकि मूल वीडियो 2016 में ट्रंप की एक चुनाव रैली के दौरान का है, जब एक शख्स मंच पर चढ़ने की कोशिश करता है लेकिन सीक्रेट सर्विस के एजेंट उसे पकड़ लेते हैं। उसी समय के वीडियो को एडिट कर के भ्रामक दावे से शेयर किया जा रहा है।
Title:मंच पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भाषण देने के दौरान पीछे से थप्पड़ मारने का एडिटेड वीडियो भ्रामक दावे से वायरल…
Written By: Priyanka SinhaResult: Altered
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