सोशल मंचो पर अकसर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सम्बंधित कुछ गलत व भ्रामक दावे वायरल होते चले आ रहे है, इन दिनों एक वीडियो सोशल मंचो पर बहुत तेज़ी से वायरल किया जा रहा है। यह वीडियो एक ब्लैक एंड वाईट वीडियो है जिसमें हम एक शख्स को योग आसन करते हुए देख सकते है। यह 8.24 मिनट का वीडियो है। वीडियो के साथ जो दावा वायरल हो रहा है उसके मुताबिक ये वीडियो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योग साधना का है।

वीडियो के शीर्षक में लिखा है,

“एक दुर्लभ अद्भुत विडीयो नरेन्द्र मोदीजी का, आप भी आश्चर्यचकित रह जाएंगे।उच्च स्तरकी योग साधना।”

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फेसबुक | आर्काइव लिंक

इस वीडियो को सोशल मंचो पर काफी साझा किया गया है।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वीडियो योग गुरू तिरुमलाई कृष्णमाचार्य का है। इस वीडियो का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोई संबन्ध नहीं है।

सबसे पहले हमने उपरोक्त फेसबुक पोस्ट के कमेंट अनुभाग को खंगाला तो वहाँ हमें एक उपभोक्ता का कमेंट मिला जिसमें उसने साफ शब्दों में लिखा है कि इस वीडियो में कृष्णमाचार्य योग कर रहे है। इससे हमने अनुमान लागाया कि यह शख्स नरेंद्र मोदी नहीं है।

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फेसबुक | आर्काइव लिंक

इसके पश्चात हमने वीडियो की इनवीड- वी वैरिफाइ टूल के माध्यम से छोटे कीफ्रेम्स में काटकर गूगल रीवर्स इमेज सर्च के ज़रिये जाँच की तो परिणाम में हमें एक यूट्यूब वीडियो मिला जो वायरल हो रहे वीडियो का सदृश्य है। वीडियो को यूट्यूब उपभोक्ता ने 2014 में अपलोड किया हुआ था और उसके शीर्षक में लिखा है, “कृष्णमाचार्य बी.के.एस अयंगर 1938 में योग सूत्र भाग 1of 6 के साथ।”

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यूट्यूब | आर्काइव लिंक

इस वीडियो को टॉम मार्टिन नामक एक यूट्यूब उपभोक्ता ने भी अपने चैनल पर प्रसारित किया हुआ है।

आर्काइव लिंक

तदनंतर अधिक कीवर्ड सर्च करने पर हमें चेन्नई में स्थित तिरुमलाई कृष्णमाचार्य द्वारा स्थापित योगा संस्था, कृष्णमाचार्य योगा मंदिरम के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर वायरल हो रहा यही वीडियो मिला। इस वीडियो के शीर्षक में लिखा है, “1938 में कृष्णमाचार्य और बी.के.एस अयंगर द्वारा योग।“

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यूट्यूब | आर्काइव लिंक

तत्पश्चात उपरोक्त सभी सबूतों की पुष्टि करने के हेतु हमने चेन्नई में स्थित कृष्णमाचार्य योगा मंदिरम संस्था में संपर्क किया, तो संस्था के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा, “वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहे योगा गुरू तिरुमलाई कृष्णमाचार्य है। ये वीडियो 1938 में फिल्माया गया है।“

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया है कि वीडियो के साथ किया गया उपरोक्त दावा गलत है। वीडियो में दिख रहे शख्स योग गुरू तिरुमलाई कृष्णमाचार्य है। इस वीडियो का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोई संबन्ध नहीं है।

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Title:योगा गुरू तिरुमलाई कृष्णमाचार्य के योग के वीडियो को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बता वायरल किया जा रहा है।

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False