घटना का सांप्रदायिकता से कोई मतलब नहीं है, मामला प्रेम प्रसंग का है जिसमें प्रेमिका द्वारा पुजारी की हत्या की गई है।

Communal False

सोशल मीडिया पर एक पुजारी की तस्वीर शेयर कर दावा किया जा रहा है कि बिहार के गोपालगंज में एक मंदिर के पुजारी की  ISIS स्टाइल में हत्या की गई। कई यूजर ने मृतक की धार्मिक पहचान को उजागर करते हुए इस खबर को सांप्रदायिक रंग देकर साझा किया है और ये दावा किया है कि इससे धार्मिक नफरत फैलाई जा रही है। वायरल तस्वीर में एक तरफ मंदिर के सामने खड़े एक पुजारी की तस्वीर दिख रही है, वहीं दूसरी तरफ एक मृतक शरीर दिख रहा है।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- बिहार के गोपालगंज ISIS स्टाइल में हत्या। गुप्तांग काटा, जीभ निकाली, आँख नोचकर झाड़ी में फेंकी: बिहार के गोपालगंज में BJP नेता के ‘पुजारी’ भाई की निर्मम हत्या।

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https://twitter.com/Abhinav12778/status/1736295653977002184

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल पोस्ट  के बारे में जानने के लिए अलग- अलग की-वर्डस का इस्तमाल किया। परिणाम में हमें वायरल पोस्ट की खबर पत्रिका में प्रकाशित मिली। 17 दिसंबर 2023 को प्रकाशित इस खबर के अनुसार बिहार से एक पुजारी की निर्मम हत्या का मामला सामने आया। 

यहां हत्यारों ने पहले पुजारी की गोली मारकर हत्या कर दी फिर उसकी दोनों आंखें निकालीं। पुलिस ने बताया कि मृतक के गर्दन के पास गोली मारी गई है और दोनों आंखें निकाल ली गई हैं। अपराधियों ने पाइवेट पार्ट को भी नुकसान पहुंचाया है।

मृतक की पहचान मांझा थाना क्षेत्र के दानापुर गांव के रहने वाले 32 वर्षीय मनोज साह के रूप में हुई है।

पुजारी नहीं था मृतक मनोज साह-

 मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमने आगे की पड़ताल की। हमें जानकारी में यह पता चला कि मृतक मनोज साह मेन पुजारी नहीं थाडीआईजी ने कहा कि मृतक मंदिर का पुजारी नहीं था बल्कि केयर टेकर के रूप में रहता था। 

वहीं एबीपी लाइव में प्रकाशित खबर के अनुसार पुजारी मनोज साह हत्याकांड मामले में सारण डीआईजी विकास कुमार ने 18 दिसंबर को कहा कि गांव की युवती के साथ मनोज साह का प्रेम-प्रसंग चल रहा था। युवती की शादी होने के बाद उसे ब्लैकमेल करने लगा था। परेशान होकर युवती ने अपने घर वालों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची। 10 दिसंबर को युवती ने फोन कर मनोज को बुलाया था। इसके बाद तीन से चार दिनों तक एक कमरे में बंद कर पिटाई की फिर उसकी हत्या कर दी। हत्या में शामिल दो महिला समेत तीन लोगों को एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अभियुक्तों में नेहा कुमारी, सुनीता देवी और अमित कुमार शामिल हैं। ये सभी मांझा थाना क्षेत्र के दानापुर गांव के रहने वाले हैं।

गोपालगंज पुलिस ने ट्विट कर वायरल खबर की पूरी जानकारी दी है। जानकारी के अनुसार गोपालगंज पुलिस के पूछताछ के दौरान उसकी पूर्व प्रेमिका नेहा कुमारी ने अपराध स्वीकार कर लिया। उसने कहा कि मनोज शाह उसके अश्लील/निजी वीडियो को वायरल करने की धमकी दे रहा था।

इस खबर को यहां. यहां और यहां पर भी देखा जा सकता है। खबरों के अनुसार इस घटना में कोई साप्रदायिक एंगल नहीं है। मृतक और आरोपी दोनों एक ही धर्म के थें।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, बिहार के गोपालगंज पुजारी हत्याकांड में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। आरोपी और मृतक दोनों  एक ही धर्म के हैं। ब्लैकमेलिंग से परेशान प्रेमिका ने पुजारी को इस प्रकार मौत के घाट उतारा था। जिसमें प्रेमिका की अपनी चाची और भाई शामिल था।

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Title:घटना का सांप्रदायिकता से कोई मतलब नहीं है, मामला प्रेम प्रसंग का है जिसमें प्रेमिका द्वारा पुजारी की हत्या की गई है।

Written By: Sarita Samal 

Result: False