
वर्तमान में देश में जगह-जगह हो रहे किसान आंदोलन के चलते सोशल मंचों पर किसानों व किसान आंदोलन से जुड़ी कई भ्रामक व गलत ख़बरें फैलाई जा रहीं हैं, फैक्ट क्रेसेंडो ने पूर्व में भी कई ऐसे भ्रामक दावों की सच्चाई अपने पाठकों तक पहुँचाई है जहाँ पुराने वीडियो व तस्वीरों को गलत व भ्रामक दावों के साथ फैलाया जा रहा था। सोशल मंचों पर वर्तमान में हमें कुछ तस्वीरों को जोड़ कर बनाई गई एक तस्वीर वायरल होती दिख रही है जिसमें कई लोग घायल है व उनके हाथ व सर से खून बह रहा है। इस तस्वीर के साथ जो दावा वायरल हो रहा है उसके मुताबिक ये पाँच तस्वीरों का संकलन वर्तमान में हो रहे किसान आंदोलन के दौरान उन पर हुए अत्याचार का है। इस तस्वीर के साथ जो शीर्षक है उसमें लिखा है,
“किसान आंदोलन हुआ उग्र तस्वीरें आपको भयभीत कर देगी अन्नदाताओं पर जो अत्याचार हो रहा है यह बिकाऊ मीडिया आपको नहीं दिखाएगा।“
इस पोस्ट को सोशल मंचो पर काफी साझा किया गया है।
अनुसंधान
तस्वीरें केरल के पलक्कड़ में युवा कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज की हैं, ये तब हुआ जब युवा कांग्रेस के कार्यकर्ता सोना तस्करी के मामने में घिरे केरल के शिक्षण मंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे थे।
जाँच की शुरुवात हमने उपरोक्त वायरल तस्वीरों की पड़ताल गूगल रीवर्स इमेज सर्च के ज़रिये से की तो हमें एक ट्वीट मिला जिसमें इन तस्वीरों के संकलन को पोस्ट किया हुआ था, इन तस्वीरों को यूथ कांग्रेस का आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया गया था है। उस ट्वीट के शीर्षक में लिखा है,
“सोने की तस्करी में एल.डी.एफ सरकार की भागीदारी के विरोध में केरल के बाहर यूथ कांग्रेस के कैडरों पर हुए क्रूर हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं।
हमले में विधायक वीटी बलराम और कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए। राज्य प्रायोजित हिंसा हमें भयभीत नहीं कर सकती है!”
इसके पश्चात उपरोक्त ट्वीट को ध्यान में रखते हुये हमने केरल में यूथ कांग्रेस के नेताओं पर हुए हमले को कीवर्ड सर्च के माध्यम से ढूँढा, परिणामस्वरुप हमें कई समाचार लेख मिले जिनमें यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर हुए हमले के समाचार प्रकाशित किया था व वायरल हो रही तस्वीरों के संकलन को भी प्रसारित किया था।
इन समाचार लेखों में लिखा है कि
केरल के कोच्चि में स्थित एन.आई.ए के दफ्तर में सोना तस्करी के मामने में केरल के शिक्षण मंत्री के.टी जलील से पुछताछ की जा रही थी। उसी दैरान यूथ कांग्रेस व केरल के अन्य विरोधी दलों के नेता व कार्यकर्ता राज्य के कई शहरों में के.टी जलील के इस्तीफे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, जिसके चलते केरल के पलक्कड़ में युवा कांग्रेस के नेता व कार्यकर्ता भी आंदोलन कर रहे थे। उसी दौरान उन पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिसमें यूथ कांग्रेस के विधायक वी.टी बलराम और उनके साथ आन्य कार्यकर्ता भी घायल हो गए।
जाँच के दौरान हमें यूथ कांग्रेस के केरल के अध्यक्ष व पलक्कड़ के विधायक शफी परमबिल का फेसबुक पोस्ट मिला जिसमें उन्होंने पुलिस के इस बर्ताव पर आपत्ती जताई है।
“पुलिस के गुंडे पलक्कड़ यूथ कांग्रेस के खिलाफ हैं। वी.टी बलराम विधायक सहित कई सहयोगी घायल हो गए। सरकार उनके लोगों को आंदोलन कर रहे कार्यकरताओं के खून में डुबोने के निर्देश दे रही है परंतु हम संघर्ष के रास्ते से पीछे नहीं हटेंगे। मेरे प्यारे वी.टी और सेनानियों को बधाई।“
“पिनारयी विजयन के प्यार के लिए, पुलिस के गुंडे जो विरोध प्रदर्शन को एक रक्त क्षेत्र बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, बेहतर होगा कि पिनाराई विजयन का मुख्यमंत्री पद लंबे समय तक नहीं रहे। युवा कांग्रेस के सेनानियों को हार्दिक बधाई”
इसके पश्चात अधिक जानकारी हासिल करने के लिए हमने यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव व केरल की यूथ कांग्रेस इंचार्ज शाहीद शहज़ादा से संपर्क किया तो उन्होंने हमें बताया कि,
“ वायरल पोस्ट में जो तस्वीरें है वे यूथ कांग्रेस के नेताओं की है। इन तस्वीरों का देश में चल रहे किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है। ये तस्वीरें लगभग 10-15 दिन पहले कि है हालाँकि हमारा आंदोलन कुछ एक महीने पहले शुरू हुआ था। यह आंदोलन केरल में हुए सोना तस्करी के संदर्भ में है। सोना तस्करी में सरकारी कर्मचारी शामिल है। पहले हमने केरल के मुख्यमंत्री के इस्तीफे के लिए आंदोलन किया था परंतु जब हमें पता चला कि के.टी. जलील का इस तस्करी में हाथ है तब से हमने जलील के इस्तीफे की मांग करना शुरू कर दिया है। हम कई दिनों से आंदोलन कर रहे है परंतु इतनी बेरहमी से इससे पहले कभी किसी को घायल नहीं किया गया था। हमने इस घटना के विरोध में शिकायत दर्ज की थी परंतु इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।“
सोना तस्करी मामला क्या है?
5 जुलाई 2020 को तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे पर सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्स एंड कस्टम्स द्वारा 14.82 करोड़ का 30 किलो 24 कैरेट सोने को एक राजनयिक बैग से जब्त किया गया था, जिसे तिरुअनंतपुरम में यू.ए.ई वाणिज्य दूतावास में पहुंचाया जाना था।
इस मामले में सी.एम पिनाराई विजयन के प्रमुख सचिव एम.शिवशंकर को प्रारंभिक जांच के बाद निलंबित और हटा दिया गया था। उन्होंने पुष्टि की थी कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एन.आई.ए) जांच में एक आरोपी स्वप्ना सुरेश के साथ उनके संबंध थे।
केरल के मंत्री के.टी जलील और सी.पी.आई.एम के राज्य महासचिव कोडिएरी बालाकृष्णन के बेटे बिनेश कोडियरी से एन.आई.ए और ई.डी ने इस मामले में पूछताछ की थी। जिसके बाद केरल में के.टी जलील के इंस्तीफे के लिए आंदोलन शुरू हो गए थे।
आपको बता दें कि इस मामले में मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश हैं, स्वप्ना सुरेश संयुक्त अरब अमीरात वाणिज्य दूतावास के कार्यालय में एक पूर्व कार्यकारी सचिव है, जिन्होंने केरल के मुख्य मंत्री के पूर्व प्रमुख सचिव एम.शिवशंकर के अधीन राज्य सरकार के प्रमुख अंतरिक्ष पार्क परियोजना के साथ एक अनुबंध कर्मचारी के रूप में काम किया है।
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त दावे को गलत पाया है। वायरल हो रही तस्वीरों का वर्तमान में हो रहे किसान आंदोलन से कोई संबन्ध नहीं है।

Title:केरल यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की तस्वीरों को किसानों का बताया जा रहा है।
Fact Check By: Rashi JainResult: False
