यह तस्वीर दिल्ली पुलिस की नहीं, बल्की बदायूं पुलिस की है। इसमें कोई भी शख्स पत्थरबाज नहीं था।

हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान उत्तर पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में पथराव के चलते हिंसा भड़की थी। इस मामले में पुलिस ने 23 लोगों को गिरफ्तार किया है।

इसके चलते एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें कुछ पुलिसकर्मी भगवा गमछा पहने दो लोगों के साथ दिख रहे हैं। इस तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि जहांगीरपुरी हिंसा के दिल्ली पुलिस ने हिंदू पत्थरबाजों को वक्त इस तरह से साथ दिया।

वायरल हो रहे पोस्ट में लिखा है, “पुलिस जी को सुरक्षित लेकर जाते हुए दो भगवाधारी समाज सेवक? अब ये दिल्ली पुलिस है या संघी पुलिस खुद पता लगाएं। संविधान बचाओ संघर्ष समिति” (शब्दश:)

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अनुसंधान से पता चलता है कि...

यांडेक्स रिवर्स इमेज सर्च से 20 अप्रैल 2020 को ट्वीटर पर शेयर की गई यही तस्वीर मिली। उसमें बताया है कि यह तस्वीर उत्तर प्रदेश के बदायूं की है।

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इस जानकारी को ध्यान में रखते हुये हमने बदायूं के पुलिस अधीक्षक प्रवीण सिंह चौहान से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि “यह तस्वीर बदायूं की है। इसमें पुलिस के साथ दिख रहे लोग अपराधी या फिर दंगाई नहीं, बल्कि कोरोना वारियर्स है। उनका नाम मुकेश कुमार और सुनील गुर्जर है। वे पुलिस के साथ मोहल्ले में घुम कर लोगों से आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने और अपने- अपने घरों में रहने के लिये कह रहे है।“

आगे बढ़ते हुये हमें 20 अप्रैल 2020 को बदायूं पुलिस का एक ट्वीट भी मिला। यह ट्वीट इसी तस्वीर से संबन्धित पोस्ट किये गये एक वीडियो के जवाब में बदायूं पुलिस ने किया था। उसमें बताया गया है कि यह तस्वीर बदायूं के थाना कोतवाली क्षेत्र की है।

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इसके बाद इस बारे में और जानकारी लेने के लिये हमने थाना कोतवाली के थाना प्रभारी से भी बात की। उन्होंने हमें बताया कि “इस तस्वीर के संबंध में ट्विटर पर अप्रैल 2020 को एक वीडियो थाना कोतवाली क्षेत्र की प्रसारित की गई थी। जिसमें पुलिस के साथ दो व्यक्ति घूम रहे हैं जो कोरोना वारियर्स मुकेश कुमार और सुनील गुर्जर थे। जिनके द्वारा मोहल्ले में भ्रमण कर लोगों से आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने तथा अपने अपने घरों में रहने की अपील की गई थी। उपरोक्त फोटो थाना कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत मोहल्ला जालंधरी सराय का है। उपरोक्त तस्वीर का दिल्ली या अन्य किसी भी जगह की घटना से कोई संबंध नहीं है।“


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निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर के साथ किया गया दावा गलत है। वायरल तस्वीर यूपी के बदायूं की है। अप्रैल 2020 में कोरोना वॉरियर्स के साथ पुलिसकर्मी घर-घर जा कर लोगों को बाहर ना निकलने का आवाहन कर रहे थे।

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Title:दो साल पुरानी यूपी की तस्वीर दिल्ली पुलिस भगवाधारी पत्थरबाजों को संरक्षण देने के गलत दावे के साथ वायरल

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False