यह वीडियो पहलगाम आतंकी हमले से सम्बंधित नहीं है, यह वैष्णो देवी रोपवे के विरोध के दौरान मजदूर यूनियन के दो नेताओं की गिरफ्तारी का पुराना वीडियो है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले से जोड़ कर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल काफी वायरल हो रहा है। इसमें दिखाई दे रहा है कि पुलिस अपने बल का प्रयोग करते हुए एक शख्स को जबरन पकड़कर ले जा रही है। वीडियो किसी बाजार का है, जहां सड़क के दोनों ओर दुकानें हैं। इसी दौरान पुलिसकर्मी उस शख्स को खींचकर ले जाती है और पुलिस वैन में बिठा देती है। हालांकि वो शख्स अपने बचाव में पुलिस का विरोध करता है लेकिन पुलिस वाले उस शख्स को गाड़ी में बैठा देते हैं। यूज़र द्वारा यह वीडियो इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि, पहलगाम में हुए आतंकी वारदात के बाद सेना ने कार्रवाई करते हुए कश्मीर के उन स्थानीय नेताओं को पकड़ा जिन्होंने पहलगाम में आतंकी हमले में आतंकवादियों की मदद की थी।यूज़र ने इस वीडियो को इस कैप्शन के साथ शेयर किया है….
ये कश्मीर के स्थानीय नेता हैं,, जिन्हें आतंकवादियों का साथ देने के लिए पकड़ कर ले जाया जा रहा है..!**कश्मीर में कुछ “स्थानीय नेता” नहीं, दरअसल आतंक के लोकल एजेंट पकड़े जा रहे हैं।* *जो मंच पर लोकतंत्र की बात करते हैं, और पीछे से AK-47 वालों को रसद और रास्ता देते हैं।**अब NIA और सुरक्षा बल सिर्फ आतंकियों को नहीं, उनके पॉलिटिकल दलालों को भी उठा रहे हैं।**ये सफाई ज़रूरी है, वरना जहर जड़ तक फैल जाएगा।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
हमने वायरल वीडियो की जांच के लिए शुरुआत में यह देखा कि इसमें Jammu Links News का एक वाटरमार्क मौजूद है। इसको आधार बना कर सर्च करते हुए हम Jammu Links News के यूट्यूब चैनल तक पहुंचे, जहां पर यहीं वायरल वीडियो 27 नवंबर 2024 को शेयर किया गया था। वीडियो के साथ जो जानकारी साझा की गई थी उसके अनुसार, यह वीडियो तब का है जब जम्मू क्षेत्र के कटरा में श्रमिक यूनियन के दो नेताओं की गिरफ्तारी हुई थी। स्थानीय व्यापारी कटरा से वैष्णो देवी मंदिर तक प्रस्तावित रोपवे लाइन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, तभी व्यापारियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हो गई।
फिर हमें मामले से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। इनमें 27 नवंबर 2024 को प्रकाशित द हिंदू की रिपोर्ट के अनुसार, कटरा में श्री माता वैष्णो देवी भवन तक प्रस्तावित रोपवे परियोजना के तहत ताराकोट मार्ग और सांझी छत के बीच लगभग 250 करोड़ रुपये की लागत से एक रोपवे बनाए जाने का प्रस्ताव है। इसी रोपवे परियोजना के विरोध में स्थानीय व्यापारियों ने विरोध प्रदर्शन किया, जो काफी हिंसक हो गया था। इसके बाद पुलिस ने हिंसा के संबंध में दो एफआईआर दर्ज कर कम से कम चार लोगों को हिरासत में लिया। वही रिपोर्ट में स्थानीय लोगों के हवाले से बताया गया है कि हिरासत में लिए गए लोगों में मजदूर यूनियन कटरा के नेता भूपिंदर सिंह जम्वाल और सोहन चंद भी शामिल हैं। भूपिंदर सिंह ने हाल ही में वैष्णो देवी सीट से विधानसभा चुनाव भी लड़ा था और वह पोनी व पालकी सेवा संचालक संगठन के नेता भी हैं।
27 नवंबर 2024 को छपी जागरण की खबर के मुताबिक पुलिस ने 27 नवंबर, 2024 को मजदूर यूनियन के नेता भूपेंद्र सिंह जामवाल और सोहन चंद को कटरा के बाणगंगा मार्ग पर हिरासत में ले लिया था। ये दोनों लोग बाकी मजदूरों के साथ मिलकर रोपवे परियोजना के खिलाफ प्रदर्शन करने जा रहे थे।
हमें इस घटना से जुड़ी रिपोर्ट कश्मीर के लोकल मीडिया आउटलेट द्वारा साझा की हुई मिली। ग्रेटर कश्मीर नाम की मीडिया आउटलेट में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया था। कुछ दुकानदारों ने पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की थी। इसके बाद पुलिस ने पूरे कस्बे में छापेमारी कर भूपिंदर सिंह और सोहन चंद को गिरफ्तार किय। वहीं अधिकारियों के हवाले से बताया गया कि इन नेताओं ने कटरा में चार दिन तक प्रस्तावित रोपवे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था, जिसके कारण पथराव और कानून-व्यवस्था से जुड़ी समस्याएं सामने आई थीं।
इस खबर को यहां और यहां पर भी देखें जा सकते हैं, जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि जम्मू में रोपवे के खिलाफ हुए प्रदर्शन के सिलसिले में पुलिस कार्रवाई का पुराना वीडियो, हाल के पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुई सेना की कार्रवाई के नाम पर साझा किया जा रहा है।
निष्कर्ष
तथ्यों के जांच से पता चलता है कि वैष्णो देवी रोपवे परियोजना को लेकर हुए एक प्रदर्शन के दौरान स्थानीय नेताओं की गिरफ्तारी का वीडियो हालिया संदर्भ से जोड़ कर फैलाया जा रहा है। वायरल वीडियो का पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीरी नेताओं पर सेना की कार्रवाई जैसे भ्रामक दावे से कोई संबंध नहीं है।
Title:जम्मू में वैष्णो देवी रोपवे का विरोध कर रहे यूनियन लीडर को हिरासत में लेने का पुराना वीडियो, पहलगाम आतंकी हमले से जोड़कर वायरल…
Written By: Priyanka SinhaResult: False
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