दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन आंदोलनकारी किसानों और दिल्ली पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़पों के बाद, सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी तेजी से वायरल होता दिखा रहा है, वीडियो के माध्यम से ये दावा किया जा रहा है कि किसान आंदोलन में हिस्सा लेने आई एक बुजुर्ग महिला को भाजपा कार्यकर्ताओं ने रौंद डाला|
पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि
“आरोप है कि किसान आंदोलन में हिस्सा लेने पहुँच रही बुजुर्ग महिला किसानों को गुस्से में #BJP के कार्यकर्ता ने कुछ रोंद डाला… किसी मीडिया ने यह तस्वीरें दिखा क्या BJP नेताओं से सवाल किए..? शर्मनाक – via @LambaAlka”
कांग्रेस की सदस्य अलका लांबा ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर इसी दावे के साथ इस वीडियो को पोस्ट करते हुए कहा कि यह घटना ‘शर्मनाक’ है | पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि
“हे राम.. 🙁, घोर अनर्थ आरोप है कि किसान आंदोलन में हिस्सा लेने पहुँच रही बुजुर्ग महिला किसानों को गुस्से में #BJP के कार्यकर्ता ने कुछ रोंद डाला… किसी मीडिया ने यह तस्वीरें दिखा क्या BJP नेताओं से सवाल किए..? शर्मनाक – पीड़ादायक :(. #FarmersProstest”
अनुसंधान से पता चलता है कि..
जाँच की शुरुवात हमने इस वीडियो से संबंधित कीवर्डस को गूगल पर सर्च कर ख़बरों को ढूँढने से की जिसके परिणाम से हमें कई न्यूज़ रिपोर्ट मिली जिनके अनुसार अमृतसर के वल्लाह में महिलाओं के एक समूह के ऊपर पानी का टैंकर पलटने से दो महिलाओं की मौत हुई और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गई | ख़बरों के अनुसार यह घटना अमृतसर स्तिथ वल्लाह से है | इस खबर में कही भी इस घटना के साथ किसी भी भाजपा कार्यकर्ता से कोई संबंध होने की बात नही कही गयी है |
फैक्ट क्रेसेंडो के वल्लाह के एस.एच.ओ संजीव कुमार से संपर्क किया जिन्होंने हमने बताया कि “सोशल मीडिया पर दिख रहे वीडियो वाली इस घटना का किसी भी राजनीतिक दल से कोई संबंध नहीं है | हमने ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। वल्लाह पुलिस स्टेशन में मामला भी दर्ज किया गया था | ट्रैक्टर चलाने वाला शख्स मिस्त्री होने के साथ साथ एक छोटा कांट्रेक्टर है | उनके मजदूर साइट पर काम कर रहे थे और क्योंकि उन्हें पानी की जरूरत थी, आदमी ने एक ट्रैक्टर लिया और उसमें पानी लाने के लिए उसे चलाया, वह ट्रैक्टर चालक नहीं है और ट्रैक्टर को ठीक से चलाना नहीं जानता था जिसके चलते यह दुर्घटना हुई थी। हमने जो जांच की, उसके आधार पर मैं आपको स्पष्ट बता सकता हूं कि वह भाजपा कार्यकर्ता नहीं हैं। हमने उसे गिरफ्तार कर लिया था और वह दो दिन के लिए पुलिस रिमांड में था और अब वह न्यायिक हिरासत में है |”
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | यह घटना २६ जनवरी, २०२१ को अमृतसर में हुई थी। अमृतसर शहर के पुलिस अधिकारी ने पुष्टि की है कि यह एक स्थानीय दुर्घटना थी और इस प्रकरण का किसी भी राजनीतिक दल या फिर किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं है, यह दुर्घटना चालक द्वारा ट्रैकटर पर नियंत्रण खोने से हुई थी|
Title:भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा किसान आंदोलन में हिस्सा लेने आई बुजुर्ग महिला को ट्रेक्टर के नीचे कुचलने का दावा गलत है |
Fact Check By: Rashi JainResult: False
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