महाराष्ट्र में बस चालक पर हमले का असंबंधित वीडियो दिल्ली दंगे के नाम से हुआ वायरल |

False National Political

सोमवार को नए नागरिकता कानून को लेकर पूर्वोत्तर दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में कई हिंसक झड़पें हुईं |इन झड़पों के चलते कई लोग मारे गए है जिनमें से एक पुलिस हेड कांस्टेबल भी शामिल थे और ५० से अधिक लोग घायल हो चुके है | सोशल मीडिया पर कथित तौर पर सांप्रदायिक द्वेष फैलाने की मंशा से कई पुराने व असंबंधित विडियो दिल्ली की वर्तमान हिंसा बता फैलाये जा रहें है |

इसी बीच एक बस चालक पर हमले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से इस दावे के साथ प्रसारित हो रहा है कि यह घटना वर्तमान से दिल्ली दंगों के दौरान की है। इसमें कुछ लोगों को गाड़ी से उतरते और बस ड्राइवर को लाठियों से पीटते हुए दिखाया गया है | सोशल मीडिया पर २८ सेकंड का वायरल वीडियो क्लिप बस के अंदर से रिकॉर्ड किया गया था |

पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि “दिल्ली में हेडकांस्टेबल की हत्या(शहीद) से पहले की भूमिका बांधते 15 करोड़ में से कुछ लोग |”

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक 

https://twitter.com/DiaQueri/status/1231995346189897728

आर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि..

फैक्ट क्रेस्सन्डो ने पाया कि वायरल वीडियो दिल्ली का नहीं है और इसका CAA-NRC के विरोध से कोई लेना-देना नहीं है | फैक्ट क्रेस्सन्डो के मराठी टीम ने हमारे संज्ञान में लाया कि यह वीडियो महाराष्ट्र का है | यह घटना १८ फरवरी २०२० को औरंगाबाद जिले में हुई थी | लोगों के एक समूह ने एक बस चालक को पीटा क्योंकि उसने उनके गाड़ी को सड़क पर ओवरटेक करने का जगह नही दिया | ABP माझा ने इस खबर को १९ फरवरी २०२० को प्रकाशित किया है |

आर्काइव लिंक 

महाराष्ट्र टाइम्स के रिपोर्ट के अनुसार यह घटना औरंगाबाद से ६० किलोमीटर दूर कन्नड़ के पास औरंगाबाद-शिरपुर बस में हुई थी | बस चालक द्वारा उन्हें ओवरटेक नहीं करने देने के बाद १०-१५  लोगों के एक समूह को गुस्सा आ गया था | उन्होंने व्यस्त सड़क पर यातायात को अवरुद्ध करते हुए बस के सामने कार रोक दी | आक्रोशित समूह ने बस चालक सुधाकर शामराव शिरसाट पर लाठियों से वार किया था| एक यात्री ने मारपीट का वीडियो रिकॉर्ड किया जिसके बाद यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया |

आर्काइव लिंक 

हमलावरों के खिलाफ कन्नड़ पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक, दो आरोपियों अलीम मकबूल शाह और रिजवान सलीम शेख को हिरासत में ले लिया गया है।

निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | यह स्पष्ट है कि वायरल वीडियो दिल्ली का नहीं है | यह घटना महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में हुई | यह रोड रेज का मामला था | कई सोशल मीडिया यूजर्स इसे दिल्ली में हुई हिंसा से जोड़कर सोशल मीडिया पर ग़लत विवरण दे फैला रहे है | 

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Title:महाराष्ट्र में बस चालक पर हमले का असंबंधित वीडियो दिल्ली दंगे के नाम से हुआ वायरल |

Fact Check By: Aavya Ray 

Result: False