
इंटरनेट पर अकसर कई वीडियो व तस्वीरों को सांप्रदायिकता से जोड़कर वायरल किया जाता रहा है। फैक्ट क्रेसेंडो ने ऐसे कई वीडियो व तस्वीरों का अनुसंधान कर उनकी प्रमाणिकता अपने पाठकों तक पहुंचाई है। इन दिनों ऐसा ही एक वीडियो सोशल मंचों पर काफी तेज़ी से साझा किया जा रहा है। उस वीडियो में आप एक पानी पूरी बेचने वाले को देख सकते है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि वीडियो में दिख रहा शख्स मुस्लिम समुदाय का है व वह पानी पुरी के पानी में मूत्र मिला रहा है।
वायरल हो रहे पोस्ट के शीर्षक में लिखा है,
“जिहादी ने पहले जग में पेशाब किया और वह पेशाब पीने वाले पानी में आधा डाला और आधा बाहर फेंक दिया ताकि ग्राहक को भी पता ना चले। दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में बाहर खाने पीने के शौकीन और स्ट्रीट फूड के दीवाने लोगों इन जिहादियों का अब क्या करोगे??”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वीडियो में दिख रहा पानी पुरी बेचने वाला शख्स मुस्लिम समुदाय से नहीं है। इस वीडियो को सांप्रदायिकता से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।
जाँच की शुरुवात हमने वायरल हो रहे वीडियो को इनवीड-वी वैरिफाइ टूल के माध्यम से गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च कर की, परिणाम में हमें वीडियो में दिख रहे दृश्य की तस्वीर टी.वी9 भारतवर्ष द्वारा इस वर्ष 21 अगस्त प्रकाशित किये हुये लेख में प्रकाशित की हुई मिली। लेख के मुताबिक वीडियो में दिख रही घटना गुवाहाटी के अठगांव इलाके की है व इस पानी पुरी विक्रेता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

तदनंतर गूगल पर इस सन्दर्भ में और अधिक जाँच करने पर हमें नवभारत टाइम्स द्वारा इस वर्ष 23 अगस्त को प्रकाशित एक लेख मिला जिसके मुतबिक वीडियो में दिख रहा ठेलेवाला 60 वर्ष का है व उसका नाम अक्रूल सहिनी है जो गुवाहाटी के भरालुमूख इलाके में पानी पुरी का ठेला लगाता था।

तत्पश्चात हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च किया व वायरल हो रहे वीडियो को खोजने की कोशिश की, हमें यही वीडियो न्यूज़ 18 वायरलस द्वारा इस वर्ष 20 अगस्त को प्रसारित किया हुआ मिला। वीडियो के शीर्षक में लिखा है, “शॉकिंग वीडियो। अगर आप भी पानी पुरी के दीवाने हैं तो हो जाये सावधान। गुवाहटी। वायरल वीडियो”, इसके साथ दी गयी जानकारी में लिखा है, “गुवाहाटी में पानी पुरी विक्रेता का एक सनसनीखेज वीडियो हुआ वायरल। पानी पुरी विक्रेता ने अपना मूत्र पानी पुरी के पानी में मिलाया। पुलिस ने पानी पुरी विक्रेता को गिरफ्तार कर लिया है।“
इसके बाद फैक्ट क्रेसेंडो ने अधिक जानकारी पाने के लिये व वायरल हो रहे दावे की सच्चाई जानने के लिये हमने असम के स्थानीय पत्रकार से संपर्क किया। हमने टाइम8 के पत्रकार प्रसेनजीत देब से संपर्क किया व उन्होंने हमें बताया कि, “वायरल हो रहा दावा सरासर गलत व भ्रामक है। वीडियो में दिख रहा पानी पुरी बेचने वाला शख्स मुस्लिम समुदाय से नहीं है बल्की वह एक बिहारी है। उसका नाम अक्रूल साहिनी है।“
प्रसेनजीत देब ने हमें टाइम8 द्वारा इस वर्ष 20 अगस्त को प्रकाशित किये हुये लेख का लिंक उपलब्ध कराया, इस लेख में के मुताबिक इस मामले में जो आरोपी है उसे भरलुमुख पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान भूतनाथ क्षेत्र निवासी अक्रूल साहिनी (60) के रूप में हुई है। यह वीडियो करीब 7-8 दिन पहले सोशल मीडिया पर जारी किया गया था। कथित तौर पर, गुवाहाटी के अठगांव इलाके में विक्रेता का स्टॉल लगाया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

आखिर में फैक्ट क्रेसेंडो ने उपरोक्त सभी सबूतों की पुष्टि करने हेतु व वायरल हो रहे दावे की सच्चाई जानने के लिये पश्चिम गुवाहाटी के उप. पुलिस आयुक्त नबनीत म्हणता से संपर्क किया, “उन्होंने हमें बताया कि वायरल हो रहा दावा सरासर गलत है। वीडियो में दिख रहा शख्स मुस्लिम समुदाय से नहीं है। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है व उस शख्स को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।“
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। इस वीडियो में दिख रहा पानी पुरी बेचने वाला शख्स मुस्लिम समुदाय से नहीं है। इस वीडियो को सांप्रदायिकता से जोड़कर गलत दावों के साथ वायरल किया जा रहा है।
फैक्ट क्रेसेंडो द्वारा किये गये अन्य फैक्ट चेक पढ़ने के लिए क्लिक करें :
१. पूर्व न्यायाधीश रंजन गोगोई ने नाम से फिरसे बना फर्जी अकाउंट जिससे सांप्रदायिक ट्वीट किये गये|

Title:असम के एक पानी पूरी विक्रेता द्वारा पानी में मूत्र मिलाने के प्रकरण को फर्जी सांप्रदायिक रंग दे सोशल मंचों पर फैलाया जा रहा है ।
Fact Check By: Rashi JainResult: False
