उत्तर प्रदेश (UP) में आगामी चुनाव (elections) के चलते सोशल मंचों पर कई वीडियो व तस्वीरों को सांप्रदायिकता (communal) से जोड़ इस राज्य का बता साझा किया जा रहा है। फैक्ट क्रेसेंडो ने ऐसे कई दावों का अनुसंधान कर उनकी प्रमाणिता अपने पाठकों तक पहुंचाई है।

इसी से संबन्ध एक वीडियो इंटरनेट पर काफी तेज़ी से साझा किया जा रहा है। उसमें आप कई लोगों की भीड़ को आक्रोश जताते हुए तोड़-फोड़ करते हुए देख सकते है। वीडियो में आप उन लोगों के हाथों में नारंगी रंग के झंड़े भी देख सकते है।

इस वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि इसमें घट रही घटना उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ ज़िले के लालगंज कस्बे की है। कुछ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जबरदस्ती दुर्गा पूजा (Durga Pooja) के पंडाल में घुस कर पूजा बंद करवा दी व दुर्गा माता पताका निकाल कर फेंक दिया। इसके बाद हिंदू संगठनों के कुछ लोगों ने उनका विरोध किया।

वायरल हो रहे पोस्ट में यूज़र ने लिखा है, “प्रतापगढ़ जिले के लालगंज कस्बे में दुर्गा पूजा के पंडाल में घुस कर मुस्लिम समुदाय के लोगो ने पूजा बंद करवा दी और मां दुर्गा का पताका निकाल कर फेंक दिया, उसके बाद श्री बजरंग सेना के कुछ सदस्य ओर हिंदू संगठन के लोग सक्रिय हो गए, एक एक मुस्लिम को उनके घरों से निकाल कर बुरी तरह पीटा, मस्जितों के झंडे उखाड़ कर फेंक दिए गए कारों व मोटर साइकिलों को तोड़ फोड़ दिया गया, समस्त मुस्लिम समुदाय थाने में शरण लिए हुए है, उक्त घटना पर मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर्ष व्यक्त करते हुए युवा हिंदुओ को बधाई दी, जय श्री राम।“

(शब्दश:)

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

फैक्ट क्रेसेंडो ने इस दावे को गलत पाया है। वीडियो में दिख रही घटना छत्तीसगढ़ के कवर्धा की है। हांलही में कवर्धा में दो गुटों के बीच झड़प हो रही है व वहाँ हिंसा का महौल बना हुआ है। इस वीडियो का उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से कोई संबन्ध नहीं है।

सबसे पहले हमने इस वीडियो को ध्यान से देखा, हमें उसमें एक गाड़ी के नंबर प्लेट पर CG-04 लिखा हुआ दिखा।


इससे हमने अनुमान लगाया कि यह वीडियो छत्तीसगढ़ (Chattisgarh) का हो सकता है। इसके बाद हमने कीवर्ड सर्च किया तो हमें कई वीडियो मिले जिनमें वर्तमान में छत्तीसगढ़ के कवर्धा (Kawardha) में हो रहे हिंसा को दर्शाया जा रहा है। आप इस वर्ष 6 अक्टूबर को ए.बी.पी न्यूज़ द्वारा प्रसारित किया हुआ एक वीडियो देख सकते है। उसमें हांलही में कवर्धा में हो रही हिंसा के बारे में पूरी जानकारी दी हुई है।

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इस बाद यूट्यूब पर और जाँच करने पर हमें द फायर न्यूज़ नामक एक यूट्यूब चैनल पर इस वर्ष 6 अक्टूबर को एक वीडियो प्रसारित किया हुआ मिला। इस वीडियो में हांलही में कवर्धा में हो रही हिंसा व तोड़-फोड़ के बारे में जानकारी दी गयी है। इसमें यह भी बताया गया है कि हिंसा व तोड़-फोड़ करने वालों को पुलिस गिरफ्तार कर ही है।

इस वीडियो में आप 1.51 से लेकर 2.05 तक देख सकते है।

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इससे हम यह कह सकते है कि वायरल हो रहा वीडियो वर्तमान में कवर्धा में हो रही हिंसा का है। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के कवर्धा में हांलही में एक चौराहे से धार्मिक झंडे हटाया गया था। इसको लेकर दो समूहों के बीच तनाव हो गया। इसके साथ कुछ हिंदू संगठनों ने झंडे को हटाने के खिलाफ रैली निकाली थी। रैली के दौरान काफी हिंसा हुई, घरों व गाडियों को तोड़ा-फोड़ा गया। इसके परिणाम में शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। स्थानीय प्रशासन को सी.आर.पी.सी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दिया है व पुलिस वायरल हो रहे वीडियो के आधार पर लोगों को गिरफ्तार कर रही है।

इस बारे में अधिक जानकारी पाने के लिये आप इंडिय टुडे द्वारा इस वर्ष 6 अक्टूबर को प्रकाशित लेख को पढ़ सकते है।

आगे बढ़ते हुए फैक्ट क्रेसेंडो ने उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के ए.एस.पी रोहित मिश्रा से संपर्क किया व उनसे इस दावे की पुष्टि की। उन्होंने हमें बताया कि, “वायरल हो रहा वीडियो उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ का नहीं है। वीडियो में दिख रही ऐसी कोई घटना यहाँ घटी नहीं है व यहाँ पर दुर्गा पंडाल से संबन्धित कोई सांप्रदायिक झगड़े नहीं हुए है।“

अधिक जाँच के दौरान हमें यू.पी पुलिस फैक्ट चेक द्वारा इस वर्ष 13 अक्टूबर को किया गया एक ट्वीट मिला। उसमें उन्होंने वायरल हो रहे दावे व वीडियो पर अपना स्पष्टिकरण दिया। उन्होंने जानकारी दी है कि इस वर्ष 5 अक्टूबर के छत्तीसगढ़ के कवर्धा में हुई घटना को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ की बता वायरल किया जा रहा है। प्रतापगढ़ पुलिस इसका खण्डन करती है व इस पर उन्होंने मुकदमा भी पंजीकृत किया है।

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निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। इस वीडियो में दिख रही घटना छत्तीसगढ़ के कवर्धा की है। हांलही में कवर्धा में दो गुटों के बीच झड़प हो रही है व वहाँ हिंसा का महौल बना हुआ है। इस वीडियो का उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से कोई संबन्ध नहीं है।

तालिबान के अफ़ग़ानिस्तान पर कब्ज़े से संबंधित अन्य फैक्ट चेक को आप नीचे पढ़ सकते है|

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Title:छत्तीसगढ़ में हुई झडप के वीडियो को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ का बता कर वायरल

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False