
वर्तमान में देश में बढ़ते कोरोनावायरस संक्रमण के चलते महाराष्ट्र में काफी बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित लोग पाये जा रहे हैं और इसी कारण कई लोगों की मृत्यू भी हो रही है। इसके चलते सोशल मंचों पर एक वीडियो इस दावे के साथ वायरल हो रहा है कि महाराष्ट्र के जलगांव में एक श्मशाम भूमि में शवों के अंतिम संस्कार के लिए लाइन लगी हुई है। इस वीडियो में आप एक श्मशान भूमि में कई शवों को ज़मीन पर रखे हुए देख सकते है व उनके साथ अंतिम विधि करने आए कई लोगों को भीड़ को देख सकते है।
वायरल हो रहे वीडियो के शीर्षक में लिखा है,
“सावधान – अभी तक आपने राशन के लिये कतार, गैस के लिये कतार, गर्मी में पानी के लिये कतार, तो देखी होगी। किंतु, महाराष्ट्र के जलगाँव में श्मशान भूमि पर शव के अंतिम संस्कार के लिये कतार लगी हुई है। कोरोना का हाहाकार।“
इस वीडियो को सोशल मंचों पर काफी तेज़ी से साझा किया जा रहा है।
अनुसंधान से पता चलता है कि…
फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रहा वीडियो गुजरात में स्थित सूरत के अश्विनी कुमार नामक एक श्मशान भूमि का है, इस वीडियो का महाराष्ट्र के जलगांव से कोई संबन्ध नहीं है।
जाँच की शुरुवात हमने वायरल हो रहे दावे को गूगल पर कीवर्ड सर्च कर किया, परिणाम में हमें एक फेसबुक पोस्ट मिला जिसमें यही वीडियो प्रसारित किया हुआ है, परंतु उसके शीर्षक में लिखा है, “बताया जा रहा है कि यह वीडियो गुजरात का है जहां शमशान भूमि पर शव के अंतिम संस्कार में लिये कतार लगी पड़ी है।”
उपरोक्त जानकारी को ध्यान में रखते हुए हमने गूगल पर अधिक कीवर्ड सर्च किया तो हमें गुजरात एक्सक्लुसिव नामक एक वैबसाइट पर प्रकाशित किये गये समाचार लेख में यही वीडियो प्रसारित किया हुआ मिला। यह समाचार लेख इस वर्ष 5 अप्रैल को प्रकाशित किया हुआ है व इसमें लिखा है कि, गुजरात के सूरत में अश्विनी कुमार श्मशान भूमि का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए लोगों की लंबी लाइन लगी हुई है व कोरोना के प्रोटोकॉल के अनुसार अंतिम संस्कार किया जा रहा है।
गुजरात एक्सक्लुसिव द्वारा यह वीडियो उनके यूट्यूब चैनल पर भी प्रसारित किया हुआ है।
इसके पश्चात उपरोक्त जानकारी को ध्यान में रखकर हमने गूगल पर अधिक कीवर्ड सर्च किया तो हमें संदेश न्यूज़ द्वारा इस वर्ष 8 अप्रैल को प्रकाशित किया हुआ एक समाचार लेख मिला, जिसमें वीडियो में दिख रहे दृश्य की तस्वीर प्रकाशित की हुई है। उसमें भी यही लिखा है कि समाचार लेख में प्रकाशित की गयी तस्वीर सुरत में स्थित अश्विनी कुमार श्मशान भूमि की है।
इसके बाद हमने टी.वी9 की एक रिपोर्टर पारुल महादिक से संपर्क किया व वायरल हो रहे वीडियो के संदर्भ में जानकारी ली, उन्होंने हमें बताया कि, वायरल हो रहा वीडियो सुरत के अश्विनी कुमार श्मशान भूमि का है। यह वीडियो 5-6 अप्रैल के आस-पास का है। इस वीडियो दिख रहे शव दोनों ही कोविड व नॉन-कोविड मरिज़ के है। इस वीडियो को टी.वी9 न्यूज़ चैनल पर भी चलाया गया था।
इसके बाद हमें पारुल महादिक ने अश्विनी श्मशान भूमि का एक और वीडियो उपलब्द कराया, इस वीडियो में भी आप अंतिम संस्कार के लिए शवों की लाइन लगी है, यह देख सकते है। यह वीडियो उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर प्रसारित किया हुआ है।
तदनंतर उपरोक्त सभी सबूतों की पुष्टि करने हेतु हमने अश्विनी कुमार श्मशान भूमि के ट्रस्टी प्रशांतभाई काबरावाला से संपर्क किया, उन्होंने हमें बताया कि, “महाराष्ट्र से जोड़ कर वायरल हो रहा दावा सरासर गलत है। यह वीडियो सुरत में स्थित अश्विनी कुमार श्मशान भूमि का है।“
आखिर में हमने महाराष्ट्र में स्थित जलगांव के एस.पी डॉ.प्रवीण मुंडे से संपर्क किया व उनसे ये जानने की कोशिश की कि क्या इस वीडियो का जलगांव से कोई संबन्ध है, उन्होंने कहा कि, “वायरल हो रहा दावा बिलकुल गलत है। मैंने मेरी टींम से इस वीडियो के बारे पता लगाया व हमने पाया कि यह वीडियो जलगांव का नहीं है।“
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि उपरोक्त दावा गलत है| वायरल हो रहा वीडियो गुजरात में स्थित सुरत के अश्विनी कुमार नामक एक श्मशान भूमि का है। इसका महाराष्ट्र के जलगांव से कोई संबन्ध नहीं है।
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Title:गुजरात के सूरत में स्थित एक श्मशान घाट में अंतिम संस्कार के लिए लाइन में लगे शवों के वीडियो को महाराष्ट्र के जलगांव का बता वायरल किया जा रहा है।
Fact Check By: Rashi JainResult: False
