
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में दो आदमी मिलकर एक आदमी को बेरहमी से डंडों से पीट रहे हैं और बुर्का पहने एक महिला पीड़ित को बचाने की कोशिश कर रही है | इस वीडियो को सोशल मीडिया पर फैलाते हुए दावा किया जा रहा है कि किस तरह मुसलमान समुदाय के लोगों को हिन्दू समुदाय के लोग पीट रहे है | साथ ही इस पोस्ट में कहा गया है कि हिंदुत्व की विचारधारा दुनिया के लिए बहुत खतरनाक है |
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुवात हमने उपरोक्त वायरल वीडियो को कीफ्रेम्स में तोड़कर इनविड टूल की मदद से रिवर्स सर्च करने से की, जिसके परिणाम से हमने पाया कि प्रशांत शुक्ला नाम के पत्रकार ने इस वीडियो को ६ जुलाई को ट्वीट करते हुए लिखा है कि ये वीडियो उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर का है |
तद्पश्चात हमने सिद्धार्थनगर के एस.पी विजय धुल से संपर्क किया जिन्होंने हमें बताया कि
“सोशल मीडिया पर इस वीडियो को फैलाते हुए किये गये दावे गलत है | इस वीडियो का संप्रदायिकता से कोई संबंध नही है | यह घटना दो परिवारों के बीच हुये आपसी झगड़े की है, जहाँ दोनों ही पक्ष एक ही धर्म के हैं | इनके बीच घर के बच्चों के बीच में चल रही किसी कहासुनी को लेकर आपस में झगडे शुरू हो गए थे | इस मामले में किसी हिन्दू और मुसलमान व्यक्ति के बीच मारपीट नही हुई है | इस घटना का विवरण देते हुये हमारे द्वारा ट्विटर पर एक स्पष्टीकरण भी जारी किया गया है |”
सिद्धार्थनगर पुलिस के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट द्वारा जारी किये गये स्पष्टीकरण के अनुसार यह घटना ६ जुलाई को सिद्धार्थनगर के इटवा बाजार की है, जहां एजाज नाम के एक व्यक्ति और उसके परिवार को कुछ लोगों ने लाठी डंडों से पीटा था जैसा की वीडियो में देखा जा सकता है | वायरल वीडियो में जिस व्यक्ति को पीटा जा रहा है, वह एजाज के ही परिवार का है. पुलिस के अनुसार आरोपियों के नाम इस्तेखार, अनवर राजा, मोहम्मद कलीम और हलीम दर्ज हैं जो सब एक ही समुदाय के है | साथ ही लिखा गया है कि इस घटना के साथ हिन्दू और मुसलमान समुदाय के व्यक्तियों का कोई संबंध नही है | यह घटना एक ही समुदाय के बीच हुये परिवार में हुए झगड़ों की है |
— SiddharthnagarPolice (@siddharthnagpol) July 8, 2020
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर का है | इस घटना में पीड़ित और आरोपी एक ही समुदाय से हैं और यह घटना सांप्रदायिक नहीं है |

Title:सिद्धार्थनगर में हुये आपसी झगड़ों के एक वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर फैलाया गया है |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
