नोएडा के ट्विन टावर्स गिरने के वीडियो तुर्की और सीरिया में आये भूकंप के नाम से वायरल. .

False International

नोएडा में 28 अगस्‍त 2022 को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ट्विन टावर को गिरा दिया गया था। इसका सीरिया में आए भूकंप से कोई संबंध नहीं है।

तुर्की और सीरिया में छह फरवरी को आए भूकंप के जबरदस्त झटकों से भारी तबाही हुई है। भूकंप में 9500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 11 हजार इमारतें गिरी है। सोशल मीडिया पर ऐसे कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिन्हें शेयर करते हुए कई लोग इन्हें तुर्की में आए भूकंप का मंजर बता रहे हैं। 

वहीं अब दो इमारतों के ढहने के वीडियो को सीरिया के भूकंप से जोड़ते हुए वायरल किया जा रहा है।

वायरल वीडियो के साथ यूजर्स ने लिखा है- भूकंप के बाद सीरिया में इमारत ढह गई।

फेसबुकआर्काइव 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

वायरल वीडियो की तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च करने पर वायरल वीडियो हमें सीएनएन यूट्यब चैनल पर मिला। यूट्यूब चैनल पर 29 अगस्‍त 2022 को वीडियो को अपलोड किया गया था। खबर के मुताबिक  यह वीडियो नोएडा  में 32 मंजिला दो टावर को गिराने का है। 

पड़ताल में हमें आगे वायरल वीडियो गेट्टी इमेज की वेबसाइट पर भी मिला। इसमें बताया गया कि नोएडा में दो हाईराइज टावर को गिराने के बाद चारों ओर धूल का गुब्‍बार उड़ने लगा।

खबर के मुताबिक नोएडा में बने 32 मंजिला ट्विन टावर  को 28 अगस्त 2022 को गिरा दिए गया। 13 साल में बनी दोनों इमारतें को टूटने में सिर्फ 12 सेकेंड का समय लगा।

नोएडा का ‘ट्विन टावर’ क्यों गिराया गया?

भारत के सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार, सुपरटेक ट्विन टॉवर को 28 अगस्त, 2022 को गिरा दिया गया। लगभग 700-800 करोड़ रुपये में बने सुपरटेक ट्विन टॉवर को गिराने में मात्र 10-12 सेकंड का समय लगा। सुपरटेक ट्विन टावर को गिराने के लिए लगभग 17.55 करोड़ रुपये खर्च करने पड़े।

 इसके निर्माण के समय सुपरटेक ट्विन टावर्स की कीमत करीब 200-300 करोड़ रुपये थी। सुपरटेक के इन टावरों को निर्माण संबंधी नियमों का पालन न करने के कारण सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर तोड़ा गया। दरअसल, सुपरटेक की इस प्रॉपर्टी पर करीब डेढ़ दशक से विवाद चल रहा था । नोएडा के सेक्टर 93-A में सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के लिए भूमि का आवंटन 23 नवंबर 2004 को किया गया था।

तुर्की में 3 महीने तक इमरजेंसी का ऐलान

तुर्की में आये विनाशकारी भूकंप के बाद 3 महीने तक इमरजेंसी का ऐलान किया गया है। यहां सभी स्कूलों को 13 फरवरी तक बंद कर दिया गया। तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान ने बताया कि अब तक 70 देश और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठन मदद के लिए आगे आए हैं। 

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि नोएडा के ट्विन टावर्स गिरने के वीडियो को सीरिया में भूकंप के रूप में साझा किया जा रहा है।

Avatar

Title:नोएडा के ट्विन टावर्स गिरने के वीडियो तुर्की और सीरिया में आये भूकंप के नाम से वायरल. .

Fact Check By: Sarita Samal  

Result: False