सैंडस्टॉर्म का पुराना वीडियो ज़मीन पर रुके बादलों के रूप में हुआ वायरल |

False International

१ नवंबर २०१९ को “Punjabi Tadka” नामक फेसबुक यूजर ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “तिबत में बादल जमीन पर आके रुक गया…. अद्भुत नजारा” | वीडियो में हम ज़मीन पर एक बड़े बादल जैसी संरचना को देख सकते है | इस वीडियो को फैलाते हुए दावा किया जा रहा है कि यह दृश्य तिबत से है जहाँ ज़मीन पर बादल आकर रुक गये है | 

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक 

अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुआत हमने इस वीडियो को इन्विड टूल का इस्तेमाल करते हुए छोटे कीफ्रेम्स में तोडा व यांडेक्स रिवर्स इमेज सर्च किया, जिसके परिणाम से हमें एक क्रोएशियाई वेबसाइट मिली जिसके अनुसार यह वीडियो एक रेगिस्तानी तूफान को दर्शाता है | यह लेख ४ जुलाई २०१६ को प्रकाशित किया गया था, और दावा किया गया कि यह घटना चीन में हुई थी | 

आर्काइव लिंक 

इसके पश्चात हमें २०१८ में ABP न्यूज़ द्वारा प्रकाशित वायरल सच का एक वीडियो मिला जहाँ चैनल ने स्काईमेट वेदर सर्विसेज के मौसम विज्ञानी महेश पलावत के साथ बात की थी, जिन्होंने इस वीडियो को देखकर कहा है कि “जब बादल जमीन पर उतरते हैं, तो उस घटना को ‘क्लाउड रेस्टिंग ऑन ग्राउंड’ या फोग कहा जाता है | लेकिन इस वीडियो में एक सैंडस्टॉर्म या रेत का तूफ़ान है |”

हालाकि हम स्थान को स्वतंत्र रूप से सत्यापित करने में असमर्थ थे, लेकिन इस वीडियो पर एक करीबी नज़र यह स्पष्ट करती है कि यह गोला बादलों से नहीं बना है | आकाश में दिखाई देने वाले बादलों का रंग और सड़क पर द्रव्यमान में अंतर है, क्योंकि वे भूरे रंग का है | 

इस घटना को चीनी मीडिया ने भी प्रकाशित किया है जहां इसी तरह की छवियां देखी जा सकती हैं, और इसे रेत का तूफ़ान भी कहा गया है |

आर्काइव लिंक 

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | वीडियो में दिखाया गया दृश्य ज़मीन पे बदल का नही बल्कि रेत के तूफ़ान का है | 

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Title:सैंडस्टॉर्म का पुराना वीडियो ज़मीन पर रुके बादलों के रूप में हुआ वायरल |

Fact Check By: Aavya Ray 

Result: False