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अमेरिका में ईद की नमाज़ को रोकने वाली महिला के वीडियो को गलत सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल।

वायरल वीडियो में दिख रही घटना वर्जिनिया से है जहाँ एक मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला ने शोर मचाया था। ये महिला हिन्दू नहीं बल्कि मुस्लिम है।

ईद-उल-फितर के अवसर पर अमेरिका के वर्जीनिया में एक मस्जिद में नमाज़ को बाधित करते हुए  एक महिला का वीडियो सोशल मीडिया में व्यापक रूप से प्रसारित हो रहा है। इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है वीडियो में दिख रही घटना वर्जीनिया से है जहाँ एक हिन्दू महिला ने ईद के दिन  एक मस्जिद में जाकर नामज़ को रोकने की कोशिश की। 

वायरल पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है कि “अमेरिका के वर्जीनिया में एक हिंदू महिला ईद की नमाज के दौरान एक मस्जिद में घुस गई, मिम्बर पर चढ़ गई,  हंगामा किया और इस्लामो फोबिक गालियां दीं। बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। मोदी और भाजपा सीमाओं से परे भारतीयों के मन में जहर भर रहे हैं। आरएसएस का जहर दूर-दूर तक फैल चुका है। यह अब पश्चिमी देशों में सामाजिक एकता के लिए खतरा बन रहा है। मुसलमानों के धैर्य और उन्हें कोई प्रतिक्रिया नहीं देने के लिए उनका सम्मान करें अन्यथा उन्होंने विक्टिम कार्ड खेला होता।”

फेसबुक पोस्टआर्काइव लिंक

अनुसंधान से पता चलता है कि…

जाँच की शुरुआत  हमने वायरल वीडियो के सम्बंधित कीवर्ड सर्च से किया, जिसके परिणाम से हमें ऑल डल्स एरिया मुस्लिम सोसाइटी द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली। । 22 अप्रैल को किये गये पोस्ट में लिखा गया है कि “हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि हाल ही में शुक्रवार, 21 अप्रैल को मस्जिद में एडम्स स्टर्लिंग, वर्जीनिया ईद की नमाज़ के दौरान हुई घटना में मुस्लिम समुदाय का एक व्यक्ति शामिल था जो मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों से जूझ रहा था। ADAMS नेतृत्व और सामाजिक सेवाओं ने अतिरिक्त संसाधन और सहायता प्रदान करने के लिए परिवार से मुलाकात की है और काम कर रहे हैं। परिवार ईद की नमाज के दौरान सुबह हुई घटना के लिए ईमानदारी से माफी मांगता है। परिवार ने अनुरोध किया है कि जिन लोगों ने वीडियो पोस्ट किया है, कृपया परिवार की गोपनीयता की रक्षा के लिए इसे सोशल मीडिया से हटा दें क्योंकि वीडियो से परिवार को अतिरिक्त तनाव हो रहा है।”

इस स्पष्टीकरण में साफ़ तौर से लिखा गया है कि वीडियो में दिख रहे महिला हिन्दू समुदाय से नहीं है बल्कि मुस्लिम समुदाय से है। साथ ही इस महिला को मानसिक रूप से अस्वस्थ बताया गया है।

आगे हमने फ़ेसबुक पर पोस्ट किये गये वीडियो का स्क्रीनशॉट लिया और गूगल मैप्स पर ऑल डल्स एरिया मुस्लिम सोसाइटी मस्जिद की तुलना की, जो इस बात की पुष्टि करती है कि वायरल वीडियो ऑल डल्स एरिया मुस्लिम सोसाइटी मस्जिद का है। नीचे तुलना देखें:

ADAMS केंद्र एक सामुदायिक संगठन है, उनके फेसबुक पेज के अनुसार इसका नेतृत्व 1983 को वर्जीनिया में हर्ंडन और रेस्टन में रहने वाले परिवारों के एक छोटे समूह द्वारा किया गया था। इसे वाशिंगटन, डीसी क्षेत्र में मुसलमानों के लिए सबसे बड़े सेवारत सामुदायिक संगठनों में से एक माना जाता है।

निष्कर्ष- 

तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथ किये गये दावे को गलत पाया है। वायरल वीडियो में दिख रही घटना वर्जिनिया का है जहाँ एक मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला ने शोर मचाया था। ये महिला हिन्दू नहीं बल्कि मुस्लिम है। मस्जिद समिती ने खुद वायरल हो रहे दावों का खंडन करते हुए स्पष्टीकरण जारी किया है।

Title:अमेरिका में ईद की नमाज़ को रोकने वाली महिला के वीडियो को गलत सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल। 

Fact Check By: Drabanti Ghosh

Result: False

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