
अयोध्या में आगामी ५ अगस्त को होने वाले प्रस्तावित राम मंदिर निर्माण के शिलान्यास समारोह को लेकर वर्तमान में सोशल मंचो पर कई गलत व भ्रामक सूचनाओं की एक लहर सी उमड़ पड़ी है, इसी सन्दर्भ में सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी चर्चा में है, जिसमें ढोल वादकों की एक टीम विदेशी लोगों के साथ सड़क पर हर्ष प्रदर्शन करते हुए दिख रही है, इस वीडियो के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर निर्माण होने के हर्षोल्लास के चलते स्पेन में रहनेवाले भारतीयों ने ढोल नगाड़ों के साथ जुलुस निकाल अपनी ख़ुशी का इज़हार किया है | आगामी ५ अगस्त, २०२० को अयोध्या में होने वाले प्रस्तावित राम मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन की पृष्ठभूमि में इस क्लिप को सोशल मंचो पर साझा किया जा रहा है | पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि
“ये विडियो न्यूयार्क और स्पेन का है । राम मंदिर निर्माण की खुशी में भारतीयों ये जुलूस निकाला है |”
इस वीडियो को फेसबुक पर काफी तेजी से फैलाया जा रहा है |
यह वीडियो को ट्विटर पर भी हिंदी व इंग्लिश में कई उपयोगकर्ताओं ने साझा किया है |
अनुसंधान से पता चलता है कि….
जाँच की शुरुवात हमने इस वीडियो को इन्विड टूल के मदद से यांडेक्स रिवर्स इमेज सर्च करने से किया, जिसके परिणाम से हमें १६ अक्टूबर २०१८ को स्वर्गंधर ढोल ताशा पाठक नामक एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया वीडियो मिला | इस वीडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “स्पेन के रस्ते पर ढोल ताशा- स्वर्गंधर ढोल ताशा पाठक |”
तद्पश्चात फैक्ट क्रेसेंडो ने स्वरगंधर ढोल ताशा समूह के संस्थापक प्रसाद पिंपले से संपर्क किया जिन्होंने हमें बताया कि “यह वीडियो जून २०१८ का है, जब हमारा ग्रुप वास्तव में स्पेन गया था और एक रोड रैली कार्यक्रम में प्रदर्शन किया था | जिस अन्तराष्ट्रीय फेस्टिवल में हम भाग ले रहे थे उसे यूरोपियन सरकार द्वारा आयोजीत किया गया था | यह तीन दिन का कार्यक्रम था जिसमे से एक दिन एक रैली नकाली गयी थी जहाँ हमें प्रदर्शन करने के लिए आमंत्रित किया गया था, वहाँ हमारे अलावा विभिन्न देशों के ग्रुप भी प्रदर्शन कर रहे थे और यह वीडियो उसी रैली का है | इस वीडियो के साथ अयोध्या के राम मंदिर के भूमि पूजन का कोई संबंध नही है | इस वीडियो को सोशल मीडिया पर एक गलत दावे के साथ फैलाया जा रहा है |”
इस खबर को जून २०१८ को कुछ प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों ने भी साझा किया था |
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो असल में २ साल पुराना है और ये एक अन्तराष्ट्रीय फेस्टिवल से है जिसे यूरोपियन सरकार द्वारा आयोजीत किया गया था | इस वीडियो के साथ वर्तमान में राम मंदिर के निर्माण का कोई संबंध नही है |

Title:क्या स्पेन में भारतीय मूल के निवासियों ने राम मंदिर निर्माण की ख़ुशी में ढोल नगाड़ों के साथ रैली निकाली?
Fact Check By: Aavya RayResult: False
