
६ फ़रवरी २०२० को संपन्न हुये किसानों द्वारा आयोजित चक्का जाम की पृष्ठभूमि पर सोशल मंचो पर कई असंबंधित वीडियो व तस्वीरें साझा की जा रही है। ऐसी ही एक तस्वीर इंटरनेट पर काफी वायरल हो रही है, उस तस्वीर में आपको दो लोग भा.ज.पा के झंडे हाथ में लिये हुए देखने को मिलेंगे। उन दोनों के पीछे आपको कई और भी लोग दिखेंगे, तस्वीर के साथ जो दावा वायरल हो रहा है उसके मुताबिक यह तस्वीर उत्तर प्रदेश में हो रहे चक्का जाम के समय की है।
वायरल हो रहे पोस्ट के शीर्षक में लिखा है,
“यूपी में किसान चक्काजाम रैली में किसानों पर पथराव करते आर.एस.एस और भा.ज.पा के गुंडे।”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
फैक्ट क्रेसेंडो ने जाँच के दौरान पाया कि वायरल हो रहा दावा सरासर गलत है। यह तस्वीर दिसंबर 2020 की है जब पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में भा.ज.पा द्वारा किये गये चलो उत्तर कन्या अभियान के दौरान भा.ज.पा कार्यकर्ता व पुलिस के बीच झड़प हुई थी। इस तस्वीर का वर्तमान में हो रहे चक्का जाम से कोई संबन्ध नहीं है।
जाँच की शुरुवात हमने वायरल हो रही तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च कर किया, परिणाम में हमें एक फेसबुक पोस्ट मिला जिसमें वायरल हो रही तस्वीर प्रकाशित की गयी है। यह पोस्ट 19 दिसंबर 2020 को किया गया था।
इसके पश्चात हमने वायरल हो रही तस्वीर को गौर से देखा, हमें उस तस्वीर में एस.के लाइव नामक एक संस्था का चिन्ह नज़र आया। तदनंतर हमने गूगल पर कीवर्ड सर्च किया तो हमें इस नाम का फेसबुक पेज व यूट्यूब हैंडल मिला। इसके पश्चात हमने 19 दिसंबर के पहले के कुछ फेसबुक व यूट्यूब वीडियो को खंगाला, नतीजन उनमें से हमें एक यूट्यूब वीडियो मिला जिसमें वायरल हो रही यह तस्वीर देखने को मिली। यह वीडियो 7 दिसंबर 2020 को प्रसारित किया गया था और उसके शिर्षक में लिखा है, “उत्तरकन्या के पास बी.जे.पी प्रोटेस्ट रैली।” इस वीडियो में आप वायरल हो रही तस्वीर में दिखाये गये दृष्य को 23.50 से लेकर 23.58 मिनट तक देख सकते है।
तदनंतर अधिक जानकारी पाने के लिए हमने एस.के लाइव के एक्सेक्यूटिव एडिटर व एम.डी राकेश सोमाणी से संपर्क किया तो उन्होंने हमें जानकारी देते हुए कहा कि, “वायरल हो रही तस्वीर हमारे ही लाइव वीडियो से ली गयी है। चलो उत्तर कन्या अभियान के दौरान हमारा लाइव चल रहा था, वहाँ पुलिस और भा.ज.पा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो रही थी और ये उसी की फूटेज है।“
तत्पश्चात हमने गूगल पर अधिक कीवर्ड सर्च किया व उत्तर कन्या अभियान के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश की। टी.वी9 भारतवर्ष द्वारा प्रकाशित समाचार लेख के मुताबिक “भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा ममता बनर्जी के टी.एम.सी सरकार के खिलाफ सिलीगुड़ी में 7 दिसंबर 2020 को विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था, जिसका नाम चलो उत्तर कन्या था।“
निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया है कि उपरोक्त दावा गलत है। यह तस्वीर दिसंबर 2020 की है जब पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में भा.ज.पा द्वारा किये गये चलो उत्तर कन्या अभियान के दौरान भा.ज.पा कार्यकर्ता व पुलिस के बीच झड़प हुई थी। इस तस्वीर का वर्तमान में हो रहे चक्का जाम से कोई संबन्ध नहीं है।
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Title:सिलीगुड़ी में भा.ज.पा और पुलिस के बीच हुई झड़प की पुरानी तस्वीर को वर्तमान में हुये किसान चक्का जाम से जोडा जा रहा है।
Fact Check By: Rashi JainResult: False
