जर्जर सड़क के बीच से फव्वारे मारती पानी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो भारत का है। साथ ही वीडियो को शेयर कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर सवाल किया जा रहा है।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- मोदी जी ये कौन सी टेक्नोलॉजी है?


ट्विटरआर्काइव

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के कमेंट सेक्शन को खंगाला, जिसमें कुछ यूजर ने रिप्लाई में Clima Guatemala नाम के एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर कर जानकारी दी है कि वायरल वीडियो भारत का नहीं बल्कि अमेरिका का है।




मिली जानकारी की मदद लेते हुए हमने आगे की जांच की। परिणाम में हमें Clima Guatemala का ओरिजनल पोस्ट मिला। 13 सितम्बर 2024 को प्रकाशित इस पोस्ट के अनुसार प्रशांत महासागर की ओर जाने वाली मार्ग, सीए-9 के 14 किलोमीटर पर सावधानी बरतें। नालों में बारिश का पानी अधिक होने से सड़क की खराब स्थिति बनी है।


इस ट्वीट के निचे अन्य एक स्पैनिश यूजर ने रिप्लाई में एक वीडियो शेयर कर जानकारी दी है कि सालों साल, हर साल से सड़क इसी हालत में रहेता है, देखते हैं अब वे इसे ठीक करते हैं या नहीं। यूजर ने 2022 में भी इन सड़कों के बारे में पोस्ट कर जर्जर सड़क की मरम्मत की मांग की थी।


आगे में हमें Lahora.gt की एक रिपोर्ट भी मिली, जिसमें कहा गया था कि “The National Coordinator for Disaster Reduction (Conred)” ने प्रशांत क्षेत्र के मार्ग सीए-9 पर सड़क मों “दरार” होने की पुष्टि की है।



12 सितंबर को ‘प्रेंसलिब्रे’ (आर्काइव) वेबसाइट पर प्रकाशित खबर के अनुसार वीडियो भारत का नहीं बल्कि ग्वाटेमाला का है। जब “विला नुएवा वालंटियर फायरफाइटर्स ने नेशनल रूट CA-9 पर प्रशांत महासागर की ओर जाने वाली सड़क फटने की सूचना दी। जहाँ डामर में एक प्रकार का वेंट बन गया था। भारी बारिश में जलभराव के कारण इस तरह की स्थिति बन गयी थी ।




निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, जर्जर सड़क के बीच से पानी के फव्वारे निकलने का वायरल वीडियो भारत का नहीं बल्कि अमेरिका के ग्वाटेमाला का है।


Claim Review :   नरेंद्र मोदी सरकार के बनाए इंफ्रास्ट्रक्चर को देखिए, जहां जर्जर सड़क के बीच से पानी के फव्वारे निकल रहे हैं।
Claimed By :  Social Media User
Fact Check :  MISLEADING