बड़ी संख्या में जानवरों को ले जा रहे कंटेनरों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह गुजरात का है , जहां हजारों गायों को अडानी ग्रुप द्वारा अरब देशों में सप्लाई किया जा रहा है। वीडियो को शेयर करते हुए यूजर्स बीजेपी सरकार पर निशाना साध रहे हैं।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- गुजरात, अडानी के पोर्ट पर *हजारों गाय* 🐄 ट्रको में खड़ी है। *अरब के देशों* में जाने के लिए, जिन्हे वहां काटा जाएगा, कहा मर गए भक्तों..?? गधों को याद दिला दूं की गौ मांस का धंधा करने वालो से ही भाजपा ने चंदा लिया है। सब पैसे का खेल है।

ट्विटरआर्काइव

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट लिया। मिली स्क्रीनशॉट का रिवर्स इमेज सर्च करने पर वायरल वीडियो हमें एक अरबी फेसबुक (आर्काइव) यूजर के पेज पर मिला। इस वीडियो के कैप्शन अरबी भाषा में लिखा है, जिसका अनुवाद है- "ईद अल-अधा की तैयारी"।

ये फुटेज ईद अल-अधा के सांस्कृतिक कार्यक्रम से संबंधित है, जिसे आमतौर पर बलिदान के त्योहार के रूप में जाना जाता है।

आगे की जांच में हमें इजिप्ट यूजर हामेद एलहागरी के फेसबुक (आर्काइव) अकाउंट पर वायरल यही वीडियो पोस्ट किया हुआ मिला। 19 अप्रील को प्रकाशित इस पोस्ट में अरबी में कैप्शन लिखा है, जिसका अनुवाद है- जो सामान पर सो रही है और उसके उठने का इंतजार कर रही है, पहले 25000 सिर। एलहागरी ने इस वीडियो को अपने टिकटॉक पर भी अपलोड किया है।

https://www.facebook.com/reel/446665061075082

आगे जांच में हमने इस तरह के बंदरगाह ढूंढने की कोशिश की। परिणाम में हमें इराक में एक समान डिज़ाइन वाला बंदरगाह मिला। इस वीडियो में वायरल वीडियो में दिख रहे ट्रेक, आसपास का इलाका और गोदाम देखा जा सकता है। ये वीडियो इराक के उम्म क़सर बंदरगाह का है। जहां पर वायरल वीडियो जैसे समान बंदरगाह नजर आ रहा है।

जांच में आगे हमने वायरल वीडियो और हमें मिले वीडियो का विश्लेषण किया। निम्न में विश्लेषण देखें।

इसके अलावा हमने वायरल वीडियो में दिख रहे ट्रकों को बारीकी से देखने पर एक ट्रक में हमें एक लोगों दिखाई दिया। जिससे हमने ये जानने की कोशिश की कि यह ट्रक कौन सी कंपनी की है।।

गूगल सर्च करने पर हमें mercedes truck brand के बारे में पता चला। इस ब्रांड के लोगो के साथ वायरल वीडियो में दिख रहे ट्रक का लोगो मैच कर रहा है। उम्म क़सर का बंदरगाह के वीडियो में भी "मर्सिडीज" ब्रांड के समान ट्रक मॉडल का इस्तमाल किया गया है। जिसे निम्न विश्लेषण में देखा जा सकता है।

इससे हमें यह पता चला कि इस मर्सिडीज" ब्रांड के ट्रक ट्रांसपोर्ट के लिए भारत में इस्तेमाल नहीं की जाती। इसके अलावा वायरल वीडियो में दिख रहे एक भी शख्स का पहनावा भारतीय पहनावे से मेल नहीं खाता है। मिली जानकारी से साफ है कि वायरल वीडियो भारत का नहीं है।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, गुजरात में हजारों गायों को अडानी ग्रुप द्वारा अरब देशों में सप्लाइ करने का दावा फर्जी है। वायरल वीडियो भारत का नहीं है। वीडियो में दिख रहे ट्रक भारत में इस्तमाल नहीं किए जाते हैं।

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Title:हजारों गायों को अडानी ग्रुप द्वारा अरब देशों में सप्लाइ करने का दावा फर्जी , वीडियो भारत का नहीं….

Fact Check By: Sarita Samal

Result: False