आंध्र प्रदेश में 7 साल पहले हुई घटना का वीडियो मणिपुर में रेप जैसे संवेदनशील और भ्रामक सांप्रदायिक दावे से वायरल

आंध्र प्रदेश में सात साल पहले एक लड़की से यौन उत्पीड़न के मामले को मणिपुर में हाल की घटना बता कर झूठे सांप्रदायिक दावे से शेयर किया जा रहा है।

Update: 2024-09-13 05:19 GMT

आंध्र प्रदेश में 7 साल पहले हुई घटना का वीडियो मणिपुर में रेप जैसे संवेदनशील और भ्रामक सांप्रदायिक दावे से वायरलअभी हाल ही में बीते 7 सितंबर को मणिपुर के जिरीबाम में ताजा हिंसा की ख़बरें सामने आई हैं। जिसमें पिछले दिनों हुई हिंसा के दौरान करीब आठ लोगों की मौत हुई। इससे पहले बीते एक साल से ही हिंसा और तनाव का वातावरण मणिपुर में कायम है। शासन और प्रशासन सवालों के घेरे में है और वहां के मुख्यमंत्री CM बीरेन सिंह के इस्तीफे की अटकलें तेज़ हैं। इसी सन्दर्भ में सोशल मीडिया पर लगभग एक मिनट का वीडियो वायरल हो रहा है जो काफी विचलित कर देने वाला है। इस वीडियो में एक शख्स को एक महिला के साथ जोर-जबरदस्ती करते दिखाया जा रहा है। पीड़ित महिला खुद को बचाने की गुहार लगा रही है। तो एक दूसरी महिला उसे बचाने की कोशिश करते दिखाई दे रही है। वहीं वीडियो में एक और शख्स है जो पूरे घटनाक्रम को शूट कर रहा और उसकी भी आवाज सुनी जा सकती है। यूज़र्स इस वीडियो को सांप्रदायिक एंगल से जोड़ते हुए इस दावे से शेयर कर रहे हैं कि ये मणिपुर की घटना है, जहां पर एक हिंदू युवक, कुकी समुदाय की महिला के साथ रेप की कोशिश कर रहा है। वीडियो इस कैप्शन के साथ वायरल है…

#मणिपुरभारत में हिंसा एक हिंदू बुश में एक विश्वविद्यालय की छात्रा के साथ बलात्कार करने की कोशिश कर रहा है। लड़की कुकी नामक एक ईसाई अल्पसंख्यक समुदाय से है। यह सब राज्य सरकार की निगरानी में होता है। लेकिन सरकार ऐसे बलात्कारियों के खिलाफ कार्रवाई करने से बचती है। #पजीत

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत में वीडियो से की-फ्रेम्स लेकर उसे गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमने ये पाया कि वायरल वीडियो से संबंधित मीडिया रिपोर्ट्स प्रकाशित की गई हैं। इनमें 27 सितम्बर 2017 में एनडीटीवी (आर्काइव) की रिपोर्ट यह बताती है कि एक 19 साल की युवती के साथ उसके पूर्व प्रेमी ने छेड़खानी की थी। जिसमें तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया था। खबर के अनुसार युवती अपने एक दोस्त के साथ आरोपी बी साईं से मिलने मंदिर गई थी, जिसे वो कथित रूप से लगभग एक साल से जानती थी। इसमें उसका पूर्व दोस्त कार्तिक शामिल था, जो उसके नए रिश्ते की वजह से परेशान था। उसने ही साईं को इस कृत्य के लिए उकसाया और युवती का वीडियो बनवाया और उसे सोशल मीडिया पर प्रसारित कर दिया। घटना 29 अगस्त 2017 को हुई थी और इसका वीडियो वायरल होने के बाद मामला सितंबर 2017 में सामने आया था। रिपोर्ट में वीडियो की एक तस्वीर को इस्तेमाल किया गया है। 

फिर हमें 26 सितम्बर 2017 में न्यूज़ 18 (आर्काइव) की रिपोर्ट मिली। जिसमें बताया गया है कि युवती से उसके पूर्व प्रेमी द्वारा छेड़खानी का वीडियो वायरल होने के बाद आंध्र इन पर रेप की कोशिश समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है।पुलिस ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया था। साथ ही इन पर रेप की कोशिश समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया था। रिपोर्ट में तीनों आरोपियों की तस्वीर साझा की गई है।

आंध्रप्रदेश की सात साल पुरानी घटना से जुड़ी वीडियो रिपोर्ट को टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने अपनी वेबसाइट पर प्रकाशित किया है। साथ ही द हिन्दू की वेबसाइट पर छपी रिपोर्ट को देखने से पता चलता है कि वायरल वीडियो गलत और भ्रामक संदर्भ में प्रचारित है। चूंकि दावा मणिपुर में हिन्दू द्वारा कुकी लड़की के साथ रेप जैसे संवेदनशील और बड़े मामले को लेकर किया गया था। इसलिए हमने मणिपुर के लोकल रिपोर्ट्स को भी चेक किया और सोशल साइटों पर जानकारियों को ढूंढा। परन्तु हम ऐसे किसी भी निष्कर्ष तक नहीं पहुंचे जो वायरल दावे की पुष्टि करता हो। इसलिए साफ है कि वायरल वीडियो आंध्रप्रदेश के सात साल पुराने मामले का ही है। तथा इसमें सांप्रदायिकता का कोई एंगल नहीं है।

निष्कर्ष-

तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि वायरल वीडियो न तो मणिपुर से है और न ही इसका सांप्रदायिकता से कोई संबंध है। ये सात साल पहले आंध्र प्रदेश में हुई घटना का वीडियो है। जिसमें युवती के साथ रेप की कोशिश और वीडियो वायरल करने के संबंध में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।

 

Claim :  वीडियो मणिपुर का है जहां पर एक कुकी समुदाय की लड़की के साथ एक हिंदू शख्स रेप की कोशिश कर रहा है।
Claimed By :  Social Media User
Fact Check :  FALSE
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