अमित शाह के भाषण का अधूरा वीडियो शेयर कर गलत दावा किया जा रहा कि उन्होंने CISF बंद करने मंशा जताई

गृह मंत्री अमित शाह ने सीआईएसएफ बंद कर उसका प्राइवेटाइजेशन करने की बात की ऐसा एक वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है। सीआईएसएफ से औद्योगिक इकाइयों की सुरक्षा करने का काम निकाल कर प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी को सौंपा जायेगा ऐसा अमित शहा ने बोला।

इंटरनेट पर वायरल वीडियो में आप उन्हें ये कहते हुये सुन सकते है कि “सीआईएसएफ अकेला इस पूरे देश के औद्योगिक क्षेत्र की सुरक्षा को सुनिश्चित नहीं कर सकता। उद्योगिक सुरक्षा में लगी सभी प्राइवेट एजेन्सियां सीआईएसएफ जितनी ही दक्षता से काम करें और हमारे देश के उद्योगिक उत्पादन के क्षेत्र को शांति प्रदान करें। हम एक हैब्रिड मॉडल खड़ा कर सकते है जिसमें इसकी रणनिति तो सीआईएसएफ बनायेगी परंतु प्राइवेट सुरक्षा एजेन्सियां और सीआईएसएफ दोनों हाइब्रिड मोड पर सुरक्षा का एक पूरा ढांचा तैयार कर के सुरक्षा प्रदान करेगी और धीरे- धीरे उसमें से सीआईएसएफ निकलती जाये और प्राइवेट सुरक्षा एजेन्सियों को हैंडओवर करती जाये।“

वायरल हो रहे पोस्ट में लिखा है, “अब CISF को भी बंद करने की बारी! पूरे देश की सुरक्षा ही ठेके पर देंगे! ए मेरे देश, यही है झूठे राष्ट्रवाद का असली चेहरा!”

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अनुसंधान से पता चलता है कि...

जाँच की शुरूवात हमने इस वीडियो को खोज कर की। हमें इसका मूल वीडियो दूरदर्शन के चैनल पर पांच महिने पहले प्रसारित किया हुआ मिला। उसके साथ दी गयी जानकारी में बताया गया है कि 53वें सीआईएसएफ स्थापना दिवस परेड, 2022 में गृह मंत्री अमित शाह का संबोधन। इस वीडियो को देखने पर हमें वायरल क्लिप 13.06 मिनट पर देखने को मिली। आप नीचे देख सकते है।

फिर इस पूरे वीडियो को देखने पर हमें समझ आया कि अमित शाह असल में कह क्या रहे थे। अमित शाह ये कह रहे थे कि देश में प्राइवेट सिक्योरिटी का काम बहुत तेज़ी से बढ़ रहा है। जिसके लिये सरकार ने कुछ कानून भी बनाये है। वे सीआईएसएफ को प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनियों के कर्मीयों की ट्रेनिंग करने के लिये कह रहे है। प्राइवेट सिक्योरिटी एजेन्सी की ट्रैनिंग का जिम्मा सीआईएसएफ को लेने के लिये कह रहे है। इस वीडियो में वे कह रहे है कि कुछ क्षेत्रों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुये कुछ मॉडल बना सकते है। जिसके आधार पर सीआईएसएफ प्राइवेट सिक्योरिटी की ट्रेनिंग करेंगी। ऐसा कर उन्हें प्राइवेट सिक्योरिटी एजेन्सियों की दक्षता बढ़ानी पढ़ेगी। क्योंकि सीआईएसएफ अकेला ये पूरे देश के उद्योगिक क्षेत्र की सुरक्षा नहीं कर सकता।

उनका कहना है कि सीआईएसएफ के काम का हिस्सा है, ये सुनिश्चित करना कि उनके साथ- साथ देश की सभी सिक्योरिटी एजेन्सियां भी उतनी ही दक्षता से काम करें और उद्योगित उत्पादन के क्षेत्र को शांति प्रदान करें। उन्होंने एक हैब्रिड मॉडल बनाने का सुझाव दिया है। जिसकी रणनिती सीआईएसएफ बनायेगी और कुछ समय के लिये प्राइवेट एजेन्सियों के साथ उद्योगित क्षेत्रों को सुरक्षा प्रदान करेगी। जिसके बाद धीरे- धीरे सीआईएसएफ उनकी सुरक्षा का जिम्मा प्राइवेट एजेन्सियों को हैंड ओवर कर उस क्षेत्र के हट सकती है।

आपको बता दें कि इसमें अमित शाह ने कही भी सीआईएसएफ को बंद करने की बात नहीं कर रहे है। आप नीचे दिये गये तुलनात्मक वीडियो में देख सकते है।

6 मार्च को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) का 53वां स्थापना दिवस मनाया गया था। गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित सीआईएसएफ कैंप में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि थे। यह वीडियो उस कार्यक्रम का है।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। इस वीडियो अधूरा है। मूल वीडियो में अमित शाह सीआईएसएफ को बंद करने की बात नहीं कर रहे है।

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Title:अमित शाह ने CISF को बंद करने की बात नहीं की; अधूरा वीडियो गलत दावे के साथ वायरल

Fact Check By: Samiksha Khandelwal

Result: Missing Context