सीसीटीवी वीडियो देखा जा सकता है कि बाइक सवार गिर गया और पिस्तौल भी गिर गई, जिसे पुलिसकर्मियों ने देख लिया और उठाया और वीडियो बनाते हुए उसे सौंपने की कोशिश की। घटना पर कानपुर पुलिस पहले ही सफाई दे चुकी है।

कानपुर में ट्रैफिक पुलिस द्वारा एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। वायरल वीडियो में पुलिस एक बाइक सवार युवक को पिस्तौल थमाते नजर आ रही है। वीडियो के साथ यूजर दावा कर रहे हैं कि कानपुर के टाटमील चौराहा पर पुलिस एक बाइक सवार युवक को झूठे मामले में फंसाने के लिए उसे जबरन कारतूस के साथ पिस्तौल थमा रही है।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- कानपुर के टाटमील चौराहा में सिपाही जी खुद ही तमंचा रख कर पकड़ रहे युवाओं को ट्रैफिक पुलिस का सिपाही वीडियो में साफ साफ दिख रहा किस तरह युवक के हाथ में तमंचा रख रहा ,युवक कहता ये मेरा नहीं है आपके सिपाही गंदी गालियां देते और उसके गाल में रसीट कर तमाचा रख देते।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के बारे में जानने के लिए अलग अलग की-वर्डस का इस्तेमाल किया। परिणाम में हमें वायरल वीडियो की खबर आज तक पेज पर मिली। 30 नवंबर 2023 को प्रकाशित इस खबर के अनुसार एक बाइक सवार युवक घंटाघर से बाबूपुरवा जा रहा था। तभी रेड सिग्नल होने के बाद भी युवक बाइक लेकर निकलने लगा। ट्रैफिक पुलिस ने उसको रोकने का प्रयास किया पर वह बाइक की रफ्तार तेज कर भागने की फिराक में था। इसी बीच उसकी दूसरी बाइक से टक्कर हो गई और वह जमीन पर गिर गया। इसके बाद पुलिस ने जब जांच की तो उसके पास से तमंचा और कारतूस मिला।

जांच में आगे सर्च करने पर हमें नव भारत टाइम्स की रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी का नाम तौहिद अजीज है। इसके पास से पुलिस ने एक देसी तमंचा और दो जिंदा कारतूस बरामद किया है। उसका लंबा पुराना आपराधिक इतिहास भी है। तौहिद अजीज पूर्व में एक नाबालिग लड़के को जलाकर रेलवे ट्रैक में फेंकने के मामले में जेल जा चुका है। इसके साथ ही पुलिस उसका और भी आपराधिक रिकॉर्ड निकाल रही है।

वहीं वीडियो वायरल होते ही जब सोशल मीडिया पर लोगों ने पुलिस पर ही आरोप लगाया कि पुलिस ने बाइक सवार युवक को झूठे मामले में फंसाने की कोशिश कर रही है, तब कानपुर पुलिस ने मामले में स्पष्टीकरण वायरल पोस्ट के रिप्लाई में दिया है।

कानपुर पुलिस ने बयान जारी किया

इस पूरे मामले में कानपुर पुलिस ने प्रेसनोट जारी कर जानकारी दी है। इसमें बताया गया कि दिनांक 29 नवंबर 2023 को दोपहर में बिना हेलमेट लगाए बाइक सवार एक व्यक्ति रेड सिग्नल तोड़कर टाटमिल चौराहे से भाग रहा था। तभी ट्रैफिक पुलिस द्वारा उसको रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन वह बाइक की स्पीड तेज करके भागने लगा। लेकिन दूसरी दिशा से आ रही एक अन्य बाइक से टकराकर गिर गया और उसका तंमचा बाहर निकल कर सड़क पर गिर गया। ट्रैफिक पुलिस ने फौरन उसे हिरासत में ले लिया। इसके बाद रेल बाजार पुलिस के हवाले कर दिया गया। उस पर विधिक कार्रवाई कर जेल भेजा गया है।

वहीं वायरल वीडियो का CCTV फुटेज हमें जी न्यूज औऱ एबीपी गंगा पर मिला। जिसमें साफ देखा जा सकता है कि ट्रैफिक सिग्नल तोड़ कर भागने के दौरान युवक की बाइक गिरी और तमंचा रास्ते में गीरने पर तुरंत पुलिस कर्मी ने तमंचा सड़क से उठाया। निम्न में वीडियो जेखें।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि, कानपुर में पुलिस एक बाइकर को झूठे मामले में फंसाने के लिए जबरन पिस्तौल थमा ने का दावा फर्जी और भ्रामक है। बाइक सवार गिरने पर उसकी पिस्तौल भी सड़क पर गिर गई, जिसे पुलिसकर्मियों ने उठाया और वीडियो बनाते हुए उसे सौंपने की कोशिश की।

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Title:क्या पुलिस ने बाइक सवार को झूठे केस में फंसाने के लिए जबरन पिस्तौल थमा दी?

Written By: Sarita Samal

Result: Misleading