दिल्ली में बीते दिन यानी 8 मार्च को सड़क पर नमाज अदा कर रहे नमाजियों के साथ एक पुलिसकर्मी ने बदसलूकी की। इस दौरान पुलिसकर्मी ने सड़क पर नमाज अदा कर रहे नमाजियों को लात मारी। इसी संबंध में एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है, जिसमें पुलिसकर्मी मुस्लिम समुदाय के लोगों को डंडों से मारते और उन्हें पकड़ कर कहीं ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो यूपी का है। जहां पर हाल में सड़क पर नमाज पढ़ने पर यूपी पुलिस ने कार्रवाई की, लेकिन दिल्ली की घटना की तरह पुलिसकर्मी को अपना काम करने के लिए बर्खास्त नहीं किया गया।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- दिल्ली पुलिस ने तो अपने कर्तव्य का पालन करने वाले अधिकारी को बर्खास्त कर दिया, इस बीच यूपी में नमाज के लिए सड़कें रोकने का नतीजा।

ट्वीटरआर्काइव

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के बारे में जानने के लिए कुछ की-फ्रेम को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें वायरल वीडियो एक यूट्यूब चैनल पर मिला। वीडियो को यूट्यूब चैनल पर 27 मार्च 2020 को अपलोड किया गया है। इससे ये साफ हो गया कि वायरल वीडियो का हाल ही से कोई संबंध नहीं है।

प्रकाशित खबर की जानकारी के अनुसार यह वीडियो यूपी के इटावा का है। जब लॉकडाउन के दौरान मस्जिद में नमाज पढ़ने पर पुलिस ने लोगों को गिरफ्तार किया था।

जांच में आगे हमें इस घटना का पूरा वीडियो ,वायरल वीडियोज वर्ल्ड नाम के यूट्यूब चैनल पर मिला। यह वीडियो चैनल पर 27 मार्च 2020 को शेयर किया गया था। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर मस्जिद में नमाज पढ़ रहे लोगों के खिलाफ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया था।

साफ है कि यह वीडियो सड़क पर नमाज पढ़ने पर हुई कार्रवाई का नहीं बल्कि 4 साल पहले लॉकडाउन का उल्लंघन करने का था।

दिल्ली में सड़क पर नमाज पढ़ रहे लोगों से पुलिसकर्मी की अभद्रता, चौकी प्रभारी सस्पेंड-

8 मार्च को उत्तरी दिल्ली में सड़क पर नमाज अदा कर रहे नमाजियों के साथ एक पुलिसवाले ने बदसलूकी की। यह वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी के साथ वायरल हुआ। वीडियो वायरल होने के बाद इंद्रलोक में विशेष समुदाय के लोगों ने हंगामा करते हुए पुलिस चौकी का घेराव किया। वहीं दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चौकी प्रभारी को सस्पेंड कर दिया है।

निष्कर्ष-

तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, वायरल वीडियो 4 साल पुराना कोरोना के समय का है। इसका हालिया दिल्ली में सड़क पर नमाज पढ़ रहे लोगों से पुलिसकर्मी की अभद्रता करने से कोई संबंध नहीं है।

Avatar

Title:हाल ही में क्या यूपी पुलिस ने नमाज पढ़ रहे लोगों को पीटा? वीडियो कोरोना काल का है…

Written By: Saritadevi Samal

Result: Misleading