३० अप्रैल २०१९ को अनिश अनिश नामक एक फेसबुक यूजर ने एक विडियो पोस्ट किया | विडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “हरियाणा में मोदी का अंतिम संस्कार खरीदारों और किसानों द्वारा किया गया है, लेकिन कोई भी चैनल इसे दिखाने की हिम्मत नहीं कर रहा है | आप दूसरों को भी दिखा और भेज सकते हैं ताकि अधिक से अधिक लोग इस वीडियो को देख सकें और २०१९ में मोदी जवाब दे सकें |”

विडियो में हम प्रधानमंत्री मोदी की नकली शवयात्रा देख सकते है | भीड़ में लोग यह कहकर नारे लगा रहे है कि “मर गया मोदी हाय ! हाय ! मर गया खट्टर हाय ! हाय ! जोर से रो लो ! सारे रो लो |” उपरोक्त नारे में खट्टर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के संदर्भ में कहा गया है | इस विडियो के माध्यम से यह दावा किया जा रहा है कि मोदी की यह नकली शवयात्रा हरियाणा में किसानों ने निकाली है | फैक्ट चेक किये जाने तक यह विडियो ने २५० से ज्यादा प्रतिक्रियाएं प्राप्त कर चुकी थी | इस विडियो को लगभग १५००० व्यूज मिल चुकी है |

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फेसबुक पर इस हैडलाइन को ढूँढने पर हमने पाया की यह विडियो फेसबुक पर काफ़ी चर्चा में है |

इस विडियो को ध्यान से देखने पर हमें यह नज़र आता है कि विडियो में एक भी आदमी नारे नहीं लगा रहा है | इस बात से हमें इस विडियो की सत्यता पर संदेह हुआ | इसीलिए हमने सच्चाई जानने की कोशिश की |

संशोधन से पता चलता है कि..

जांच की शुरुआत हमने इस विडियो को इनविड टूल पर इस्तेमाल करके उसके कीफ्रेम्स बनाने से किया | इन कीफ्रेम्स को हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया | परिणाम से हमें कुछ भी पुख्ता नहीं मिला |

इसके पश्चात हमने इस खबर को अलग अलग कीवर्ड्स के माध्यम से गूगल पर ढूँढने की कोशिश की | “modi mock funeral” सर्च करने पर हमें यू-ट्यूब पर एक विडियो मिला | यह १६ जून २०१७ को अपलोड किया गया था जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “पंजाब में कांग्रेस द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मंत्री की अंतिम यात्रा मनाई जा रही है |” इससे हम इस बात पर स्पष्ट हो गए की यह विडियो लगभग २ साल पुराना है |

इस विडियो से हम यह अंदाज़ा लगा सकते थे की यह विडियो हरियाणा की नहीं है | परंतु इस विडियो में हरियाणवी भाषा में नारे सुने जा सकते है | इसके पश्चात हमने गूगल पर “मोदी की अर्थी” कीवर्ड्स का इस्तेमाल करके सर्च किया | परिणाम से हमें यू-ट्यूब पर एक विडियो मिला पर इस विडियो का ऑडियो अलग था | यह विडियो नेटवर्क २० द्वारा २५ जनवरी २०१७ को प्रसारित किया गया था | विडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “मोदी की अर्थी निकली परेशान जनता तंग आकर, भारत के इतिहास में पहली बार |” यह इस विडियो का सबसे पुराना सोर्स है जो ऑनलाइन उपलब्ध है |

इसके बाद हमने इस विडियो का स्क्रीनशॉट लेकर गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया | परिणाम से हमें एक वेबसाइट का लिंक मिला | डिजिटल युवा नामक एक वेबसाइट ने १७ अगस्त २०१७ को कुछ तस्वीरों के साथ एक खबर पोस्ट की थी | खबर में लिखा गया है कि यह विरोध तमिलनाडु में जल्लीकट्टू से संबंधित था, जो राज्य में एक बड़ा वार्षिक उत्सव है | इस उत्सव के बारे में अधिक पढने के लिए यहा क्लिक करे |

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इसके पश्चात हमने ‘jallikattu protest २०१७’ कीवर्ड्स का इस्तेमाल करके यू-ट्यूब पर जल्लीकट्टू विरोध के अधिक विडियो को ढूँढा | २० जनवरी २०१७ को नाखीरण टीवी द्वारा प्रसारित एक विडियो हमें मिला | मोदी के विरोधी जल्लीकट्टू पर प्रतिबंध को रद्द करने के लिए कुछ इसी अंदाज में प्रदर्शनकारियों ने जुलूस निकाले थे |

इसके पश्चात हमने इस विरोध को लेकर कुछ न्यूज़ रिपोर्ट ढूँढा | गूगल सर्च करने पर हमें २० जनवरी २०१७ को द न्यूज़ मिनट द्वारा प्रकाशित खबर मिली | खबर प्रधानमंत्री पर निर्देशित विरोध पर सूचना देती है | इसके अलावा, हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाल ही में हरियाणा में आयोजित नकली शवयात्रा के बारे में एक विश्वसनीय समाचार रिपोर्ट नहीं पा सके |

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मूल विडियो देखने पर हमें यह समझ मे आता है कि इस विडियो के ऑडियो के साथ छेड़छाड़ की गयी है | क्योंकि मूल विडियो में हरियाणवी भाषा में नारे नहीं है | हमने यू-ट्यूब पर इन (खट्टर मर गया हाय हाय) हरियाणवी भाषा में दिए गए नारों को सर्च किया | हमें गरिमा टाइम्स द्वारा ३० अगस्त २०१८ को प्रसारित एक विडियो मिला | यह विडियो हरियाणा सरकार के खिलाफ बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन का है | इस दौरान दिए गए नारे और उपरोक्त पोस्ट के विडियो के नारे इनमे हमें काफ़ी समानता मिली | वीडियो में २९ सेकंड पर, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के खिलाफ नारे लगाते हुए सुना जा सकता हैं | इस ऑडियो को लेकर तमिलनाडू में हुए विरोध के विडियो के साथ जोड़ा गया है | हमें कुछ और विडियो मिले जहाँ ऐसे नारे कुछ महिला द्वारा भी देते हुए सुना जा सकता है |

नीचे हमने दोनों विडियो का तुलना दी है | इस तुलना में आप वायरल विडियो में पीछे से हरियाणवी भाषा में लोगों को नारे लगाते हुए सुन सकते है जहाँ दूसरी तरफ मूल विडियो में ऐसा कोई नारा नहीं सुनाई देता है | वायरल विडियो हरियाणा का होने का दावा किया जा रहा है जबकि मूल विडियो तमिलनाडू में हुए जल्लीकट्टू के विरोध की है |

निष्कर्ष: तथ्यों की जांच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है क्योंकि विडियो तमिलनाडू में हुए विरोध की है जिसके साथ दुसरे नारे वाले ऑडियो को जोड़ा गया है | दावें अनुसार हरियाणा में ऐसी कोई नकली शवयात्रा नहीं निकाली गई है | मूल विडियो के साथ छेड़छाड़ करते हुए भ्रामक दावें किये गए है |

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Title:क्या हरियाणा में खरीदारों और किसानों ने किया मोदी का अंतिम संस्कार?

Fact Check By: Drabanti Ghosh

Result: False