यह खबर फेक है। इसकी पुष्टि फैक्ट क्रेसेंडो ने श्रीनगर के सरकारी मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष, SKIMS कॉलेज, एक स्थानीय पत्रकार व जम्मू-कश्मीर छात्र संघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता से की है।

टी-20 क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारत- पाकिस्तान की मैच में पाकिस्तान की जीत हुई थी। उसके बाद कथित तौर पर कश्मीर के कुछ कॉलेजों से पाकिस्तान की जीत का जश्न मना रहे छात्रों के वीडियो वायरल हुए थे। इसके संबन्ध में एक खबर सोशल मंचों पर वायरल हो रही है।

दावा किया जा रहा है कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाने वाली सौ छात्राओं की डिग्री रद्द कर दी गई है व अब वे डॉक्टर नहीं बन सकती।

वायरल हो रहे पोस्ट के साथ यूज़र ने लिखा है, पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने वाली श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की 100 सुंदरियाँ अब डॉक्टर नही बन पाएँगी सरकार ने डिग्री रद्द की।”

फेसबुक | आर्काइव लिंक

आर्काइव लिंक

अनुसंधान से पता चलता है कि...

सबसे पहले हमने इस दावे को गूगल पर कीवर्ड सर्च किया तो हमें ऐसा कोई भी विश्वासनीय समाचार लेख नहीं मिला। इतनी बड़ी खबर जरूर चर्चा में आ रही होगी जिसमें इस बाद की पुष्टि की गई हो कि श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की सौ छात्राओं की डिग्री रद्द की गई है।

हम ये जानने की कोशिश कर रहे थे कि श्रीनगर के कौनसे कॉलेज के छात्रों के शामिल होने की खबर है। इस वर्ष 26 अक्टूबर को जनसत्ता द्वारा प्रकाशित किए गए समाचार लेख के अनुसार श्रीनगर के दो मेडिकल कॉलेज, सरकारी मेडिकल कॉलेज (Government Medical College) और शेर-ए-कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान श्रीनगर (SKIMS) के छात्रों पर कथित रूप से पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने का आरोप लगा हुआ है।

इसको ध्यान में रखते हुए फैक्ट क्रेसेंडो ने पहले SKIMS कॉलेज से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि, “SKIMS कॉलेज में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। यहाँ पाकिस्तान की जीत के बाद पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे नहीं लगे थे। इंटरनेट पर जो भी वीडियो वायरल हो रहे उनमें हमारे कॉलेज के छात्र नहीं है।“

फिर फैक्ट क्रेसेंडो ने सरकारी मेडिकल कॉलेज के अध्यक्ष डॉ. सैयद सजद नाजिर से संपर्क किया, उन्होंने इस दावे को गलत बताया है। उन्होंने कहा, “यह फर्जी खबर है। सरकार किसी की डिग्री को रद्द नहीं कर सकती। इंटरनेट पर इस खबर को गलत तरीके से शेयर किया जा रहा है।“

आगे बढ़ते हुए हमने एक स्थानीय पत्रकार से भी संपर्क किया। श्रीनगर में स्थित पत्रकार बसित ज़ारगर ने बताया कि, “वायरल हो रहा दावा सरासर गलत व फेक है। ऐसी कोई खबर सामने नहीं आई है जिसमें बताया गया हो कि मेडिकल कॉलेज की छात्राओं को डिग्री नहीं दी जाएगी।“

फैक्ट क्रेसेंडो ने जम्मू-कश्मीर छात्र संघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता नासिर खुहमी से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि “वायरल हो रहा दावा गलत है। इस मामले में जाँच अभी जारी है व सरकार ऐसे किसी भी नतीजे पर नहीं आई है। अभी तक उन्होंने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं दिया जिसके मुताबिक छात्राओं की डिग्री रद्द की जा रही हो।“

बातचीत के दौरान उन्होंने हमें यह भी बताया कि इस मामले पुलिस ने जाँच के दौरान पाया कि SKIMS कॉलेज में पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने व उसके लिए नारे लगाने की ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं आई है। पुलिस ने यu पाया है कि जो वीडियो वायरल हुए थे वे SKIMS कॉलेज के नहीं थे। सरकारी मेडिकल कॉलेज के छात्रों की जाँच अभी भी जारी है।

इसके बाद हमने वायरल हो रही तस्वीर के बारे में शोध किया। गूगल रीवर्स इमेज सर्च से पता चला कि यह वर्ष 2017 में ली गयी तस्वीर है। बीडीसी न्यूज़ नामक एक वेबसाइट पर हमें यह तस्वीर मिली। उसके साथ दी गयी जानकारी में लिखा है, “आजमगढ़ जिले के दाउदपुर गांव में सुबह की सभा के दौरान फातिमा गर्ल्स इंटर कॉलेज की छात्राएं।” (शब्दश:)

यह समाचार लेख 12 नवंबर 2017 को प्रकाशित किया गया था।

आर्काइव लिंक

हमने इस बारे में श्रीनगर के SSP संदीप चौधरी से भी संपर्क करने की कोशिश की पर उन्होंने हमें अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है। उनका जवाब आते ही हम उसे यहां पर अपडेट कर देंगे।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहा दावा सरासर गलत है। श्रीनगर के मेडिकल कॉलेज की 100 छात्राओं की डिग्री रद्द नहीं की गई है।

Avatar

Title:क्या पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाने पर श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की 100 छात्राओं को डिग्री नहीं मिलेगी?

Fact Check By: Rashi Jain

Result: False