सोशल मीडिया पर एक खूबसूरत शहर की तस्वीर को काफी शेयर किया जा रहा है। इस तस्वीर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का बताकर यूजर्स पोस्ट कर रहे है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि ये तस्वीर नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के विकास की है ।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- गोदोलिया सोनारपुरा, अपना बनारस Thank you modi ji…

फेसबुकआर्काइव

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में वायरल तस्वीर हमें kerefeke (आर्काइव) के वेबसाइट पर प्रकाशित मिली। ये तस्वीर 5 मई 2020 को प्रकाशित की गई है। जानकारी के अनुसार ये जगह जर्मनी की है। ये वुपर्टल की सबसे प्रसिद्ध इमारत, "फ्लोटिंग" रेलवे, है।

मिली जानकारी की मदद लेते हुए आगे सर्च करने पर वायरल तस्वीर हमें यहां (आर्काइव) ,यहां और यहां पर भी मिली। वेबसाइट पर इस तस्‍वीर को 25 अगस्‍त 2019 को पोस्‍ट करते हुए जर्मनी का बताया गया है।

हमने interesting location (आर्काइव) की वेबसाइट पर 2 मई 2015 की तारीख में अपलोड इसी तस्वीर को देखा। इससे ये स्पष्ट होता है कि ये तस्वीर काफी पुरानी है।

सर्च के दौरान हमें पता चला कि वायरल तस्‍वीर वाली ट्रेन जर्मनी में चलती है। जर्मनी की यह फ्लोटिंग रेलवे ट्रेन दुनिया की सबसे पुरानी इलेक्ट्रिक एलिवेटेड रेलवे तकनीक है।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, जर्मनी की एक पुरानी तस्‍वीर को वाराणसी के नाम पर शेयर कर भ्रम फैलाया जा रहा है। इस तस्‍वीर का वाराणसी से कोई संबंध नहीं है।

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Title:जर्मनी की तस्वीर को वाराणसी का बताकर भ्रामक दावे से वायरल….

Fact Check By: Sarita Samal

Result: False