फैक्ट क्रेसेंडो को बिजनौर पुलिस ने यह स्पष्ट किया कि राजस्व विभाग ने मंदिर से दूर अतिक्रमित भूमि पर बनी एक दीवार को ध्वस्त किया है। मंदिर क्षतिग्रस्त होने की खबर झूठी है।

उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के बांकपुर गांव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है, जिसमें एक मंदिर के पास पुलिस और ट्रैक्टर के साथ भीड़ नजर आ रही है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ग्राम प्रधान ने स्थानीय पुलिस की मदद से सतगुरु रविदास मंदिर को तोड़ नुकसान पहुंचाया है। इस तरह से गांव में दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा करने की कोशिश की जा रही है।

वायरल पोस्ट के साथ यूजर्स ने लिखा है- जिला बिजनोर के गॉंव बांकपुर थाना कोतवाली बैरुकी पुलिस चौकी में सतगुरु रविदास जी के मंदिर को तोड़ने वाले प्रधान का साथ @bijnorpolice दे रही है । पर ध्यान दो आपकी पुलिस अपराधियो के साथ खड़ी है।

ट्विटरआर्काइव

इस पोस्ट को फेसबुक पर भी शेयर किया गया है।

फेसबुकआर्काइव

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमें वायरल वीडियो के नीचे बिजनौर पुलिस का एक ट्वीट मिला। जिसमें बिजनौर पुलिस ने वायरल वीडियो के दावे का खंडन किया है।

ट्वीट के शीर्षक में लिखा है - थाना कोतवाली देहात क्षेत्रान्तर्गत ग्राम बांकपुर से संबंधित भ्रामक वायरल वीडियो का बिजनौर पुलिस खण्डन करती है । इस संबंध में पुलिस अधीक्षक, जनपद बिजनौर की बाइट है।

वीडियो में पुलिस ने कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर एक भ्रामक वीडियो शेयर कर रहे हैं, जिसमें कहा जा रहा है कि एक मंदिर जो बांकपुर ग्राम में पड़ता है, उसे क्षतिग्रस्त किया गया है। उस संबंध में अवगत कराना है कि 31 जुलाई को राजस्व विभाग की टीम ने मंदिर से काफी दूर एक दिवार का टुकड़ा तोड़ा है। ये दीवार रास्ते में था। इस दीवार को अवैध अतिक्रमण मानते हुए राजस्व विभाग की टीम ने इसे हटा दिया।

इसी संबंध से कुछ शरारती तत्वों ने ये वीडियो वायरल किया । मामले की पुष्टि के लिए पुलिस गांव में पहुंची और मामले का संज्ञान लिया। ग्रामीणों ने भी वायरल दावे का खंडन किया है। इसके अलावा वीडियो में दिख रहा मंदिर पूरी तरह से सुरक्षित है। तोड़े गए दीवार का टुकड़ा मंदिर से करीब 50 मीटर दूर है।

बिजनौर पुलिस वायरल वीडियो में किए गए दावे का खंडन किया है। साथ ही कोतवाली देहात पुलिस स्टेशन में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

निष्कर्ष- तथ्यों की जाँच से हमने पाया कि बिजनौर मंदिर को नुकसान पहुंचाने की खबर झूठी और निराधार है। दरअसल राजस्व विभाग ने मंदिर से 50 मीटर दूर सड़क पर बनी एक दीवार को तोड़ा है।

Avatar

Title:बिजनौर में मंदिर को नुकसान पहुंचाने की खबर झूठी है, तथा वीडियो भ्रामक दावे से वायरल है…

Written By: Sarita Samal

Result: False