पेरिस का 2 साल पुराना वीडियो मुस्लिम समुदाय पर झूठे आरोप व भ्रामक दावों से शेयर किया गया है, घटना में आरोपी एक स्पेनिश नागरिक है।

फ्रांस में माइग्रेशन बिल की हार ने इमैनुएल मैक्रॉन की सरकार के सामने मुशिकलें ला दीं हैं। दरअसल विपक्षी सांसदों को अपना समर्थन देने के प्रयास पूरी तरह तब नाकाम हो गए जब अलग-अलग गुटों ने विधेयक को अस्वीकार करने के प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया। सरकार का ये तर्क था कि यह विधेयक आप्रवासन को नियंत्रित करेगा और प्रवासियों को बेहतर ढंग से एकीकृत करेगा। इस विधेयक से सरकार के लिए उन प्रवासियों को निष्कासित करना आसान हो जाएगा, जिन्हें पांच साल या उससे अधिक की जेल की सजा सुनाई गई है और प्रवासियों के लिए परिवार के सदस्यों को फ्रांस लाना अधिक कठिन हो जाएगा। मतलब कि आव्रजन विधेयक पर चर्चा किए बिना उसे खारिज करके राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन की सरकार को एक बड़ा झटका दिया गया है। इसी सन्दर्भ में सोशल मीडिया पर हैरान करने वाला वीडियो वायरल हुआ है जिसमें फ़ोन पे बात करते हुए जा रहा एक शख्स एक महिला को सीढ़ियों से धक्का मार देता है। जिसके बाद वो गिरती दिखाई देती है। यूज़र ने इस वीडियो को इस दावे से साझा किया है कि यूरोप में इस्लामिक आतंकवाद का ये नमूना है जहां एक मुस्लिम व्यक्ति महिला को सरे आम धक्का दे कर गिरा देता है।

वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है कि यूरोप में इस्लामी आतंकवादी”

ट्विटर पोस्टआर्काइव पोस्ट

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने वीडियो की जांच के लिए कीफ़्रेम का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें घटना से जुड़ी एक रिपोर्ट वर्ल्ड न्यूज़ टुडे द्वारा 17 अप्रैल 2021 को प्रकाशित दिखी। रिपोर्ट में वीडियो से जुड़ी तस्वीर दिखाई देती है, जबकि खबर में ये बताया गया है कि घटना परिस के मेट्रो, पोर्ट डे ला चैपल के पास की है। जहां झगड़े के बाद एक महिला को सीढ़ियों से हिंसक तरीके से नीचे धकेल दिया गया था। इस मामले में पीड़िता को पेरिस की नागरिकता मंत्री मार्लीन शियप्पा की तरफ से समर्थन दिया गया था। जिनके द्वारा इस घटना की सड़क पर उत्पीड़न व विद्रोही शारीरिक हमले जैसे वाक्यों को कहते हुए निंदा की गयी थी।

हमने और जांच की और वीडियो को 24 अप्रैल 2021 की तारीख में वायरल टैब यूट्यूब चैनल द्वारा अपलोडेड पाया। जिसके साथ यह जानकारी दी गयी कि घटना फ्रांस के पेरिस में पोर्ट डे ला चैपल मेट्रो स्टेशन पर हुई। जब एक सुनहरे बालों वाली महिला का उस आदमी के साथ झगड़ा हुआ जो टेलीफोन पर शांति से बात कर रहा था और साथ ही महिला के साथ बहस भी कर रहा था। वह उस पर झपटी लेकिन शख्स ने जाने का फैसला किया। फिर जैसे ही वह मुड़ी, उसने उसे धक्का दे दिया और वह रेलिंग पकड़ते हुए गिर पड़ी। महिला चोट लगने से बाल-बाल बच गई, फिर भी उसका सिर टकरा गया था। हालांकि फ्रेंच पुलिस ने उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया था।

हमने घटना से जुड़ी एक और रिपोर्ट को एक अन्य वेबसाइट पर भी देखा जिसमें बताया गया है कि पेरिस में महिला को सीढ़ियों से नीचे धकेलने वाले व्यक्ति को निकाल दिया गया।रिपोर्ट में नागरिकता मंत्री मार्लीन शियप्पा के किये गए ट्वीट का भी जिक्र है। जिसके अनुसार उनकी तरफ से तथ्यों को साझा करते हुए ये बताया है कि शख्स को 18 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया गया था। पीड़ित, एक "ड्रग एडिक्ट", "नशीले पदार्थों के प्रभाव में था"। घटना में शामिल व्यक्ति उसका "डीलर" था। मामले की जांच करते हुए पेरिस पुलिस मुख्यालय ने घोषणा की कि लेखक, "स्पेनिश राष्ट्रीयता के", "क्षेत्र छोड़ने के दायित्व के तहत", 2 मई को "स्पेन" निर्वासित कर दिया गया था जिसका "अब फ्रेंच में प्रवेश करना और रहना प्रतिबंधित किया गया था।

इस घटना के बारे में रिपोर्ट को हमने दूसरे फ्रेंच वेबसाइटों पर भी प्रकाशित देखा। इस प्रकार से हम स्पष्ट हुए कि वीडियो भ्रामक और झूठे दावों के साथ साझा किया जा रहा है।

निष्कर्ष-

तथ्यों के जांच के पश्चात यह पता चलता है कि वीडियो के साथ फर्ज़ी दावा किया गया है। असल में वीडियो पुराना है और इसका इस्लामिक आतंकवादियों से कोई संबंध नहीं है।

Avatar

Title:महिला को सीढ़ी से धक्का मारने का पुराने और असंबंधित वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर वायरल।

Written By: Priyanka Sinha

Result: False