यह तस्वीर वर्ष 2004 की है जब मणिपुर की महिलाओं ने असम राइफल्स के खिलाफ नग्न अवस्था में विरोध प्रदर्शन किया था।

एक तस्वीर इंटरनेट पर वायरल हो रही है। जिसमें आप कई महिलाओं को नग्न अवस्था में खड़े हुये देख सकते है। दावा किया जा रहा है कि ये मणिपुर की कुकी समाज की महिलाएं है जो नग्न अवस्था में महिला को कराये गये परेड की घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है। आपको बता दें कि हाल ही में मणिपुर हिंसा के बीच वहीं का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें कुछ लड़के आदिवासी कुकी समाज की महिला को रास्ते पर नग्न अवस्था में घुमा रहे थे। इसमें पुलिस ने अब छह अरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इस वीडियो के खिलाफ अब मणिपुर में काफी बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है।

वायरल हो रही तस्वीर के साथ यूज़र ने लिखा है, “बेशर्मी से नग्न अवस्था में सुरक्षाबलों के विरोध करती इन हाहाकारी कुकी ईसाई महिलाओं को अगर इसी अवस्था में पकड़ कर गांव में घुमा दिया तो सबको रोना आ रहा है और यही दंगाई कुकी ईसाई समाज जब मैतैई हिन्दूओं को मार काट रहे थे तो मुंह में दही जमाए पड़े थे। मोढी जी सही कहते हैं - हिप्पोक्रेसी की भी सीमा होती है मित्रों।“

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अनुसंधान से पता चलता है कि...

इस तस्वीर को देखने पर पता चलेगा कि इसमें The Assam Rifles लिखा हुआ है। इस तस्वीर की क्वालिटी थोड़ी खराब है जिससे ऐसा लग रहा है कि यह तस्वीर पुरानी है। ये सब देखने के बाद हमने हमारी जाँच को आगे बढ़ाया।

हमने इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया तो हमें यही तस्वीर E-Pao नामक वेबसाइट पर मिली। इसके साथ दी गयी जानकारी में बताया गया है कि 15 जुलाई 2004 को मणिपुर की राजधानी इंफाल में 17वीं असम राइफ्लस (कंगला गेट) के गेट पर असम राइफल्स के खिलाफ बारह महिलाओं ने नग्न होकर विरोध प्रदर्शन किया था। असम राइफल्स के कर्मियों ने मनोरमा नामक एक लड़की के साथ बुरी तरह दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी थी।

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22 जनवरी 2019 को प्रकाशित इंडिया टुडे की रिपोर्ट में बताया गया है कि मणिपुर की बारह महिलाओं ने इंफाल में स्थित कंगला किले के सामने नग्न होकर एक बैनर, जिसपर लिखा था “इंडियन आर्मी रेप अस,” उसे लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। किले के बाहर नग्न शरीर और खुले बालों में महिलाओं ने हाथों में तख्तियां ले रखी थी, जिनपर लिखा था “भारतीय सेना हमारा रेप करो, हम सभी मनोरमा की माएं है और हमें मार डालो।” यह विरोध प्रदर्शन 17वीं असम राइफल्स के खिलाफ किया जा रहा था जिन्होंने 32 वर्षीय महिला थांगजाम मनोरमा के साथ दुषकर्म कर उसकी बुरी तरह हत्या कर दी थी। उग्रवादी के संदेह में उन्होंने मनोरमा को उसके घर से उठाया और अगले दिन उसका शव मिला, जिस पर 16 गोलियां लगी थी, उसके प्राइवेट पार्ट नष्ट किया गया था व उसके पैरों पर काफी निशान भी थे।

उपर दिये गये सबूतों से हम कह सकते है कि यह तस्वीर वर्ष 2004 की है।

निष्कर्ष: तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल रही तस्वीर के साथ किया गया दावा आंसिक रूप से गलत है। यह तस्वीर हाल ही में मणिपुर में हो रही हिंसा व वायरल वीडियो जिसमें महिला को नग्न अवस्था में घुमाया जा रहा था, इन किसी भी घटना से संबन्धित नहीं है। यह वर्ष 2004 में असम राइफल्स के खिलाफ किये गये विरोध प्रदर्शन की तस्वीर है।

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Title:वर्ष 2004 में महिलाओं द्वारा असम राइफल्स के खिलाफ किये गये विरोध प्रदर्शन की तस्वीर को हाल ही का बताकर वायरल किया जा रहा है।

Written By: Samiksha Khandelwal

Result: Partly False