हरियाणा मुनका विजयनिगम के एसडीओ कार्यालय में दो पक्षों के बीच मारपीट हो गई थी। वीडियो दो साल पुराना है। वीडियो में दिख रहा कोई भी शख्स विधायक नहीं है। जमीन और बिजली लाइन को लेकर हुआ था विवाद।

सोशल मीडिया पर एक सीसीटीवी फुटेज इस दावे के साथ वायरल है कि लोग हरियाणा में एक विधायक की पिटाई कर रहे हैं। वीडियो में एक ऑफिस के अंदर दो शख्स कुर्सी पर आकर जैसे ही बैठते हैं, उसके कुछ ही देर में कुछ लोग आकर दोनों व्यक्ति को बेरहमी से मारने लगते हैं।

वायरल वीडियो के साथ यूजर्स ने लिखा है - हरियाणा में विधायक की जनता धुनाई करती हुईं, अगर जनता चुन सकती है तो धुन भि सकती है, आने वाले समय में अपना काम में भी ऐसे ही हाल हो सकता है अगर ये दलाल अच्छा काम नही करते है, तो जनता अपना 5 साल का हिसाब ज़रूर लेगी।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

जांच की शुरुआत में वायरल वीडिये के तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें दैनिक जागरण की वेबसाइट पर एक रिपोर्ट मिली। प्रकाशित रिपोर्ट में वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट को देखा जा सकता है।

22 जुलाई 2020 को प्रकाशित इस रिपोर्ट के मुताबिक गगसीना गांव में बिजली की लाइन डाली जा रही थी। तब यह बिजली की लाइन किसी के खेत के अंदर से बिछाई गयी थी।

इसको लेकर गगसीना गांव के कुछ लोग बिजली विभाग के दफ्तर में शिकायत करने पहुंचे थे।

जहां एसडीओ को कागजात दिखाए गए । जिसके बाद एसडीओ ने ठेकेदार को कहा कि बिजली की लाइन गलत जा रही है, इसे वहां से हटाओ। लेकिन एसडीओ के आफिस में पांच लोग घुसते हैं और शिकायत लेकर आए लोगों पर लात-घूंसों व कुर्सी से मारपीट करने लगते है।

इंडिया टीवी यूट्यूब चैनल पर भी वायरल वीडियो से जुड़ी रिपोर्ट को देखा जा सकता है। खबर में कहीं पर भी वीडियो में मार खा रहे लोग हरियाणा के विधायक नहीं कहा गया है। लेकिन घटना हरियाणा की है।

डीएनए इंडिया द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा के मुनका जिले में बिजली निगम कार्यालय में दो समूहों के बीच लड़ाई हुई थी। मुनका पुलिस ने 5 लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है।

वहीं पड़ताल में हमें ज़ी पंजाब हरियाणा हिमाचल में वायरल वीडियो के साथ पुलिस का बयान भी प्रकाशित किया गया है। थाना प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि मुनक बिजली बोर्ड के ऑफिस में दो गुटों के बीच में मारपीट हुई थी। तीनों आरोपियों को पहले गिरफ्तार किया गया।

दरअसल करनल के गगसीना गांव में कुछ लोगों के खेतों में से लाइन निकल रही थी। लाइन को लेकर गांव के कुछ लोगों का ठेकेदार के साथ झड़प हुई । जिसके बाद खेत के मालिक ने घटना क्रम एसडीओ को बताई। एसडीओ ने पूरी बात सुनी और ठेकेदार को कहा कि लाइन खेत से ना लेते हुए जहां पर सही जगह हो वहां से लें। इतनी बात करते हीं कुछ लोग अंदर घुसे और कुर्सियां से मारना शुरु कर दिया।

वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया था।

पंजाब केसरी हरियाणा यूट्यूब चैनल पर वायरल वीडियो में मार खा रहे व्यक्ति का बयान लिया गया है। जिसमें शख्स का नाम जोगिंदर कहा गया । जोगिंदर कहते हैं कि – बिजली की नई लाइन अपनी जमीन पर क्रॉस हो रही है, उसकी शिकायत करने के लिए मुनक बिजली विभाग में एसडीओ के पास गए थे। एसडीओ साहब को हमने अपनी डॉक्यूमेंट दिखाया। डॉक्यूमेंट देखते ही एसडीओ ने अपने ठेकेदार को कॉल किया और कहा कि आप जो लाइन का तार खींच रहे हो ये किसी की मालकियत जमीन में गई हुई है और ये काम बंद कर दो।

जब हम ऑफिस में एसडीओ साहब से बात कर रहे थे, तब कुछ ही समये के बाद लगभग 5 बदमाश मेरे गांव के अचानक से ऑफिस में घुसे और हमें मारना शुरु कर दिए। जिसके बाद एसडीओ साहब ने खुद पुलिस को कॉल किया। पुलिस के आने से पहले ही बदमाश फरार थे।

मैंने बदमाशों के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज किया है। पुलिस ने तीन बदमाशों को पकड़ लिया है दो को जल्द पकड़ने की मैं मांग करता हुँ।

वीडियो में कही पर भी विधायक होने का दावा नहीं किया गया है। इससे साफ होता है कि वायरल खबर में विधायक पर जनता का गुस्सा उतारने के नाम से वायरल वीडियो पूरी तरह से झूठ है।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि वीडियो साल 2020 का है। करनल स्थीत गगसीना गांव के आपसी विवाद के वीडियो को विधायक की पिटाई का बताकर शेयर किया जा रहा है।

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Title:हरियाणा में एक विधायक को जनता द्वारा धोए जाने का दावा भ्रामक, गांव के आपसी विवाद का वीडियो गलत दावे से वायरल….

Fact Check By: Sarita Samal

Result: False