यह वीडियो अभी का नहीं चार साल पुराना है। इसका हाल ही में हुये विरोध प्रदर्शन से कोई संबन्ध नहीं है।

हाल ही में प्रयागराज के हापुड़ में वकीलों के उपर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया था जिसके विरोध में राज्य के सारे वकीलों ने आंदोलन के तौर पर तीन दिन का कार्य बहिष्कार किया। इस घटना को जोड़कर एक वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा है। उसमें आप वकीलों को मर गया योगी के नारे लगाते हुये देख सकते है और उनकी शव यात्रा निकालते हुये देख सकते है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो हाल ही में हुये विरोध प्रदर्शन का है।

वायरल हो रहे पोस्ट के साथ यूज़र ने लिखा है, प्रयागराज। अरे मोरे योगी, हाय हाय योगी, हाय मोरे योगी, कहते हाँथ में अगरबत्ती लिए करुण विलाप के साथ अधिवक्ताओं ने निकाली योगी सरकार की शव यात्रा

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अनुसंधान से पता चलता है कि...

इस वीडियो की जाँच हमने यूट्यूब पर कीवर्ड सर्च कर की। इसके बारे में हमें 16 सितंबर 2019 को अखंड भारत टी.वी नामक एक चैनल पर जानकारी मिली। उसमें आप वायरल वीडियो में दिख रहे दृश्य को देख सकते है। इसके साथ दी गयी जानकारी में बताया गया है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकीलों ने आंदोलन के तहत पुलिस की मौजूदगी में भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शव यात्रा निकाली। इसके बाद योगी आदित्यनाथ का पुतला भी जलाया और उनके खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाये। वकीलों की मांग थी कि शिक्षा सेवा सहित अन्य सभी अधिकरण प्रयागराज में स्थापित किये जाये।

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12 सितंबर 2019 को अमर उजाला की दी हुई रिपोर्ट में बताया गया है कि राज्य शिक्षा सेवा अधिकरण को लखनऊ में स्थापित करने के विरोध में हाईकोर्ट के वकीलों ने शव यात्रा निकाली थी। यह वीडियो उस समय का है। वकीलों ने नारेबाजी की और सभी अधिकरणों को प्रयागराज में स्थापित करने की मांग की थी।

चूंकि यह वीडियो इंटरनेट पर 2019 में अपलोड किया गया था, हम कह सकते है कि यह हाल ही में हुये आंदोलन का नहीं है।

निष्कर्ष:

तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने पाया कि वायरल हो रहे वीडियो के साथ किया गया दावा गलत है। यह वीडियो अभी का नहीं, चार साल पुराना है।

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Title:प्रयागराज में चार साल पहले वकीलों द्वारा किये गये विरोध प्रदर्शन के वीडियो को हाल ही का बता वायरल किया जा रहा है।

Written By: Samiksha Khandelwal

Result: False