१९ जुलाई २०१९ को Rahman Siddiqui नामक एक फेसबुक यूजर द्वारा एक विडियो पोस्ट किया गया था , जिसके शीर्षक में लिखा गया था कि यह दिनेश का घर है? यह भाई कुरआन को पढ कर उसमें गलती निकालने के लिए पढ रहा था? वह सोच रहा था के मैं इस में गलतियां निकाल कर चिल्ला चिल्ला कर सारी दुनिया को बताऊँगा? के इनका इस्लाम धर्म कितना गलत है? फिर उसने इस्लाम कुबूल कर के मुस्लिम हो गया? उस के बाद क्या हुआ आप भी देखें?

इस विडियो में हम एक घर को जलते हुए देख सकते है साथ ही एक महिला व बच्ची को इस कार्य का विरोध करते हुए आग में कूदते हुए देख सकते है | इस विडियो के माध्यम से दावा किया जा रहा है कि विडियो में दर्शाया गया घर किसी दिनेश नामक व्यक्ति का है जिसके इस्लाम कुबूल करने के पश्चात पुलिस ने उसका घर जला दिया, विडियो को सोशल मीडिया मचों पर साझा करते हुए एक सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है | फैक्ट चेक किये जाने तक यह पोस्ट १०० से ज्यादा प्रतिक्रियाएं और ३००० व्यूज प्राप्त कर चूका था |

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव विडियो

क्या वास्तव में इस आदमी का घर इसलिए जला दिया गया है क्योंकि उसने इस्लाम धर्म को कुबूल कर लिया? आइए जानते है इस विडियो का सच |

संशोधन से पता चलता है कि...

जांच की शुरुआत में हमने इस विडियो को इनविड टूल का इस्तेमाल कर छोटे छोटे कीफ्रेम्स में तोडा व उनका गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया परंतु हमें कोई पुख्ता परिणाम नही मिला | जब हमने इस विडियो को बारीकी से सुना तो हमने पाया कि विडियो के अंत में एक आदमी “तहसीलदार पोरसा” बोलता है | वीडियो देखने के दौरान हमें पुलिस अधिकारियों और जेसीबी मशीन की उपस्थिति मिली, जिससे हमें आभास होता है कि यह वीडियो अतिक्रमण को हटाने का हो सकता है | इसके पश्चात हमने यूट्यूब पर इन कीवर्ड्स के माध्यम से वायरल विडियो को ढूँढा, जिसके परिणाम स्वरुप हमें १८ जून २०१९ को मध्य प्रदेश न्यूज़ नेटवर्क द्वारा प्रकाशित विडियो मिला | विडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “मुरैना-अतिक्रमण हटाने गये अमले की जेसीबी को किया आग के हवाले MP NEWS NETWORK MORENA NEWS” | विडियो के माध्यम से हमें पता चलता है कि “मुरैना जिला मुख्यालय से लगभग पचास किलो मीटर दूर पोरसा थाना क्षैत्र में नागाजी मंदिर की जमीन से अतिक्रमण हटाने गई राजस्व और पुलिस की टीम के सामने ही कब्जेधारियों ने अपनी झोंपड़ी में आग लगा दी | अपनी झोंपड़ी को जलता देख एक महिला जलती हुयी आग में ही कूद गई, जिससे वह बुरी तरह झुलस गई |”

हमें मध्य प्रदेश तक द्वारा प्रकाशित यूट्यूब विडियो भी मिला जिसके अनुसार यह विडियो असल में मुरैना में मंदिर की जमीन से अवैध कब्जा हटाने गई पुलिस-प्रशासन टीम और ग्रामिणों में झड़प का है, जहाँ भीड़ ने की पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ और जेसीबी की मशीन को लगाई आग |

इस विडियो में दिए गए विवरण को गूगल सर्च करने पर हमें १९ जून २०१९ को टाइम्स ऑफ़ इंडिया द्वारा प्रकाशित खबर मिली | खबर के शीर्षक में लिखा गया है कि “भोपाल में घर में आग लगने से बचाने के लिए महिला ने छलांग लगाई” | खबर के अनुसार मध्य प्रदेश के मुरैना में प्रशासन द्वारा अतिक्रमण विरोधी अभियान का विरोध करने के लिए एक ५० वर्षीय महिला ने खुद को चिता बना लिया और आग की लपटों में कूद गई |

आर्काइव लिंक

गूगल सर्च के माध्यम से हमें इस प्रकरण पर कई और प्रतिशित मीडिया संगठनों द्वारा प्रकाशित खबरें मिली | १९ जून २०१९ को आज तक द्वारा प्रकाशित खबर के अनुसार यह घटना मध्य प्रदेश के मुरैना में मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण हटाने का है | रिपोर्टों के आधार पर ये स्पष्ट होता है कि यह प्रकरण अतिक्रमण हटाने पर हुये विवाद का है, वीडियो का दिनेश नामक व्यक्ति के इस्लाम कुबूल करने व उसके इस्लाम क़बूल करने के कारण से पुलिस द्वारा उसका घर नहीं जलाया गया।

आर्काइव लिंक

इस खबर को पत्रिका ने भी प्रकाशित किया है, जिसके शीर्षक में लिखा गया है कि “अतिक्रमण हटाने गए दल के सामने अपना घर बचाने महिला आग में कूदी, गुस्साए लोगों ने किया पथराव” |

आर्काइव लिंक

निष्कर्ष: तथ्यों के जांच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है, यह विडियो मूल तौर पर मुरैना पुलिस द्वारा अतिक्रमण हटाने का है, इस वीडीयो का किसी धर्म व धार्मिक ग्रंथों से कोई सम्बंध नहीं है, इस विडियो को सोशल मीडिया पर भ्रामक कथन से साथ साझा किया जा रहा है |

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Title:यह विडियो मूल तौर पर मुरैना मध्य प्रदेश में प्रसाशन द्वारा अतिक्रमण हटाने का है।

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False