८ फरवरी २०२० को तारेक फतह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो साझा करते हुए दावा किया है कि दिल्ली में मुस्लिम गुंडों ने इस्लामी वर्चस्व को बढ़ावा देने के लिए हिंदुओं के खिलाफ एक उत्तेजक नारा लगाया | “हिंदुस्तान में रहना होगा अल्लाह हु अकबर कहना होगा” यह नारा दिल्ली में चुनावों के चलते लगाया गया है |

आर्काइव लिंक

इस वीडियो में एक घोड़े की मूर्ति के आसपास कई लोग खड़े होकर “हिंदुस्तान में रहना होगा अल्लाह हु अकबर कहना होगा” के नारे लगा रहे है |

फेसबुक पोस्ट | आर्काइव लिंक

अनुसंधान से पता चलता है कि...

जाँच की शुरुवात हमने इस वीडियो को इन्विड टूल के माध्यम से गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने से की जिसके परिणाम में हमें १२ दिसम्बर २०१७ को एक यूट्यूब चैनल द्वारा अपलोड किया गया एक वीडियो मिला | इस वीडियो के शीर्षक में लिखा गया है कि “उदयपुर चेतक सर्किल के पास मुस्लिम समुदाय ने लगाए नारे |”

संबंधित कीवर्ड की मदद से, हमें यू टूयूब पर उपरोक्त वायरल क्लिप की "इंडिया टीवी" द्वारा एक रिपोर्ट मिली | रिपोर्ट के अनुसार, १२ दिसंबर, २०१७ को उदयपुर के चेतक सर्कल में कुछ मुस्लिम समूहों द्वारा एक रैली के दौरान ये नारे लगाए गए थे | भीड़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बजरंग दल और शिवसेना के खिलाफ भी नारे लगे थे |

स्क्रॉल की एक खबर के अनुसार इस रैली को मुस्लिम मजदूर मोहम्मद अफराज़ुल की हत्या के खिलाफ आरोपित शंभू लाल रेगर नाम के व्यक्ति के विरुद्ध निकाला गया था | यह हत्या ६ दिसंबर, २०१७ को राजस्थान के राजसमंद में हुई थी | यह विरोध प्रदर्शन एक मुस्लिम मजदूर की निर्मम हत्या की पृष्ठभूमि में हुआ था | ये रैली राजस्थान के उदयपुर में चेतक सर्कल पर आयोजित किया गया था |

इसके आलावा हमने गूगल मैप्स पर इस जगह को ढूँढा तो पाया की चेतक सर्किल उदयपुर में स्थित है |

निष्कर्ष: तथ्यों के जाँच के पश्चात् हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | दिल्ली चुनाव के दौरान राजस्थान से दो साल पुराना एक वीडियो साझा किया गया है, जिसके माध्यम से दावा किया गया है कि दिल्ली में “हिंदुस्तान में रहना होगा अल्लाह हु अकबर कहना होगा” के नारे लगाये गये |

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Title:दो साल पुराने राजस्थान के वीडियो को दिल्ली चुनाव के संदर्भ में वायरल किया जा रहा है|

Fact Check By: Aavya Ray

Result: False