अयोध्या के राम मंदिर में रामलला का मूर्तिकार मुसलमान नहीं बल्कि हिन्दू है। तस्वीर में दिख रहा शख्स रामलला का मूर्तिकार नहीं है।

अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे विधि विधान के साथ करेंगे। राम मंदिर से संबंधित इन दिनों सोशल मीडिया पर कई तरह तरह कि अफवाहें फैलाए जा रही है। इसी बात को मद्देनज़र रखते हुए हमें सोशल मीडिया पर एक वायरल तस्वीर मिली जिसमें एक मुस्लिम युवक को भगवन राम की मूर्ति को रंगते हुए देख जा सकता है। इस तस्वीर को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की मूर्ति का मूर्तिकार एक मुसलमान व्यक्ति है। इस तस्वीर को शेयर करते हुए यूजर ने तंज कसते हुए ये भी कहा है कि राम मंदिर वालों को एक भी हिन्दू मूर्तिकार नहीं मिला जिस वजह से उन्हें मुस्लिम मूर्तिकार को ये काम सौंपना पड़ा।

वायरल पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है कि “इन संघियो को 110 करोड़ हिंदुओं मे से एक मूर्तिकार नहीं मिला. चले हैं हिंदू राष्ट्र बनाने, अब्दुल पंक्चर नहीं बनाता अब वो अयोध्या में रामलल्ला और सीता माता की मूर्तियाँ बनता हैं।

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अनुसंधान से पता चलता है कि...

जाँच की शुरुआत हमने वायरल तस्वीर को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने से शुरू की, जिसके परिणाम से हमें 9 अप्रैल 2019 को द न्यू इंडियन एक्सप्रेस द्वारा प्रकाशित खबर मिली। रिपोर्ट में हम वायरल तस्वीर को देख सकते है जिसके साथ रिपोर्ट किया गया है कि 14 अप्रैल 2019 को रामनवमी उत्सव से पहले, सद्दाम हुसैन ने बंगलुरु स्थित राजाजीनगर में राम मंदिर में रखी मूर्तियों की सफाई की। जब न्यू इंडियन एक्सप्रेस की टीम ने राजाजीनगर के चौथे ब्लॉक में स्थित राम मंदिर का दौरा किया, तो सद्दाम को परिसर की सफाई करते देखा गया। मंदिर का निर्माण 1950 के दशक के अंत में किया गया था जब राजाजीनगर लेआउट का निर्माण हुआ था। रिपोर्ट के अनुसार, सद्दाम किसी का इंतजार नहीं करता, मंदिर परिसर में घुस जाता है और काम करने लगता है। ये रिपोर्ट सद्दाम के बारे में ही है।

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने सद्दाम हुस्सेन पर एक डाक्यूमेंट्री वीडियो भी अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया था। वीडियो में कहा गया है कि सद्दाम स्थानीय मस्जिद की सफाई करता है। वह मीनार को साफ़ करने के लिए उस पर चढ़ता है। वह राम मंदिर भी जाते हैं, जहां वह गोपुर पर चढ़ते हैं और उसे साफ करते हैं और मंदिर परिसर को भी साफ करते हैं।

मूर्ति बनाने के विषय में फैक्ट क्रेसेंडो ने अयोध्या राम मंदिर में संपर्क किया जहां हमारी बात ट्रस्ट के कर्मचारी प्रखर त्रिपाठी से हुई। उन्होंने हमें यह स्पष्ट किया कि पोस्ट एक अफवाह है मूर्तिकार बनाने वाले मूर्तिकार हिन्दू है मुस्लिम नहीं है। जो राम भक्त हैं वहीं मूर्ति का निर्माण कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर फर्जी दावे को वायरल किया गया है।

निष्कर्ष-

तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वीडियो के साथ किया गया दावा गलत पाया है। अयोध्या के राम मंदिर में रामलला के मूर्तिकार मुसलमान नहीं बल्कि हिन्दू है। तस्वीर में दिख रहे व्यक्ति का नाम सद्दाम हुसेन है जो बेंगलुरु में राम मंदिर और मस्जिद की साफ़ सफाई करने का काम करते है।

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Title:क्या अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की मूर्ति का मूर्तिकार मुसलमान है?

Written By: Drabanti Ghosh

Result: False