सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक युवक एक युवती की लाश के पास खड़ा है। हत्या का यह विचलित कर देने वाला वीडियो सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि सलीम नाम के एक मुस्लिम व्यक्ति ने आरती नाम की एक हिंदू लड़की की हत्या कर दी।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- सलीम ने अपने साथ पढ़ने वाली आरती को प्रपोज किया पर आरती ने मना कर दिया उसके बाद सलीम ने खुलेआम रोड में ही आरती का कत्ल कर दिया और लाश के पास आराम से खड़ा हो गया किसी की हिम्मत नहीं हुई उससे कुछ बोलने की...कायर हिंदू भाग भाग

फेसबुकआर्काइव

अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो की कुछ तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में वायरल वीडियो की खबर हमें दैनिक भास्कर (आर्काइव) पेज पर मिली। प्रकाशित खबर के अनुसार यह घटना 18 जून 2024 की मुंबई के वसई ईस्ट चिंचपाड़ा इलाके में हुई थी। मृतक युवती का नाम आरती यादव और आरोपी युवक का नाम रोहित यादव है। दोनों रिलेशनशिप में थे।

मिली जानकारी की मदद लेते हुए आगे की जांच करने पर वायरल वीडियो की खबर हमें यहां, यहां और यहां पर भी मिली। प्रकाशित खबर के अनुसार रोहित और आरती दोनों एक साथ में काम पर जा रहे थे तभी रास्ते में किसी बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हो गया। इसके बाद रोहित कहीं से एक हथियार लेकर आया और आरती के सिर पर हमला कर दिया। वह आरती के सिर पर तब तक मारता रहा जब तक कि युवती की मौत नहीं हो गई।

जानकारी के अनुसार रोहित और आरती पिछले तीन साल से रिलेशनशिप में थे। आरती ने अपनी हत्या से कुछ दिन पहले ही रोहित से ब्रेकअप कर लिया था। रोहित को जब आरती पर संदेह हुआ कि वो किसी दूसरे लड़के के साथ रिलेशनशिप में है, तो इसे लेकर वो उसे परेशान करने लगा। फिर इसी वजह से उसने आरती की सरेआम हत्या कर दी।

जांच में आगे हमें ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’(आर्काइव) ने अपनी रिपोर्ट में जानकारी दी है कि रोहित ने पीड़िता और उसके परिवार से अपने अनाथ होने के बारे में झूठ कहा था। उसने दावा किया था कि वो हरियाणा का रहने वाला है और उसके मां-बाप जीवित नहीं हैं।

हालांकि बाद में पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि रोहित हरियाणा नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश का रहने वाला है जहां उसके मां-बाप अभी भी रहते हैं। पुलिस के हवाले से ये भी बताया गया है कि आरोपी का पूरा नाम रोहित यादव नहीं बल्कि रोहित पाल है। रोहित के कथित अनाथ होने के चलते आरती को उसके साथ रिश्ते को लेकर संकोच था।

मिली जानकारी से ये साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत है। आरोपी और मृतक दोनों ही हिंदू समुदाय के हैं।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, मुस्लिम युवक का सरेआम हिंदू प्रेमिका की हत्या करने का दावा फर्जी है । घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है । आरोपी की पहचान रोहित यादव के रूप में हुई है और मृतक का नाम आरती यादव है। आरोपी और मृतक दोनों ही हिंदू समुदाय के हैं।

Avatar

Title:मुस्लिम युवक के सरेआम हिंदू प्रेमिका की हत्या करने का दावा फर्जी, घटना में नहीं है कोई सांप्रदायिक एंगल…..

Fact Check By: Sarita Samal

Result: False