अमरोहा में बीजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकार का अपने हिसाब से सवाल न पूछने पर पिटाई का दावा गलत है, वीडियो बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष और मीडिया प्रभारी के बीच हुई मारपीट का है।

लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें बीजेपी के दफ्तर में मारपीट करते हुए कुछ लोग दिखाई दे रहे हैं। वीडियो को साझा करते हुए दावा किया जा रहा है कि यह उत्तर प्रदेश के अमरोहा का वीडियो है। जहां पर बीजेपी के कार्यालय में होने वाले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पार्टी द्वारा पत्रकारों को सवालों की लिस्ट दी गई थी। पर एक पत्रकार ने बीजेपी नेताओं से लिस्ट से अलग हट कर सवाल पूछ लिया। जिस कारण उसके साथ वहीं पर मारपीट हुई। वीडियो इस कैप्शन के साथ वायरल है…

अमरोहा में भाजपा की प्रेस वार्ता में मार पीट। जो सवाल पार्टी दफ्तर ने लिखकर दिये थे उनसे अलग सवाल पूछने की कोशिश कर रहा था पत्रकार।

फेसबुक पोस्टआर्काइव पोस्ट

अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत के लिए सम्बंधित कीवर्ड्स का इस्तेमाल किया, जिसके परिणाम में हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स प्राप्त हुई। 15 अप्रैल 2024 में प्रकाशित ईटीवी भारत की रिपोर्ट में वायरल वीडियो की तस्वीर हैं , साथ ही वीडियो भी शेयर किया गया है। बताया गया है कि अमरोहा में भाजपा नेताओं के बीच मारपीट हो गई। जिसमें करीब 15 मिनट तक दफ्तर में अफरा-तफरी का माहौल रहा। इस बीच मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने दोनों का बीच बचाव किया। भाजपा जिला कार्यालय पर राज्यमंत्री बृजेश सिंह की प्रेसवार्ता में जिला मीडिया प्रभारी और भाजपा जिला उपाध्यक्ष के बीच विवाद हो गया था, जिसके बढ़ने पर मारपीट हो गई। इस दौरान वहां मौजूद लोगों में किसी ने घटना का वीडियो अपने मोबाइल में कैदकर लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।

आर्काइव

फिर हमने दैनिक जागरण की वेबसाइट पर 16 अप्रैल 2024 में प्रकाशित देखी। जिसमें यही बताया गया है कि भाजपा के कैबिनेट मंत्री बृजेश सिंह अमरोहा के जोया रोड स्थित कार्यालय पर प्रेस कांफ्रेंस के लिए पहुंचे। लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू होने से पहले ही जिला उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार और पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी रमेश कलाल के बीच बहस के बाद मारपीट शुरू हुई। दोनो ने कैबिनेट मंत्री के सामने ही मारपीट करना शुरू कर दिया।

आर्काइव

वहीं वायरल वीडियो से जुड़ी रिपोर्ट नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर देख सकते हैं। इसमें यह बताया गया है कि बीजेपी संकल्प पत्र की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी नेता भिड़ गए और योगी के मंत्री देखते रह गए।

आर्काइव

इस प्रकार से यह साफ है कि,अमरोहा में हुई बीजेपी की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने हिसाब से सवाल पूछने पर उसकी पिटाई का दावा बेबुनियाद है। वायरल वीडियो प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दो बीजेपी नेताओं के बीच हुई मारपीट का है।

निष्कर्ष-

तथ्यों के जाँच के पश्चात यह पता चलता है कि वायरल वीडियो भ्रामक दावे से फैलाया गया है। असल में वायरल वीडियो बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष और मीडिया प्रभारी के बीच बहस के बाद हुई मारपीट का है। इसे पत्रकार के सवाल पूछे जाने पर पिटाई का बताया जा रह है।

Avatar

Title:बीजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकार द्वारा अलग से सवाल पूछने पर पत्रकार की पिटाई की बात फर्जी है।

Fact Check By: Priyanka Sinha

Result: False