गोलीबारी के बाद ट्रंप को मंच से हटाते समय मौजूद सीक्रेट सर्विस के मुस्कुराती हुई तस्वीर असल में एडिटेड है।

पूरी दुनिया में उस वक़्त सनसनी फ़ैल गई, जब एक रैली में भाषण के दौरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर हमला हो गया। शनिवार (13 जुलाई) को पेनसिल्वेनिया के बटलर शहर में डोनाल्ड ट्रंप मंच से जनता को संबोधित कर रहे थें। डोनाल्ड ट्रम्प रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं। जो इन दिनों जनता के बीच पहुंचकर जन समर्थन हासिल कर रहे हैं। मगर इसी बीच जब ट्रंप मंच से भाषण दे रहे थे, तभी एक शूटर ने उन पर गोलियां चला दी। घटना के दौरान उनके आस-पास मौजूद सीक्रेट सर्विस के जवानों ने तुरंत ट्रंप को चारों ओर से घेरकर सुरक्षा घेरा बनाते हुए उन्हें मंच से सुरक्षित नीचे उतारा। जिसके बाद सोशल मीडिया पर घटना के कई वीडियो फुटेज, तस्वीरें और पोस्ट प्रसारित होने लगे। अब वायरल एक पोस्ट में डोनाल्ड ट्रम्प को उनके सीक्रेट सर्विस एजेंट के साथ दिखाया जा रहा है, जो गोलीबारी के बाद ट्रम्प को मंच से नीचे उतारते समय हंसते हुए दिखाई दे रहे हैं। यूज़र इस तस्वीर के साथ संदेह प्रकट करते हुए यह दावा कर रहे हैं कि आखिर सभी सीक्रेट सर्विस एजेंट क्यों हंस रहे हैं।

सभी सीक्रेट सर्विस एजेंट क्यों मुस्कुरा रहे हैं??????? क्या आपको नहीं लगता कि यह अजीब है

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत में तस्वीर का रिवर्स इमेज सर्च किया। परिणाम में हमें एसोसिएट प्रेस जनरल (AP) की वेबसाइट पर 13 जुलाई 2024 में ट्रम्प की रैली के दौरान हुए हमले की फोटो गैलरी मिली। इसके शीर्षक में पेन्सिलवेनिया में ट्रम्प की रैली में गोलीबारी लिखा हुआ था। हमने यहां पर एक कर पूरी तस्वीर को देखना शुरू किया। हमें इसी गैलरी में वायरल तस्वीर वाली इमेज मिली। इसके साथ कैप्शन में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को शनिवार, 13 जुलाई, 2024 को बटलर, पेनसिल्वेनिया में एक अभियान रैली में अमेरिकी सीक्रेट सर्विस एजेंटों ने घेर लिया लिखा था।

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हमने देखा कि मूल तस्वीर में ट्रम्प के साथ मौजूद सीक्रेट सर्विस एजेंट्स के चेहरे पर हंसी का हाव-भाव नहीं है। इससे हम समझ गए कि वायरल तस्वीर को डिजिटली एडिट किया गया है। हमने वायरल तस्वीर और मूल तस्वीर के बीच तुलना कर यहीं स्थिति स्पष्ट की है।

खोज में आगे बढ़ते हुए हमें कुछ मीडिया रिपोर्ट्स मिली जिसमें ट्रम्प के हमले को लेकर खबर प्रकाशित की गई थी। हमने फॉक्स न्यूज़ की वेबसाइट पर एक रिपोर्ट प्रकाशित देखा। इसमें एक न्यूज़ रिपोर्ट को भी साझा किया गया है। वीडियो रिपोर्ट में ट्रम्प पर हुए हमले के वीडियो फुटेज को भी दर्शया गया है। जिसमें वहां मौजूद अमेरिकी सीक्रेट सर्विस एजेंट एक सुरक्षा घेरा बनाते हुए ट्रम्प को मंच से उतारते हैं। परन्तु फुटेज में कोई भी एजेंट हंसता हुआ दिखाई नहीं देता है।

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सीएनएन के अलावा कई अमेरिकी मीडिया हाउसेस द्वारा इस हमले पर इस तरह की खबरें प्रकाशित की गई है।

बीबीसी की वेबसाइट पर हमले से सम्बंधित न्यूज़ रिपोर्ट में घटना को दिखाया गया है। बताया गया है कि बीबीसी वेरिफाई फुटेज ने , प्रत्यक्षदर्शियों के बयान और उपग्रह इमेजरी की जांच की है, जिसमें दिखाया गया है कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की हत्या का प्रयास कैसे किया गया। यहां पर भी फुटेज में ट्रम्प पर गोली चलने के बाद वहां मौजूद अमेरिकी सीक्रेट सर्विस एजेंट को गंभीर होने के साथ उनका बचाव करते दिखाया गया है। लेकिन अनुसार कोई भी हंसता हुआ नहीं दिखता है।

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अंत में हमने वायरल तस्वीर और मिले मूल वीडियो के बीच तुलना कर यह स्पष्ट किया कि गोलीबारी के बाद सीक्रेट सर्विस के मुस्कुराते हुए फोटो फर्जी हैं।

निष्कर्ष

तथ्यों के जाँच से यह पता चलता है कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर हमले के बाद उन्हें बचाते हुए उनके सुरक्षाकर्मी मुस्कुराए नहीं थे। बल्कि गंभीर हो कर ट्रम्प को वहां से निकाल रहे थें।

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Title:ट्रम्प को सुरक्षित स्थान पर ले जाते समय सीक्रेट सर्विस एजेंट मुस्कुरा नहीं रहे थें , वायरल तस्वीर डिजिटल रूप से बदली गई है…

Fact Check By: Priyanka Sinha

Result: Altered