मुस्लिम महिलाओं पर हिन्दुओं द्वारा हमले के दावे से झूठा वीडियो वायरल, यह शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने से पहले अवामी लीग की छात्र इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा रैली निकाल रहे लोगों पर हमले का वीडियो का है।

बांग्लादेश में मौजूदा हिंसा की स्थिति से जोड़ कर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसे सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। वायरल वीडियो में कुछ लोगों को डंडे लेकर एक महिला पर हमला करते देखा जा सकता है। जिसको लेकर यूज़र्स द्वारा दावा किया जा रहा है कि बांग्लादेश में हिंदुओं ने मुस्लिम महिलाओं पर हमला करना शुरू कर दिया। पोस्ट वायरल पोस्ट को इस कैप्शन के साथ देखा जा सकता है …

बांग्लादेशी हिंदू भीड़ ने हिजाब पहनी मुस्लिम महिलाओं पर हमला किया और मुस्लिम घरों पर हमला किया, क्योंकि वे बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय के रूप में असुरक्षित होने की शिकायत करते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

हमने जांच की शुरुआत में वीडियो का कीफ्रेम लेकर उसे गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। हमने इस वीडियो को वी आर फर्स्ट न्यूज़ (आर्काइव) और गेमिंग नफीस (आर्काइव ) नाम के दो यूट्यूब चैनल पर 3 अगस्त में अपलोडेड देखा। वीडियो के साथ लोकतंत्र पर प्रहार जैसे टाइटल के साथ सेव बांग्लादेशी स्टूडेंट और कोटा मूवमेंट जैसे हैशटैग्स का प्रयोग किया गया है। इससे यह समझा जा सकता है कि वीडियो पूर्व पीएम शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने से पहले का है और आरक्षण में कोटा सिस्टम पर प्रदर्शन का है।

मिली जानकरी की मदद लेते हुए हमने सम्बंधित कीवर्ड्स का उपयोग किया और मीडिया रिपोर्ट्स खंगाले। जिस पर हमने इस घटना से संबंधित बांग्लादेशी भाषा में कुछ ख़बरों को छपा हुए देखा। सबसे पहले हमने songbadprokash नाम की वेबसाइट पर इस वीडियो से संबंधित खबर को प्रकाशित देखा। इसमें घटना से जुड़ी वीडियो रिपोर्ट को पेश किया गया है, जिसमें हम एक जगह पर वायरल वीडियो वाला हिस्सा देख सकते हैं। यह खबर 2 अगस्त की है यानी शेख हसीना के देश छोड़ने से पहले। इसके अनुसार नरसिंगडी के सदर उपजिला पर प्रेस क्लब के सामने घटना हुई थी। जब वहां छात्र लीग-यूथ लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन द्वारा बुलाई गई रैली में छात्रों और अभिभावकों पर हमला बोला। जिसमें कम से कम 10 प्रदर्शनकारी घायल हो गये थें और पुलिस मूकदर्शक नजर आई। नरसिंगडी सदर पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी (ओसी) तनवीर अहमद ने बताया था कि छात्र लीग और आंदोलनकारियों के बीच एक छोटी सी झड़प हुई थी।

अजकरपत्रिका की वेबसाइट पर हम 2 अगस्त में घटना से जुड़ी खबर को देख सकते हैं। जिसमें बताया गया है कि मामले में छात्र लीग-युवा लीग के कार्यकर्ताओं द्वारा नरसिंगडी में भेदभाव विरोधी आंदोलन में भाग लेने वाले छात्रों पर हमला किया गया था। उस वक्त छात्र लीग और जुबो लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पुलिस के सामने ही लाठी मारकर आंदोलनकारियों को खदेड़ दिया। तभी पुलिस सामने आ गई।

इसी खबर को हमने SOMOY TV पर भी प्रकाशित देखा। जिससे यह स्पष्ट हुआ कि वायरल वीडियो नरसिंगडी में प्रदर्शनकारियों के जुलूस पर हुए हमले का ही है। जब अवामी लीग की छात्र इकाई के कार्यकर्ताओं ने रैली निकाल रहे लोगों पर हमला किया था। इसे भ्रामक तौर पर सांप्रदायिक दावे से फैलाया जा रहा है।

निष्कर्ष

तथ्यों के जांच पश्चात यह पता चलता है कि, वायरल वीडियो बांग्लादेश में हिंदुओं का मुस्लिम महिला पर हमला करने का नहीं है। वीडियो बांग्लादेश के नरसिंगडी का है जब शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़ने से पहले अवामी लीग की छात्र इकाई के कार्यकर्ताओं ने रैली निकाल रहे लोगों पर हमला बोल दिया था। उस घटना के वीडियो को सांप्रदायिकता की आड़ में साझा किया जा रहा है।

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Title:अवामी लीग की छात्र इकाई के कार्यकर्ताओं द्वारा रैली निकाल रहे लोगों पर हमले का वीडियो गलत व सांप्रदायिक दावे से वायरल

Fact Check By: Priyanka Sinha

Result: Misleading