राजस्थान चुनाव से जुड़े ओपिनियन पोल का ये वीडियो 5 साल पुराना है, फैक्ट क्रेसेंडो की फैक्ट चेकिंग में वीडियो हाल का नहीं पाया गया है।
राजस्थान में पिछले विधानसभा चुनावों से पहले का यानी 2018 का वीडियो हालिया ओपिनियन पोल का बताकर शेयर किया जा रहा है।
साल के आखिर में राजस्थान में विधानसभा चुनाव होने हैं। बीजेपी और कांग्रेस समेत तमाम दलों ने चुनावी तैयारियां शुरू कर दी हैं। एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी राजस्थान में सत्ता वापसी की जद्दोजहद में लगी हुई है वहीं कांग्रेस भी सरकार दोहराने की तैयारियों में लगी हुई है। इसी बीच एबीपी न्यूज का एक ओपिनियन पोल का वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि एबीपी न्यूज के इस ओपिनियन पोल के मुताबिक आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव में अशोक गहलोत लोगों की पहली पसंद हैं।
वीडियो को हालिया बताते हुए कहा जा रहा है कि 41% मतदाता आगामी विधानसभा चुनावों में अशोक गहलोत को अपने मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। वहीं 24% मतदाता वसुंधरा राजे को और 18% लोगों ने सचिन पायलट का समर्थन किया है।
वायरल पोस्ट के साथ यूजर्स ने लिखा है- राजस्थान की पहली पसंद अशोक साहब…Ashok Gehlot
अनुसंधान से पता चलता है कि…
पड़ताल की शुरुआत में वायरल वीडियो के तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर वीडियो हमें एबीपी न्यूज के आधिकारिक फेसबुक पेज पर अपलोड मिला। पेज पर वीडियो को 13 अगस्त 2018 को अपलोड किया गया है।
वीडियो के शीर्षक में लिखा है - राजस्थान में सीएम की पसंद के तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सबसे आगे।
पड़ताल में आगे हमें एबीपी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर 13 अगस्त 2018 को अपलोड वीडियो मिला। जिसमें वायरल वीडियो को करिब 6 सेकंड से लेकर 36 सेकंड के बीच देखा जा सकता है।
जानकारी के मुताबिक एबीपी न्यूज़ का यह वीडियो साल 2018 के राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले चलाया गया था जब भाजपा की वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री थीं। इससे पता चलता है कि वीडियो हाल का नहीं है।
साथ ही बता दें कि एबीपी न्यूज चैनल का लोगो 2020 में बदल दिया गया था। जो कि वायरल वीडियो से बिल्कुल मेल नहीं खा रहा है। वायरल वीडियो में दिख रहा लोगो एबीपी न्यूज़ का पुराना लोगो है।
आगे हमने वायरल वीडियो और हमें मिले वीडियो का हमने विश्लेषण किया। जिसमें साफ देखा जा सकता है कि वायरल वीडियो और हमें मिले यूट्यूब चैनल का वीडियो एक ही है।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है। ये वीडियो साल 2018 के राजस्थान में पिछले विधानसभा चुनाव के ओपिनियन पोल का है। जिसके चलते दावा फ़र्ज़ी साबित होता है।
Title:राजस्थान चुनाव से जुड़े ओपिनियन पोल का ये वीडियो 5 साल पुराना है, फैक्ट क्रेसेंडो की फैक्ट चेकिंग में वीडियो हाल का नहीं पाया गया है।
Fact Check By: Sarita SamalResult: Misleading