इस घटना में सांप्रदायिक एंगल नहीं है। सभी आरोपी हिन्दू है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।

उत्‍तराखंड में इस समय चल रही चारधाम यात्रा के समये सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह उत्तराखंड के केदारनाथ में चारधाम यात्रियों के साथ मुस्लिम घोड़ा और खच्चर संचालकों ने मारपीट की। हिंदू तीर्थयात्रियों पर मुस्लिम हमला कर रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि घोड़ा खच्चर संचालक एक महिला और उसके सहयात्री को लाठी डंडों से हमला कर रहे हैं।

वायरल वीडियो के साथ यूजर्स ने लिखा है- शर्मनाक/दुखद - केदारनाथ में मुस्लिम आतंक* *केदारनाथ में चारधाम यात्रियों के साथ मुस्लिम घोड़ा और खच्चर वालों ने की मारपीट घोड़ापड़ाव /भीमबली क्षेत्र की घटना यात्रियों को लाठी-डंडों से पीटा।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने प्रासंगिक कीवर्ड का इस्तमाल कर वायरल वीडियो को ढूंढ़ने की कोशिश की। परिणाम में हमें 13 जून 2023 को 'देवभूमि डायलॉग' समाचार साइट द्वारा प्रकाशित एक खबर में वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट मिला। प्रकाशित खबर के मुताबिक रुद्रप्रयाग पुलिस ने मामला दर्ज किया और केदारनाथ धाम तीर्थयात्रियों पर हमले में शामिल चार घोड़ा संचालकों को हिरासत में लिया है।

क्या था मामला-

नव भारत टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक बाबा केदारनाथ धाम के दर्शन करने आईं महिपालपुर दिल्ली निवासी तनुका पौंडार ने कोतवाली सोनप्रयाग में शिकायत दी है। उन्‍होंने बताया कि वह बीते 10 जून को गौरीकुंड से बाबा केदारनाथ धाम की यात्रा पर जा रही थीं। इसी दौरान भीमबली पुल के पास एक घोड़ा जमीन पर गिरा हुआ था, जिसकी हालत गंभीर थी।

उसको देखकर उन्‍होंने आसपास के लोगों से मदद मांगी, लेकिन किसी ने भी मदद नहीं की। इस दौरान वहां पर एक व्यक्ति अन्य घोड़ों को पीट रहा था जिसका विरोध करना उनको भारी पड़ गया। इसी बीच, कई घोड़ा संचालक मौके पर पहुंचे और गाली-गलौच करते हुए तनुका से मारपीट पर उतारू हो गए। आरोप है कि घोड़ा संचालकों ने लाठी डंडों से उनको और अन्य यात्रियों के साथ मारपीट की। साथ ही उन्हें तत्काल उत्तराखंड से बाहर जाने के लिए कहा।

इस खबर को यहां, यहां और यहां पर भी देखा जा सकता है।

हिंदुस्तान समाचार की वेबसाइट पर 13 जून को छपी खबर के मुताबिक पुलिस ने घटना को लेकर मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई भी की जा रही है। आरोपियों की पहचान अंकित सिंह, संतोष कुमार, रोहित कुमार सभी निवासी जयकंडी, थाना अगस्त्यमुनि, जिला रुद्रप्रयाग और गौतम सिंह निवासी ग्राम जाखन भरदार थाना, जिला रुद्रप्रयाग के रूप में हुई है। मामले में एक नाबालिग भी शामिल है।

रुद्रप्रयाग पुलिस ने एक ट्वीट के माध्यम से जानकारी दी कि केदारनाथ धाम फुटपाथ पर तीर्थयात्रियों के साथ मारपीट करने वाले सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, और एक अन्य ट्वीट में आरोपियों के नाम अंकित सिंह, संतोष कुमार, रोहित कुमार और गौतम बताए गए हैं।

रुद्रप्रयाग पुलिस ने कहा कि इस घटना में एक नाबालिग भी शामिल है, लेकिन उन्होंने नाबालिग के नाम का खुलासा नहीं किया।

रुद्रप्रयाग के एसपी विशाखा अशोक भदाने ने 14 जून 2023 को घटना का विवरण देते हुए एक वीडियो भी जारी किया।

स्पष्टीकरण के लिए हमने रुद्रप्रयाग पुलिस से संपर्क किया। वहां पर एक पुलिस अधिकारी ने स्पष्ट किया कि भीम बाली पुल क्षेत्र में एक महिला और उसके सहयात्रियों पर हमला करने वाले घोड़ा संचालक मुस्लिम नहीं थे। इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। सभी आरोपी स्‍थानीय निवासी हैं।

निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि वायरल पोस्ट के साथ किया गया दावा गलत है। केदारनाथ धाम तीर्थयात्रियों पर हमला करने वाले घोड़ा संचालकों के इस घटना में कोई सांप्रदायिक रंग नहीं है। इसमें आरोपी और पीड़ित एक ही समुदाय के हैं। इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है।

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Title:केदारनाथ में यात्रियों से मारपीट मामले में नहीं है कोई सांप्रदायिक एंगल…..

Written By: Sarita Samal

Result: False