वीडियो गलत सन्दर्भ के साथ वायरल है , जब बिहार के दरभंगा के राज परिसर स्थित लोकप्रिय मां श्यामा माई मंदिर में एक महिला जबरन गेट खोलने की ज़िद कर रही थी ,जिसके चलते उसकी पिटाई हुई।

सोशल मीडिया पर एक महिला को मंदिर के सामने पीटने का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें मंदिर का पुजारी लाल साड़ी पहनी एक महिला की बेरहमी से बाल पकड़ कर पिटाई कर रहा है। इस वीडियो को हाल की घटना बता कर वायरल किया जा रहा है। महिला के दलित जाति से होने का दावा किया गया है। जो मंदिर में प्रवेश करने की ज़िद कर रही थी। और इसलिए मंदिर के पुजारी ने उसकी इस तरह से पिटाई की।

वीडियो के साथ यूजर्स ने कैप्शन में लिखा है, एक हरिजन महिला ने एक हिंदू मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की, महिला निचली जाति की होने के कारण मंदिर के पुजारी ने उसे बेरहमी से पीटा।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट लिया। मिली तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर परिणाम में हमें न्यूज़ ट्रैक लाइव का एक रिपोर्ट दिखाई दिया। खबर में वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट इस्तेमाल किया गया है। 7 अगस्त 2021 को ये खबर प्रकाशित की गई थी।

खबर के मुताबिक घटना कोरोना गाइडलाइन के दौरान का है। बिहार के दरभंगा के राज परिसर स्थित लोकप्रिय मां श्यामा माई मंदिर की चौखट पर मंदिर के पुजारी ने एक महिला का बाल पकड़कर उसकी पिटाई कर दी।

महिला ने मंदिर के अंदर जाकर मां श्यामा माई की पूजा करने की जिद की, लेकिन कोरोना गाइडलाइन के कारण मंदिर के दरवाजे आम लोगों के लिए बंद कर दिए गए। महिला मंदिर के बंद गेट खोलने के लिए अड़ी हुई थी।

इसी बात पर झगड़ा हुआ। झगड़े के वक्त गुस्साए मंदिर के पुजारी ने महिला के बाल पकड़ लिए और उसकी पिटाई कर दी। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मंदिर समिति ने पुजारी के खिलाफ कार्रवाई की। मंदिर प्रबंधक चौधरी हेमचंद्र रॉय ने वीडियो की पुष्टि करते हुए कहा कि किसी भी महिला के साथ इस तरह का व्यवहार करना ठीक नहीं है। पुजारी को मंदिर कार्यों से हटा दिया गया।

यह खबर वनइंडिया हिंद पर भी प्रकाशित हुई है।

इसके अलावा जिस महिला की पिटाई का वीडियो वायरल हुआ उसके द्वारा अभी तक पुजारी के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नही करवाई गई है। महिला की पहचान भी अभी तक नहीं हो पाई है।

इस दौरान मंदिर प्रबंधक महिला को विक्षिप्त बताकर पुजारी के समर्थन में थे। पर मंदिर प्रबंधक चौधरी हेमचंद्र रॉय का कहना है कि किसी भी महिला के साथ ऐसा बर्ताव बिल्कुल गलत है। ये खबर यहां, यहां और यहां भी देखें जा सकते हैं। खबरों में कहीं पर भी महिला के दलित होने की बात सामने नहीं आती है। वायरल खबर फर्जी है।

खबरों में कहीं पर भी जातिवाद के बारे में नहीं बताया गया है। वायरल खबर फर्जी है।
निष्कर्ष- तथ्य-जांच के बाद, हमने पाया कि कोरोना गाइडलाइन के कारण मां श्यामा माई मंदिर के कपाट आम जनता के लिए बंद कर दिये गये थे। लेकिन महिला मंदिर के बंद गेट खोलने पर अड़ी हुई थी। इसी बात पर गुस्साए मंदिर के पुजारी ने महिला के बाल पकड़कर उसकी पिटाई कर दी। खबरों में कहीं पर भी जातिवाद के बारे में नहीं बताया गया है। वायरल खबर फर्जी है।

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Title:पुजारी द्वारा महिला की पिटाई का ये वीडियो कोरोना काल का है,घटना का किसी विशेष जाति समूह से कोई संबंध नहीं है।

Written By: Sarita Samal

Result: False