दो असंबंधित वीडियो को जोड़कर भारत में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के नाम से फैलाया गया।
उत्तर प्रदेश और वेनेजुएला से दो असंबंधित वीडियो को सोशल मीडिया पर हिन्दू पर हो रहे अत्याचार से नाम से फैलाया जा रहा है।
दिल को दहला देने वाला एक वायरल वीडियो सोशल मीडिया पर इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि ये वीडियो भारत से है, जहाँ एक मुसलमान व्यक्ति ने एक हिन्दू व्यक्ति को पीटकर उसकी गला तलवार से काट कर मौत के घाट उतार दिया।
इस वीडियो में एक व्यक्ति को भीड़ द्वारा बर्बरतापूर्वक पीटते हुये देखा जा सकता है, जिसके थोड़ी देर बाद उस आदमी का हाथ और पैर बांधकर किसी ने एक तलवार से उसके सिर को धड़ से अलग कर दिया। कई सोशल मीडिया उपयोगकर्ता इस मुसलमान व्यक्ति को फंसी देने की भी बातें करते हुए नज़र आये।
वायरल हो रहे पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया है कि “*लो, इंसान को कटता, हलाल होता देख लो ।* इस वीडियो को इतना फैलाइये की आवाज हर हिंदू का कानों तक पहुँचे एवम भारत के *प्रधानमंत्री मोदीजी* तक बात पहुँचे । हर हिन्दू को *भारत माता की सौगंध* है कि यह वीडियो रुकना नहीं चाहिये । इस बेशर्म मुल्ला को फांसी की सजा हो । *जय श्री राम जय श्री राम*”
अनुसंधान से पता चलता है कि…
जाँच की शुरुवात हमने वायरल वीडियो को छोटे कीफ्रेम्स में तोड़कर गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने से की जिसके परिणाम से हमें पता चला कि वायरल वीडियो असल में दो अलग अलग असंबंधित वीडियो को जोड़कर बनाया गया है।
पहला वीडियो-
हमें ये वीडियो एक ट्विटर उपयोगकर्ता द्वारा अपलोड किया हुआ मिला । यूजर ने 4 मई 2021 को वीडियो को साझा करते हुए लिखा है कि “बंगाल हिंसा की आहट अब उत्तरप्रदेश के जनपद मुज़फ्फरनगर में भी, बिजली लाइनमैन पर हमला, हत्या की नीयत से जानवरो की तरह अंदर खीच ले गए अशांतिदूत, भोपा थाना क्षेत्र के मुस्लिम बाहुल्य गांव सीकरी का हैं मामला, देखिये वीडियो ।”
इस ट्वीट के नीचे लोगों द्वारा किये गये कमेंट को देखने पर हमें मुजफ्फरनगर पुलिस के आधिकारिक अकाउंट द्वारा दी गई प्रतिक्रिया प्राप्त हुई । उन्होंने इस घटना को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से बताते हुए लिखा है कि भोपा पुलिस स्टेशन में सात लोगों को नामजद और 10-12 अज्ञात लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा ।
ट्वीट में लिखा गया है कि “थाना भोपा पुलिस द्वारा 07 नामजद व 10-12 अज्ञात अभियुक्तों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है। अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी, स्थानीय पुलिस द्वारा अन्य विधिक कार्यवाही की जा रही है ।”
हमने संबंधित कीवर्ड सर्च कर गूगल पर इस घटना के बारे में ख़बरों को ढूंढना शुरू किया। जिसके परिणाम से हमें अमर उजाला द्वारा प्रकाशित एक लेख मिला जिसके अनुसार गांव सीकरी में बिजली का दोष ठीक करने पहुंचे लाइनमैन को ग्रामीणों ने बंधक बनाकर उसके साथ मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया, जबकि उसके साथियों ने किसी तरह भागकर जान बचाई। डायल-112 ने मौके पर पहुंचकर लाइनमैन को मुक्त कराया ।
फैक्ट क्रेसेंडो ने तत्पश्चात भोपा पुलिस में इस मामले के जांच अधिकारी संजय राघव से संपर्क किया, जिन्होंने हमें बताया कि हाल ही में सीकरी गांव में विवाद हुआ था । लाइनमैन एक दोषपूर्ण विद्युत लाइन को ठीक करने के लिए सीकरी गया था, लेकिन लाइनमैन ने इलेक्ट्रिकल बोर्ड के जूनियर इंजीनियर (जेई) की अनुमति के बिना एक निवास के अंदर एक केबल (बिजली के तार) की मरम्मत करने से इनकार कर दिया था, इस वजह से आसपास के निवासी नाराज हो गए और उनके बीच में झड़प हो गई । हमने भोपा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लाइनमैन की पहचान अनुज कुमार के रूप में की गई है । इस घटना का कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है, बल्कि यह एक व्यक्तिगत मामला है।
दूसरा वीडियो-
6 फरवरी 2018 को news.com.au नामक वेबसाइट द्वारा प्रकाशित एक समाचार रिपोर्ट। समाचार रिपोर्ट में वायरल वीडियो का स्क्रीनशॉट है और कहा गया है कि यह घटना उत्तरी अमेरिका के वेनेजुएला में हुई थी। क्लिप में दिख रहे लड़के को प्रतिद्वंद्वी ड्रग माफिया गिरोह ने अगवा कर लिया और अज्ञात स्थान पर गला घोंटकर मार डाला। गिरोह ने घटना को फिल्माया और फुटेज को ऑनलाइन शेयर किया। लेख में वीडियो के कुछ फ्रेम भी हैं।
हमने उपरोक्त समाचार लेख से संकेत लेते हुए एक और कीवर्ड खोज की, जिसके परिणामों में हमने पाया कि कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने इस घटना की रिपोर्ट की थी। 2018 में द सन द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि news.com.au ने सबसे पहले इस कहानी को तोड़ा, इसमें उल्लेख किया गया कि वेनेजुएला की जेल प्रणाली दुनिया की सबसे हिंसक जेलों में से एक है, जिसमें 1999 और 2014 के बीच हिरासत में लगभग 6,500 हत्याएं की गईं।
डेली मेल द्वारा 6 फरवरी 2018 को प्रकाशित एक समाचार रिपोर्ट में कहा गया है कि लड़का वेनेजुएला की जेलों में गठित खूंखार 'मेगाबांडास' गिरोह का शिकार था। कहा जाता है कि यह समूह अपहरण, जबरन वसूली और हत्या में माहिर है। अपराध विशेषज्ञ और पत्रकार जेवियर इग्नासियो मैलोर्का ने मार्च 2017 में मीडिया आउटलेट इफेक्टो कोक्यूयो को बताया कि वेनेजुएला में कम से कम 19 ऐसे गिरोह सक्रिय थे।
निष्कर्ष-
तथ्यों की जाँच के पश्चात हमने वायरल वीडियो के साथ किये गये दावे को गलत पाया है। वायरल वीडियो भारत में हिन्दुओं पर मुसलमानों द्वारा किये गये अत्याचार का नहीं है बल्कि दो अलग अलग घटनाओं का वीडियो जोड़कर शेयर किया जा रहा है| पहला वीडियो उत्तर प्रदेश से है और दूसरा वीडियो वेनेज़ुएला का है|
Title:दो असंबंधित वीडियो को जोड़कर भारत में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के नाम से फैलाया गया।
Fact Check By: Drabanti GhoshResult: False