पश्चिम बंगाल में हुये चुनाव व उनके परिणामों के आने के बाद से ही वहाँ कथित तौर पर हो रही हिंसा से जुड़े वीडियो व तस्वीरें इंटरनेट पर काफी वायरल हो रहीं हैं। ऐसी कई तस्वीरें व वीडियो गलत दावों के साथ भ्रामकता फ़ैलाने के उद्देश्य से साझा किये जा रहे है। पूर्व में भी फैक्ट क्रेसेंडो ने ऐसी कई खबरों का अनुसंधान कर उनकी प्रमाणिता अपने पाठकों तक पहुंचाई है, वर्तमान में एक वीडियो जहाँ एक व्यक्ति को भीड़ द्वारा बर्बरतापूर्वक पीटते हुये देखा जा सकता है को सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से यह दावा करते हुए फैलाया जा रहा है कि यह घटना पश्चिम बंगाल में हुई है | आगे यह भी कहा जा रहा है कि अगर लोग जागृत नहीं होते है तो अगले २० -२५ साल में सम्पूर्ण भारत में इसी तरह के घटनाएँ होंगी |
पोस्ट के शीर्षक में लिखा गया है कि
“आज जो बंगाल में हो रहा है वो आने वाले 20/25 सालों में पूरे भारत में होने वाला है |”
इस वीडियो को फेसबुक पर काफी तेजी से फैलाया जा रहा है |
अनुसंधान से पता चलत है कि…
जाँच की शुरुवात हमने वायरल हो रही वीडियो को इन्विड वी-वेरीफाई टूल की मदद से छोटे की-फ्रेम्स में तोड़कर व यांदेक्स पर रिवर्स इमेज सर्च कर किया जिसके परिणाम से हमें ये वीडियो एक ट्विटर उपयोगकर्ता द्वारा अपलोड किया हुआ मिला | यूजर ने ४ मई २०२१ को वीडियो को साझा करते हुए लिखा है कि
“बंगाल हिंसा की आहट अब उत्तरप्रदेश के जनपद मुज़फ्फरनगर में भी, बिजली लाइनमैन पर हमला, हत्या की नीयत से जानवरो की तरह अंदर खीच ले गए अशांतिदूत, भोपा थाना क्षेत्र के मुस्लिम बाहुल्य गांव सीकरी का हैं मामला, देखिये वीडियो |”
इस ट्वीट के नीचे लोगों द्वारा किये गये कमेंट को देखने पर हमें मुजफ्फरनगर पुलिस के आधिकारिक अकाउंट द्वारा दी गई प्रतिक्रिया प्राप्त हुई | उन्होंने इस घटना को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से बताते हुए लिखा है कि भोपा पुलिस स्टेशन में सात लोगों को नामजद और 10-12 अज्ञात लोगों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा |
ट्वीट में लिखा गया है कि “थाना भोपा पुलिस द्वारा 07 नामजद व 10-12 अज्ञात अभियुक्तों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है। अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी, स्थानीय पुलिस द्वारा अन्य विधिक कार्यवाही की जा रही है |”
तत्पश्चात हमने संबंधित कीवर्ड सर्च कर गूगल पर इस घटना के बारे में ख़बरें ढूँढने लगे जिसके परिणाम से हमें अमर उजाला द्वारा प्रकाशित एक लेख मिला जिसके अनुसार गांव सीकरी में बिजली का दोष ठीक करने पहुंचे लाइनमैन को ग्रामीणों ने बंधक बनाकर उसके साथ मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया, जबकि उसके साथियों ने किसी तरह भागकर जान बचाई। डायल-112 ने मौके पर पहुंचकर लाइनमैन को मुक्त कराया |
फैक्ट क्रेसेंडो ने तत्पश्चात भोपा पुलिस में इस मामले के जांच अधिकारी संजय राघव से संपर्क किया, जिन्होंने हमें बताया कि हाल ही में सीकरी गांव में विवाद हुआ था | लाइनमैन एक दोषपूर्ण विद्युत लाइन को ठीक करने के लिए सीकरी गया था, लेकिन लाइनमैन ने इलेक्ट्रिकल बोर्ड के जूनियर इंजीनियर (जेई) की अनुमति के बिना एक निवास के अंदर एक केबल (बिजली के तार) की मरम्मत करने से इनकार कर दिया था, इस वजह से आसपास के निवासी नाराज हो गए और उनके बीच में झड़प हो गयी | हमने भोपा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लाइनमैन की पहचान अनुज कुमार के रूप में की गई है | इस घटना का कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है, बल्कि यह एक व्यक्तिगत मामला है |
निष्कर्ष: तथ्यों की जांच के पश्चात हमने उपरोक्त पोस्ट को गलत पाया है | सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो बंगाल से नहीं है बल्कि उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में हुये एक आपसी विवाद का है |
Title:उत्तर प्रदेश में हुये एक आपसी विवाद के वीडियो को बंगाल का बता फैलाया जा रहा है |
Fact Check By: Aavya RayResult: False
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