सोशल मीडिया पर एक रोती हुई महिला का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में, एक महिला बांग्ला भाषा में मेगाफ़ोन स्पीकर के ज़रिये भाषण देती और फिर रोते हुए नज़र आ रही है। वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि बांग्लादेश में हिंदू महिलाओं को इस्लाम अपनाने या बांग्लादेश छोड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। जिसका एक हिंदू महिला जम कर विरोध कर रही है।

वायरल पोस्ट के साथ सूजर ने लिखा है- बंग्लादेश के lisIamic मौलाना अल्टिमेटम दे चुके, कबूल करो या बंग्लादेश छोड़ दो या दुनिया यार कोई अपना घर छोड़कर कहाँ जाएगा? पूरे जीवन की महनत, पूंजी सबकुछ है, कैसे छोड़ दे? हिन्दुओ जमकर समर्थन करो, बंग्लादेश के हिन्दुओ को जरूरत है, कल तुम्हे भी जरूरत पड़ेगी, 57 देश एकजुट हैं!!

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में हमने वायरल वीडियो के कुछ स्क्रीनशॉट लिए। मिली तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर वायरल वीडियो की खबर हमें बांग्लादेशी यूट्यूब चैनल समकाल समाचार पर मिला। यहां पर वायरल वीडियो का लंबा वर्जन मौजूद है।

वीडियो को एक अगस्त 2024 को अपलोड किया गया था। जानकारी के मुताबिक, वीडियो में नजर आ रही महिला बांग्लादेश की अभिनेत्री अजमेरी हक बधोन हैं। उन्होंने कहा कि देश हमारा है तो हम ही देश को सुधारेंगे।

मिली जानकारी की मदद लेते हुए आगे की सर्च करने पर हमें ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट मिली। यहां पर वायरल वीडियो में दिख रही महिला को देखा जा सकता है।

खबर के अनुसार देश में चल रहे छात्र आंदोलन के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए कई कलाकारों ने फार्मगेट पर प्रदर्शन किया। उन सभी की एक ही मांग थी हत्याओं के लिए न्याय, साथ ही देश में चल रहे हिंसा और हत्याओं का अंत हो।

वहीं आर टीवी न्यूज़ की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अभिनेत्री अज़मेरी हक बधोन 1 अगस्त को बारिश की परवाह किए बिना फार्मगेट इलाके में रैली में शामिल हुईं और छात्रों की ओर से बोलते हुए वह फूट-फूट कर रो पड़ीं।

रिपोर्ट में लिखा है कि रैली में माइक्रोफोन थामे और रोते हुए बधोन ने कहा, "मेरा बच्चा आज वहां होता"। आप इस तरह शांति से नहीं रह सकते। इन्हें रोका जाना चाहिए। हम सभी न्याय चाहते हैं। हम राज्य न्याय चाहते हैं।

आगे हमें अजमेरी की एक फ़ेसबुक पोस्ट मिली। 13 अगस्त 2024 को पोस्ट के जरिए वायरल वीडियो के संबंध में लिखा था, "एक गर्वित बांग्लादेशी के रूप में, मैं हाल ही में हुए एक विरोध प्रदर्शन से अपना खुद का वीडियो शेयर कर रही हूं, जहां मैंने छात्रों के अधिकारों की माँग की और अत्याचारी हसीना शासन के खिलाफ़ आवाज़ उठाई।

मैंने कहा था कि यह मेरा देश है, और हम इसे सुधारने में मदद करेंगे! लेकिन भारतीय मीडिया और उनके दुष्प्रचार लोगों के बीच बयानों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही हैं, झूठ फैला रही हैं और बांग्लादेश में तनाव को बढ़ा रही हैं। वे मेरे जैसे वीडियो में भी हेर-फेर कर ग़लत सूचना फैला रहे हैं!"

हमें मिली रिपोर्ट में बधौन या किसी अन्य वक्ता द्वारा हिंदुओं को निशाना बनाने की चर्चा का ज़िक्र नहीं किया गया। इसके अलावा, बधौन बांग्लादेश में मौजूदा घटनाओं के बारे में अपने सोशल मीडिया पर सक्रिय रूप से अपनी राय साझा करती रही हैं, लेकिन उनकी किसी भी पोस्ट में हिंदूओं को निशाना बनाने का ज़िक्र नहीं है । इससे ये साफ है कि बधौन की टिप्पणियों को सांप्रदायिक दृष्टिकोण से गलत तरीके से पेश किया जा रहा है।

हमने बांग्लादेश के एक रिपोर्टर से भी संपर्क किया, जिन्होंने पुष्टि की कि महिला अज़मेरी हक नामक एक अभिनेत्री है, जो मुस्लिम है।

अभिनेत्री अज़मेरी हक बधोन-

सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का बांग्लादेश का राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार जीत चुकी अजमेरी हक़ बधोन 2023 में विशाल भारद्वाज की फ़िल्म 'ख़ुफ़िया' में भी नज़र आई थीं। अजमेरी मुस्लिम समुदाय से हैं और हिंदू नहीं ।

निष्कर्ष-

तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, प्रदर्शन करती महिला बांग्लादेशी हिंदू नहीं, बल्कि वहां की एक मुस्लिम एक्टर अजमेरी हक बधोन हैं। अजमेरी मुस्लिम समुदाय से हैं। जिन्होंने अगस्त में शेख हसीना सरकार के खिलाफ छात्रों की ओर से किए गए प्रदर्शन में हिस्सा लिया था। इसी प्रदर्शन के वीडियो को अब गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

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Title:छात्र विरोध प्रदर्शन का समर्थन कर रही बांग्लादेशी अभिनेत्री का वीडियो सांप्रदायिक रंग देकर गलत तरीके से वायरल…..

Written By: Sarita Samal

Result: False