चैन से बांध कर सैनिकों को आग में ज़िंदा जलाने का वायरल वीडियो हाल की घटना के साथ गलत सन्दर्भ में फैलाया गया है। ये वीडियो 2016 का इस्लामिक स्टेट ने तुर्की में इन सैनिकों के जलने का वीडियो जारी किया था।

हमास और इजरायल के बीच चल रही सीधी जंग बीते 7 अक्टूबर से जारी है। इजरायल के कई क्षेत्रों को हमास द्वारा निशाना बनाने के बाद इजरायली सेना ने हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की। जिसके बाद गाजा को भारी नुकसान पहुंचा है। इस बीच सोशल मीडिया पर दिल दहलाने वाला एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें दो सैनकों के हाथ और पैर चेन से बंधे नज़र आ रहे हैं। इसके बाद इन सैनिकों को आग में बुरी तरह से झुलस कर ज़िंदा जलते दिखाया गया है। यूज़र द्वारा इस वीडियो को साझा करते हुए दावा किया गया है कि ये वीडियो हमास आतंकियों द्वारा इजरायली सैनिकों को आग लगा कर ज़िंदा जलाने का है। वायरल वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा गया है कि…

“हमास के क्रूर आतंकी इजरायल केसैनिकों को चैन में बाँधकर जिंदा जलाकर मार रहे हैं। हमास आतंकियों का सफाया बहुत जरूरी है, हम सबको इजरायल का साथ देना चाहिये।”

फेसबुक लिंकआर्काइव लिंक

अनुसंधान से पता चलता है कि …

हमने वायरल वीडियो की खोज तस्वीर निकाल कर गूगल रिवर्स इमेज सर्च से की। जिसके परिणाम में हमें वायरल वीडियो हिंदुस्तान टाइम्स में 23 दिसंबर 2016 में प्रकाशित दिखाई दिया। इसमें हमें वायरल वीडियो से मिलता हुआ एक स्क्रीन शॉट्स भी मिला जिसके नीचे 9 मिनट के वीडियो में दिखाया गया है कि दो वर्दीधारी लोगों को पिंजरे से बाहर निकाला जा रहा है और फिर उन्हें बांधकर जला दिया गया है लिखा गया था। साथ ही बताया गया है कि इस्लामिक स्टेट के नए वीडियो में एर्दोगन-आलोचक ने दो तुर्की सैनिकों को जिंदा जला दिया। इस्लामिक स्टेट ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें कथित तौर पर पकड़े गए दो तुर्की सैनिकों को जिंदा जलाते हुए दिखाया गया है। ये वो हैं जिन्होंने युद्ध में अपने 16 सैनिकों के मारे जाने के जवाब में सीरिया में "आतंकवाद" से लड़ने की कसम खाई थी।

वायरल वीडियो के साथ इसी रिपोर्ट को फाइनेंसियल एक्सप्रेस की वेबसाइट ने भी प्रकाशित किया है। जिसके साथ जानकरी दी गई है कि इस्लामिक स्टेट के वीडियो में तुर्की सैनिकों को 'जिंदा जलाते हुए' दिखाया गया है। 19 मिनट का यह फुटेज कथित तौर पर उत्तरी सीरिया में आईएस घोषित "अलेप्पो प्रांत" में शूट किया गया था।यह वीडियो आईएस लड़ाकों द्वारा 16 तुर्की सैनिकों की हत्या के एक दिन बाद जारी किया गया था। जो सीरिया में अभूतपूर्व घुसपैठ में अंकारा की बड़ी क्षति के रूप में था। इसके बाद बुधवार को सीरियाई शहर अल-बाब के आसपास हुए सिलसिलेवार हमलों में मारे गए थे। जिनमें तीन आत्मघाती कार बम विस्फोट भी शामिल थे। अंकारा समर्थक सीरियाई विद्रोहियों के समर्थन में तुर्की सैनिकों ने 24 अगस्त को सीरिया में प्रवेश किया, जिसका उद्देश्य आईएस जिहादियों के साथ-साथ कुर्द मिलिशिया को सीमा क्षेत्र से बाहर करना था। ये एक मिशन था जिसे जिसे तुर्की सरकार ने यूफ्रेट्स शील्ड नाम दिया। और चलाये गए ऑपरेशन में कम से कम 38 तुर्की सैनिक मारे गए थें तो सबसे ज्यादा नुकसान आईएस के गढ़ अल-बाब में हुआ था।

हमने अपनी पड़ताल में इसी रिपोर्ट को द सन,डेली एक्सप्रेस, डेली मेल के साथ न्यूयॉर्क पोस्ट और कुछअरबी वेबसाइटों पर प्रकाशित देखा।

इससे ये साफ़ हुआ कि वायरल वीडियो में दिखाए गए दृश्य हाल का नहीं है। क्यूंकि इसके बारे में हालिया कोई भी रिपोर्ट प्रकाशित नहीं है।

निष्कर्ष

तथ्यों के जांच से यह पता चलता है कि वायरल वीडियो को इजरायल के सैनिकों का हमास के आतंकियों द्वारा जलाने का किया गया दावा पूरी तरह से गलत है। ये वीडियो 2016 का है जब तुर्की में आईएस लड़ाकू ने इन सैनिकों को जला दिया था। ये घटना हाल की नहीं है।

Avatar

Title:हमास के आतंकियों ने इजरायली सैनिकों को चैन से बांध कर ज़िंदा नहीं जलाया।

Written By: Priyanka Sinha

Result: False