अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 30 जनवरी को सैंकड़ों मुस्लिम भक्त रामलला का आशीर्वाद लेने अयोध्या पहुंचे थे। इसी बाच सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें भगवा व सफेद वस्त्र धारण किए हुए श्रद्धालुओं को देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि अयोध्या में राम मंदिर बनने के उपलक्ष्य में भारत से साधुओं की एक टोली मक्का के काबा पहुंचकर हिंदू धर्म का प्रचार कर रही है।

वायरल वीडियो के साथ यूजर ने लिखा है- राम मंदिर बनने के उपलक्ष्य में भारत से साधुओं की एक टोली पहुंची मेक्का के काबा में हिंदुत्व को प्रचार करने। सीन गर्व से चौड़ा हो गया। देखते ही शेयर करें।

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अनुसंधान से पता चलता है कि…

पड़ताल की शुरुआत में वीडियो के तस्वीरों का रिवर्स इमेज सर्च करने पर वायरल वीडियो हमें एक यूट्यूब चैनल पर मिला। जिसे 17 जनवरी 2024 को अपलोड किया गया है। जबकि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को हुई थी। मतलब यह वीडियो 22 जनवरी से पहले से है।

जांच में आगे हमें केबल न्यूज नेटवर्क (सीएनएन) की एक रिपोर्ट मिली। खबर को 13 सितंबर 2023 को प्रकाशित किया गया था। जिसके कैप्शन में लिखा है- 5 साल की बचत, जोम्बंग उमरा के एक गांव के निवासी एक साथ। इस वीडियो में लोगों को वायरल वीडियो की तरह ही नारंगी वस्त्र और बैग में देखा जा सकता है। जानकारी के मुताबिक ये मुस्लिम समुदाय के लोग हैं और उमरा के लिए जा रहे हैं।

इसके अलावा सर्च में हमें अन्य यूट्यूब चैनल पर करीब एक साल पहले अपलोड किया हुआ वीडियो भी मिला, जिसमें नजर आ रही महिलाओं की वेशभूषा, वायल वीडियो में नजर आ रही महिलाओं के समान है। जानकारी के मुताबिक, यह इंडोनेशियाई ट्रैवल एजेंसी है, जो उमरा यात्रा कराती है।

इसके अलावा हमें एक ट्रैवल एजेंसी की इंस्टाग्राम पेज मिली। जिसमें इंडोनेशियाई तीर्थयात्रियों के कई वीडियो और तस्वीरें दिखाई दे रही है। जिनमें लोगों ने वायरल वीडियो के समान कपड़े पहने हुए थे।

मिले तथ्यों से यह साबित होता है कि वायरल वीडियो हिंदू धर्म के प्रचार-प्रसार का नहीं है। बल्कि इंडोनेशियाई तीर्थयात्रियों के उमरा का है।

रामलला के दर्शन करने आए सैकड़ों मुस्लिम-

बतादें कि राम मंदिर के उद्घाटन में सिर्फ हिंदू ही नहीं बल्कि मुस्लिम रामभक्त भी नजर आए। बड़ी संख्या में मुस्लिम रामभक्त लखनऊ से अयोध्या पहुंचे। उन्होंने भगवान से यह आशीर्वाद मांगा कि लखनऊ को लखनपुरी के नाम से जाना जाए और वहां पर भगवान लक्ष्मण जी की प्रतिमा भी लगाई जाए।

निष्कर्ष-

तथ्य-जांच के बाद हमने पाया कि, ये मक्का में उमराह के लिए पहुंचे इंडोनेशियाई मुस्लिम श्रद्धालुओं का वीडियो है। जिसे काबा में हिंदू धर्म के प्रचार से फर्जी तौर से जोड़ा जा रहा है।

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Title:उमरा यात्रा पर मक्का मदीना गए इंडोनेशियाई मुस्लिमों के वीडियो को राम मंदिर से जोड़कर वायरल…

Written By: Saritadevi Samal

Result: False